गुजरात होगा नया कुरुक्षेत्र... पार्टी में बड़े बदलाव का संकेत देने के लिए राहुल गांधी ने इसी राज्य को क्यों चुना? समझें

Rahul Gandhi In Gujarat: राहुल गांधी ने गुजरात दौरे में कांग्रेस कार्यकर्ताओं से मिलकर पार्टी की कमियों को दूर करने की बात कही। उन्होंने बीजेपी से मिले लोगों को पार्टी से निकालने और नए नेताओं को सामने लाने पर जोर दिया। राहुल ने कार्यकर्ताओं से जनता के बीच जाकर उनकी समस्याएं उठाने और उनकी लड़ाई लड़ने की अपील की।

Mar 8, 2025 - 19:26
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गुजरात होगा नया कुरुक्षेत्र... पार्टी में बड़े बदलाव का संकेत देने के लिए राहुल गांधी ने इसी राज्य को क्यों चुना? समझें
नई दिल्ली: लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने पीएम मोदी के सामने जिस तरह से कांग्रेस के जीतने का दावा किया था, लगता है कि कांग्रेस गंभीरतापूर्वक उस दिशा में आगे बढ़ना तय कर चुकी है। कम से कम राहुल गांधी के हालिया दो दिन के दौरे से तो यही नजर आ रहा है। एक तरफ जहां उन्होंने पहले दिन संगठन के लोगों के साथ मैराथन मीटिंग की, उन्हें खूब सुना और अपने मन की बात कहीं। वहीं अगले दिन कार्यकर्ताओं के सामने शनिवार को जब राहुल बोलने के लिए खड़े हुए तो उन्होंने बड़ी साफगोई से वर्कर्स के सामने अपनी पार्टी की कमियों को स्वीकारा तो वहीं उन्होंने अपने लोगों को जनता के बीच जाकर काम करने और पार्टी विचारधारा के दूर खड़े नेताओं को लोगों को बाहर का रास्ता दिखाने की जरूरत पर जोर दिया। राहुल के शनिवार के संबोधन से साफ लगता है कि वह प्रदेश में कांग्रेस की कमियों, दिक्कतों और कमजोरियों को न सिर्फ बखूबी समझ व पहचान रहे हैं, बल्कि ईमानदारी से उसे ठीक करने की दिशा में भी काम करना चाहते हैं। अपने संबोधन में राहुल ने जहां अपने लोगों की कमियों को स्वीकारा, वहीं उन्होंने उस पर खुलकर बात की।

ऐक्शन मोड में राहुल गांधी

राहुल ने अपने पार्टी में बीजेपी से प्रभावित या उससे मिले लोगों की बात स्वीकार करते हुए कहा कि उनकी पार्टी में बीजेपी से मिले हुए लोग हैं, जो कांग्रेस की विचारधारा से कटे हुए और दूर बैठे लोग हैं। उन्हाेंने ऐसे लोगों को पार्टी के भीतर बीजेपी की बी टीम करार देते हुए कहा कि सख्ती से ऐसे लोगों के खिलाफ एक्शन लेना होगा। उन्होंने गुजरात कांग्रेस में दोनों तरह के कांग्रेस के बीच छंटाई की बात कही। तभी राहुल ने संकेत दिया कि अगर 10-20 ही नहीं 30-40 लोग भी निकालने पड़े तो निकालेंगे, ताकि कांग्रेस की नया स्वरूप लोगों में भरोसा पैदा कर सके। उनका दोटूक कहना था कि अगर बीजेपी के लिए काम करना है तो वहीं जाओ।

नई लीडरशिप पर राहुल का फोकस

वहीं राहुल गांधी ने गुजरात में नई लीडरशिप को आगे बढ़ाने की बात भी कही। उनका कहना था कि बीजेपी समर्थित लोगों के जाने के बाद पार्टी में नए नेता सामने लाए जाएंगे, जिनमें बूथ स्तर से लेकर ब्लॉक, जिला व प्रदेश स्तर के नेता तक शामिल होंगे। कांग्रेस में नेताओं की कमी नहीं है। लेकिन अपने नेेताओं को आगे बढ़ाने की उनकी शर्त थी कि उन्हीं नेताओं को आगे बढ़ाने की बात होनी चाहिए, जिसके दिल में कांग्रेस यानी उसकी विचारधारा होनी चाहिए। संगठन का कंट्रोल ऐसे लोगों को ही मिलना चाहिए।

'....जनता ये देख रही है'

