हर कुर्बानी के लिए तैयार… जंतर-मंतर पर वक्फ बिल के खिलाफ मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की हुंकार

ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड वक्फ बिल के खिलाफ दिल्ली के जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन कर रहा है. बोर्ड के प्रवक्ता ने बिल वापसी की मांग की. उपाध्यक्ष ने वक्फ की सुरक्षा और संविधान के संरक्षण पर जोर दिया, सरकार पर वक्फ भूमि पर कब्जा करने का आरोप लगाया.

Mar 17, 2025 - 08:41
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हर कुर्बानी के लिए तैयार… जंतर-मंतर पर वक्फ बिल के खिलाफ मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की हुंकार
हर कुर्बानी के लिए तैयार… जंतर-मंतर पर वक्फ बिल के खिलाफ मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की हुंकार

वक्फ (संशोधन) विधेयक 2024 के खिलाफ आज राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के जंतर मंतर पर ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB) विरोध प्रदर्शन कर रहा है. ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के प्रदर्शन में जमीयत उलेमा ए हिंद के अध्यक्ष मौलाना महमूद मदनी, AIMIM अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी, टीएससी सांसद अबू ताहिर, इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग के सांसद ईटी बसीर, सीपीआई महासचिव सय्यद अजीज पाशा और CPIML के सांसद राजा राम सिंह भी पहुंचे हैं.

प्रदर्शन में शामिल एआईएमपीएलबी के प्रवक्ता एसक्यूआर इलियास ने किसान कनूनों का जिक्र किया और दावा किया कि उसी तरह इस बिल को वापस करवाएंगे. अभी तो ये अंगड़ाई है, आगे और लड़ाई है. इलियास ने कहा कि जिस तरह किसानों ने केंद्र सरकार को मजबूर किया और कानून वापस करवाए उसी तरह हम कोशिश करेंगे कि ये बिल पास ही ना हो पाए. प्रशासन हमारा सहयोग करे. हुकूमत अगर इतनी बुजदिल हो कि बात ही ना सुन सके तो ऐसी हुकूमत को सरकार चलाने का हक नहीं है.

‘वक्फ की हिफाजत भी जरूरी’

ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के उपाध्यक्ष उबेदुल्लाह आजमी ने कहा कि हमारे सभी मजहबी मामलों की हिफाजत की जिम्मेदारी भारत संविधान देता है. जैसे हमारे लिए नमाज और रोजा जरूरी है वैसे ही वक्फ की हिफाजत भी जरूरी है. सरकार को चाहिए था कि वह वक्फ की जमीन को खुर्द-बुर्द करने वालों के खिलाफ एक्शन लेती, लेकिन सरकार ने वक्फ पर कब्जा करने के लिए ही कानून बना दिया. भारत को हमने ताबेदारी की बुनियाद पर कबूल नहीं किया बल्कि वफादारी की बुनियाद पर किया है. हिन्दुस्तान किसी के बाप की जागीर नहीं है.

उन्होंने कहा, ‘सबकुछ हड़प कर जाओगे और मिल्लत (समाज) खामोश बैठी रहेगी ऐसा नहीं हो सकता. 1200 साल से इस मुल्क की खिदमत कर रहे हैं. हमने इस देश के लिए कुर्बानियां दी हैं. इंडिया गेट पर सबसे ज्यादा मुसलमानों की कुर्बानी लहू चमक रहा है. अभी तो ये अंगड़ाई है, आगे और लड़ाई है. वक्फ की हिफाजत के लिए बोर्ड कमर कसकर उतरेगा. संविधान की सुरक्षा के लिए हर कुर्बानी के लिए तैयार हैं.

‘होली पर पहली बार तिरपाल डाली गई’

उबेदुल्लाह आजमी ने कहा कि ये सिर्फ वक्फ का मामला नहीं है. उन्होंने होली पर मस्जिदों पर तिरपाल डालने का भी मुद्दा उठाया. आजमी ने कहा कि हिंदुस्तान की तस्वीर पर कालिख पोतने वाली काली हुकूमत ने मस्जिदों पर तिरपाल डलवाया. इससे पहले जुमा के दिन कई बार होली आई है. आजाद हिंदुस्तान में इतनी नफरत नहीं कभी देखी. आप हुकूमत कर रहे हो और नफरत की चिंगारी भड़का रहे हो. हिंदू का ‘ह’ और मुसलमान का ‘म’ निकलकर ‘हम’ बनता है, जिसने मुल्क को आजादी दिलाई.

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@Dheeraj kashyap युवा पत्रकार- विचार और कार्य से आने वाले समय में अपनी मेहनत के प्रति लगन से समाज को बेहतर बना सकते हैं। जरूरत है कि वे अपनी ऊर्जा, साहस और ईमानदारी से र्काय के प्रति सही दिशा में उपयोग करें , Bachelor of Journalism And Mass Communication - Tilak School of Journalism and Mass Communication CCSU meerut / Master of Journalism and Mass Communication - Uttar Pradesh Rajarshi Tandon Open University पत्रकारिता- प्रेरणा मीडिया संस्थान नोएडा 2018 से केशव संवाद पत्रिका, प्रेरणा मीडिया, प्रेरणा विचार पत्रिका,