हरियाणा में ब्लैकआउट:7.30 बजे सायरन बजते ही सभी ने लाइटें बंद कीं; पंजाब-चंडीगढ़ और हिमाचल में भी बिजली बंद

हरियाणा, पंजाब, चंडीगढ़ और हिमाचल के शिमला में मॉक ड्रिल के बाद ब्लैकआउट शुरू हो गया है। सायरन बजने के बाद लोगों ने लाइटें बंद की। इससे पहले मॉक ड्रिल के दौरान पंचकूला और अंबाला में खामियां देखने को मिलीं। पंचकूला में पुलिस के न पहुंचने पर नगर निगम की कमिश्नर भड़क गईं। अंबाला में मॉक ड्रिल के लिए जगह ही सिलेक्ट नहीं की गई। हिसार में नगर निगम के ऑफिस में आग लगने से पहले ही अफसर बाहर आकर खड़े हो गए। इसके बाद धुआं किया गया। एंबुलेंस भी खाली निकल गई। वहीं, पानीपत में मॉक ड्रिल से पहले फायर ब्रिगेड की गाड़ी नाले में फंस गई। प्रदेश में पहले 11 जगहों पर मॉक ड्रिल का फैसला लिया गया था। सुबह मॉक ड्रिल को लेकर मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी ने सभी जिलों के DC और SP से मीटिंग की, जिसमें सभी जिलों में मॉक ड्रिल करने का फैसला लिया। पंजाब में 20 जगह और चंडीगढ़ व शिमला में मॉक ड्रिल की गई। जालंधर के स्कूलों में मॉक ड्रिल के दौरान बच्चे टेबल के नीचे छिपे। पंचकूला में पुलिस नहीं पहुंची, कमिश्नर नाराज पंचकूला सेक्टर 20 में मिस मैनेजमेंट दिखा। यहां सायरन की सूचना पर आई रेडक्रॉस की एंबुलेंस में स्ट्रेचर नहीं था। सेक्टर 20 थाने से कोई भी पुलिस कर्मचारी नहीं था। ट्रैफिक पुलिस के न होने से एंबुलेंस, बसें, और फायर ब्रिगेड की गाड़ियां निकल नहीं पाईं। इस पर निगम कमिश्नर अपराजिता नाराज हो गईं और कहा कि ये मिस मैनेजमेंट है। उन्होंने कहा कि जो कमियां मिली हैं, उन्हें हमने नोट कर लिया है। उच्चाधिकारियों को इसकी जानकारी दी जाएगी। अंबाला में मॉक ड्रिल के लिए स्थान चिह्नित नहीं किया अंबाला में भी खामियां देखने को मिलीं। यहां मॉक ड्रिल के लिए कोई एक स्थान चिह्नित नहीं किया गया। सिटी सिविल अस्पताल से एंबुलेंस DC ऑफिस भेजी गई, जबकि वहां मॉक ड्रिल नहीं थी। पुलिस लाइन में सिर्फ पुलिस के अधिकारियों और कर्मचारियों ने मॉक ड्रिल की। यहां अन्य विभागों के कर्मचारी नहीं थे। यहां मॉक ड्रिल पौने 5 बजे शुरू हुई थी, जबकि टाइमिंग 4 बजे की थी। इस पर अंबाला शहर के SDM दर्शन कुमार ने कहा कि मॉक ड्रिल में सिर्फ सायरन ही बजाना था और वह हमने बजा दिया। हिसार में आग लगने से पहले बाहर आए अधिकारी हिसार के जिला और उपमंडल मुख्यालय पर मॉक ड्रिल की गई। नगर निगम के ऑफिस में आग लगने से पहले ही अफसर बाहर आकर खड़े हो गए। इसके बाद धुआं किया गया। वहीं फायर ब्रिगेड की टीम बिना आग बुझाए चली गई। हालांकि कुछ देर बाद टीम वापस आ गई। एंबुलेंस भी खाली निकल गईं। पानीपत में 30 सेकेंड से 1 मिनट के बीच टीम मौके पर पहुंची पानीपत में लघु मुख्यालय में मॉक ड्रिल की शुरुआत सायरन बजने के साथ हुई। इस दौरान पुलिस को अचानक से गोलियां चलने और आगजनी की सूचना मिली। 30 सेकेंड से 1 मिनट के बीच टीमें मौके पर पहुंचीं और राहत बचाव कार्य शुरू किया। सीढ़ी लगाकर टीम बिल्डिंग में घुसी। हरियाणा, चंडीगढ़ और पंजाब में मॉक ड्रिल के PHOTOS... मॉक ड्रिल का पल-पल का अपडेट पढ़ने के लिए ब्लॉग से गुजर जाइए....

