बलूच विद्रोहियों का पाकिस्तान में ट्रेन पर हमला चीन के CPEC की बर्बादी की शुरुआत, जिनपिंग के लिए नासूर बनेगा बलूचिस्तान

Baloch Liberation Army: पाकिस्तान के बलूचिस्तान में बलूच अलगाववादी विद्रोहियों ने एक ट्रेन पर हमला करके उसमें सवाल लोगों को बंधक बना लिया है। लगभग एक दिन बीतने के बाद भी बंधक संकट अभी तक खत्म नहीं हुआ है और पाकिस्तानी सेना की हर कोशिश नाकाम हो रही है। इस हमले ने चीन के लिए भी खतरा खड़ा कर दिया है।

Mar 12, 2025 - 11:01
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बलूच विद्रोहियों का पाकिस्तान में ट्रेन पर हमला चीन के CPEC की बर्बादी की शुरुआत, जिनपिंग के लिए नासूर बनेगा बलूचिस्तान
इस्लामाबाद: पाकिस्तान के हिंसाग्रस्त बलूचिस्तान प्रांत में मंगलवार को बलूच विद्रोहियों की एक कार्रवाई ने पूरे देश में हड़कंप मचा दिया है। बलूचिस्तान की आजादी की मांग करने वाले सशस्त्र विद्रोही गुट (BLA) के हथियारबंद सदस्यों ने क्वेटा से पेशावर जाने वाली एक ट्रेन पर हमला करके उसे हाईजैक कर लिया। दक्षिण एशिया में ट्रेन पर हमला करके उसे हाईजैक करने की यह पहली घटना है। इस घटना में कम से कम 20 पाकिस्तानी सुरक्षाबलों की मौत हुई और 400 से ज्यादा लोगों को बंधक बना लिया। बाद में विद्रोहियों ने बुजुर्गों, महिलाओं और बच्चों समेत कई नागरिकों को रिहा कर दिया, लेकिन सैन्य कर्मियों समेत करीब 200 से ज्यादा लोग अभी भी कब्जे में हैं। बीएलए ने एक बयान जारी किया जिसमें कहा गया कि बलूच लिबरेशन आर्मी ने मश्कफ, धादर और बोलन में सावधानीपूर्वक योजनाबद्ध ऑपरेशन किया है, जहां हमारे स्वतंत्रता सेनानियों ने रेलवे ट्रैक को उड़ा दिया, जिससे जाफर एक्सप्रेस को रुकना पड़ा। लड़ाकों ने तुरंत ट्रेन पर नियंत्रण कर लिया और सभी यात्रियों को बंधक बना लिया।

चीन के सीपीईसी के लिए खतरा

इस अभियान को बलूचिस्तान क्षेत्र में चलने वाले सीपीईसी प्रोजेक्ट और ग्वादर बंदरगाह के लिए बड़े खतरे के रूप में देखा जा रहा है। हाल ही में बलूचिस्तान की आजादी के समर्थक सशस्त्र समूहों के गठबंधन बलूच राजी आजोई संगर (BRAS) ने अपनी सैन्य और कूटनीतिक रणनीति के बड़े पुनर्गठन की घोषणा की थी। इसमें कहा गया था कि वह अपनी सेनाओं को एक केंद्रीकृत कमान के तहत एकजुट करेगा और बलूचिस्तान में पाकिस्तान और चीन के खिलाफ अभियान तेज करेगा।

ग्वादर में चीन का निवेश खतरे में

इस हमले का बलूचिस्तान से गुजरने वाले चीन पाकिस्तान आर्थिक गलियारे पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता है। बलूचिस्तान में ग्वादर बंदरगाह में चीन ने भारी निवेश किया है। यह 62 अरब डॉलर वाले महत्वपूर्ण सीपीईसी का एंट्री पॉइंट है। लेकिन कुछ वर्षों से बलूच समूह सीपीईसी और ग्वादर को निशाना बना रहा है। बलूच अलगाववादियों का तर्क है कि चीन इस प्रांत को अपना उपनिवेश बना रहा है। पाकिस्तान मामलों के विशेषज्ञ तिलक देवाशर ने ET को बताया, 'BLA द्वारा ट्रेन को हाईजैक करना बलूचिस्तान में उग्रवाद का गंभीर रूप है। यह कुछ समय पहले बलूच लड़ाकों द्वारा की गई घोषणा के बाद हुआ है कि वे अपनी कार्रवाइयों का समन्वय करेंगे और एकजुट होकर लड़ेंगे। यह कार्रवाई की एकता का पहला संकेत है। बंधकों की स्थिति को सुलझाने में पाकिस्तानी सेना को मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा।'

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@Dheeraj kashyap युवा पत्रकार- विचार और कार्य से आने वाले समय में अपनी मेहनत के प्रति लगन से समाज को बेहतर बना सकते हैं। जरूरत है कि वे अपनी ऊर्जा, साहस और ईमानदारी से र्काय के प्रति सही दिशा में उपयोग करें , Bachelor of Journalism And Mass Communication - Tilak School of Journalism and Mass Communication CCSU meerut / Master of Journalism and Mass Communication - Uttar Pradesh Rajarshi Tandon Open University पत्रकारिता- प्रेरणा मीडिया संस्थान नोएडा 2018 से केशव संवाद पत्रिका, प्रेरणा मीडिया, प्रेरणा विचार पत्रिका,