दूसरी ओर राहुल ने ईमानदारी से स्वीकारा कि कांग्रेस ने गुजरात के लोगों को निराश किया है, पार्टी उनकी उम्मीदों पर खरी नहीं उतर पाई। राहुल का कहना था कि कांग्रेस में नेताओं की कमी नहीं है। जिला स्तर, ब्लॉक स्तर से लेकर ऊपर तक नेता बब्बर शेर हैं, लेकिन पीछे से चेन लगी हुई है तो वे बंधे हैं। जनता ये देख रही है। इसीलिए उनपर भरोसा नहीं कर पा रही। राहुल ने अपने लोगों से साफ कहा कि कांग्रेस के लोग न सिर्फ जनता से दूर हुए, बल्कि उन्होंने जनता के मुद्दों को लेकर आवाज उठाना भी छोड़ दिया। इसलिए जनता उनसे दूर हुई, पार्टी ने विश्वास खोया।

कार्यकर्ताओं में जोश भर रहे राहुल

राहुल ने अपने लोगों से साफ कहा कि अगर आपको जनता का भरोसा जीतना है तो पहले उनके बीच जाकर उनसे बात कीजिए, उनके समस्याओं को उठाएं, उनकी लड़ाई लड़ें, उनके हक की बात करें, तभी जनता का भरोसा जीत पाएंगे। साथ ही, उन्होंने अपने लोगों से कहा कि उन्हें गुजरात व उसके लोगों के लिए यह सब किसी स्वार्थ या लालच के चलते नहीं करना होगा, ना ही वोट के लिए लोगों के बीच जाने की बात सोचनी चाहिए।

'गुजरात फंसा हुआ है, यह आगे बढ़ना चाहता है'

राहुल ने अपने लोगों से कहा कि गुजरात कांग्रेस से विकल्प चाहता है तो उसे विकल्प बनकर दिखाना चाहिए। जबकि आज की स्थिति में पार्टी विकल्प नहीं बन पा रही। राहुल ने अपने संबोधन में कहा कि गुजरात फंसा हुआ है, यह आगे बढ़ना चाहता है। गुजरात की कांग्रेस पार्टी उसको रास्ता नहीं दिखा पा रही है। जब तक कांग्रेस अपनी जिम्मेदारी नहीं निभाएगी, तब तक गुजरात की जनता पार्टी को चुनाव में समर्थन नहीं देगी।

गुजरात पर राहुल का खास फोकस

उन्होंने कार्यकर्ताओं को एकजुट होकर जनता की सेवा में जुटने और राज्य के युवा, किसान, व्यापारी और महिलाओं के लिए हक में आवाज में उठाने की बात भी कही। राहुल के संबोधन से दो चीजें साफ उभर कर आती हैं। पहला, संगठन में ऊपर से नीचे तक बदलाव और दूसरा बीजेपी के खिलाफ लड़ाई का एक बड़ा कुरुक्षेत्र गुजरात बनने जा रहा है। आने वाले दिनों में कांग्रेस, खासकर पार्टी के शीर्ष नेतृत्व का गुजरात पर खासा फोकस होने जा रहा है।

एनबीटी लेंस

राहुल समझ रहे हैं कि अगर पीएम मोदी व अमित शाह की अगुवाई वाली बीजेपी को हराना है या उसे कड़ी टक्कर देनी है तो यह काम उन्हीं के गढ़ में करना होगा। वहीं बीजेपी-कांग्रेस की टक्कर में अकसर कांग्रेस कमजोर पड़ जाती है, इस मिथ को तोड़ने के लिए भी कांग्रेस को अपना बेहतर प्रदर्शन करना होगा। अगर गुजरात में कांग्रेस 2017 से बेहतर प्रदर्शन करती है तो जहां कांग्रेस के भीतर बीजेपी को हराने का आत्मविश्वास पैदा होगा, वहीं विपक्ष से लेकर जमीन तक संदेश जाएगा कि कांग्रेस बीजेपी को हरा सकती है।

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@Dheeraj kashyap युवा पत्रकार- विचार और कार्य से आने वाले समय में अपनी मेहनत के प्रति लगन से समाज को बेहतर बना सकते हैं। जरूरत है कि वे अपनी ऊर्जा, साहस और ईमानदारी से र्काय के प्रति सही दिशा में उपयोग करें , Bachelor of Journalism And Mass Communication - Tilak School of Journalism and Mass Communication CCSU meerut / Master of Journalism and Mass Communication - Uttar Pradesh Rajarshi Tandon Open University पत्रकारिता- प्रेरणा मीडिया संस्थान नोएडा 2018 से केशव संवाद पत्रिका, प्रेरणा मीडिया, प्रेरणा विचार पत्रिका,