May 7, 2025 - 17:21
 0
हरियाणा में ब्लैकआउट:7.30 बजे सायरन बजते ही सभी ने लाइटें बंद कीं; पंजाब-चंडीगढ़ और हिमाचल में भी बिजली बंद
हरियाणा, पंजाब, चंडीगढ़ और हिमाचल के शिमला में मॉक ड्रिल के बाद ब्लैकआउट शुरू हो गया है। सायरन बजने के बाद लोगों ने लाइटें बंद की। इससे पहले मॉक ड्रिल के दौरान पंचकूला और अंबाला में खामियां देखने को मिलीं। पंचकूला में पुलिस के न पहुंचने पर नगर निगम की कमिश्नर भड़क गईं। अंबाला में मॉक ड्रिल के लिए जगह ही सिलेक्ट नहीं की गई। हिसार में नगर निगम के ऑफिस में आग लगने से पहले ही अफसर बाहर आकर खड़े हो गए। इसके बाद धुआं किया गया। एंबुलेंस भी खाली निकल गई। वहीं, पानीपत में मॉक ड्रिल से पहले फायर ब्रिगेड की गाड़ी नाले में फंस गई। प्रदेश में पहले 11 जगहों पर मॉक ड्रिल का फैसला लिया गया था। सुबह मॉक ड्रिल को लेकर मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी ने सभी जिलों के DC और SP से मीटिंग की, जिसमें सभी जिलों में मॉक ड्रिल करने का फैसला लिया। पंजाब में 20 जगह और चंडीगढ़ व शिमला में मॉक ड्रिल की गई। जालंधर के स्कूलों में मॉक ड्रिल के दौरान बच्चे टेबल के नीचे छिपे। पंचकूला में पुलिस नहीं पहुंची, कमिश्नर नाराज पंचकूला सेक्टर 20 में मिस मैनेजमेंट दिखा। यहां सायरन की सूचना पर आई रेडक्रॉस की एंबुलेंस में स्ट्रेचर नहीं था। सेक्टर 20 थाने से कोई भी पुलिस कर्मचारी नहीं था। ट्रैफिक पुलिस के न होने से एंबुलेंस, बसें, और फायर ब्रिगेड की गाड़ियां निकल नहीं पाईं। इस पर निगम कमिश्नर अपराजिता नाराज हो गईं और कहा कि ये मिस मैनेजमेंट है। उन्होंने कहा कि जो कमियां मिली हैं, उन्हें हमने नोट कर लिया है। उच्चाधिकारियों को इसकी जानकारी दी जाएगी। अंबाला में मॉक ड्रिल के लिए स्थान चिह्नित नहीं किया अंबाला में भी खामियां देखने को मिलीं। यहां मॉक ड्रिल के लिए कोई एक स्थान चिह्नित नहीं किया गया। सिटी सिविल अस्पताल से एंबुलेंस DC ऑफिस भेजी गई, जबकि वहां मॉक ड्रिल नहीं थी। पुलिस लाइन में सिर्फ पुलिस के अधिकारियों और कर्मचारियों ने मॉक ड्रिल की। यहां अन्य विभागों के कर्मचारी नहीं थे। यहां मॉक ड्रिल पौने 5 बजे शुरू हुई थी, जबकि टाइमिंग 4 बजे की थी। इस पर अंबाला शहर के SDM दर्शन कुमार ने कहा कि मॉक ड्रिल में सिर्फ सायरन ही बजाना था और वह हमने बजा दिया। हिसार में आग लगने से पहले बाहर आए अधिकारी हिसार के जिला और उपमंडल मुख्यालय पर मॉक ड्रिल की गई। नगर निगम के ऑफिस में आग लगने से पहले ही अफसर बाहर आकर खड़े हो गए। इसके बाद धुआं किया गया। वहीं फायर ब्रिगेड की टीम बिना आग बुझाए चली गई। हालांकि कुछ देर बाद टीम वापस आ गई। एंबुलेंस भी खाली निकल गईं। पानीपत में 30 सेकेंड से 1 मिनट के बीच टीम मौके पर पहुंची पानीपत में लघु मुख्यालय में मॉक ड्रिल की शुरुआत सायरन बजने के साथ हुई। इस दौरान पुलिस को अचानक से गोलियां चलने और आगजनी की सूचना मिली। 30 सेकेंड से 1 मिनट के बीच टीमें मौके पर पहुंचीं और राहत बचाव कार्य शुरू किया। सीढ़ी लगाकर टीम बिल्डिंग में घुसी। हरियाणा, चंडीगढ़ और पंजाब में मॉक ड्रिल के PHOTOS... मॉक ड्रिल का पल-पल का अपडेट पढ़ने के लिए ब्लॉग से गुजर जाइए....
Bharatiyanews हमारा अपना समाचार आप सब के लिए| - बात भारत की -