ऑस्ट्रेलिया : सिडनी में ट्रांस-महिला को “वर्ष की सर्वश्रेष्ठ महिला” के अवार्ड पर छिड़ी बहस

ऑस्ट्रेलिया के सिडनी में एक ट्रांस महिला (जन्म से पुरुष और जेंडर बदलकर महिला बनी) को वहां का Local Woman of the Year का अवार्ड मिला है। ट्रांस-महिला ब्रियाना स्किमर को यह अवॉर्ड दिया गया है। न्यू साउथ वेल्स सरकार हर वर्ष उन महिलाओं को सम्मानित करने के लिए ये अवार्ड देती हैं, जिन महिलाओं […]

Mar 3, 2025 - 14:14
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ऑस्ट्रेलिया : सिडनी में ट्रांस-महिला को “वर्ष की सर्वश्रेष्ठ महिला” के अवार्ड पर छिड़ी बहस

ऑस्ट्रेलिया के सिडनी में एक ट्रांस महिला (जन्म से पुरुष और जेंडर बदलकर महिला बनी) को वहां का Local Woman of the Year का अवार्ड मिला है। ट्रांस-महिला ब्रियाना स्किमर को यह अवॉर्ड दिया गया है। न्यू साउथ वेल्स सरकार हर वर्ष उन महिलाओं को सम्मानित करने के लिए ये अवार्ड देती हैं, जिन महिलाओं ने अपने समुदाय में महत्वपूर्ण योगदान किया होता है।

इस वर्ष सिडनी के सांसद एलेक्स ग्रीनविच ने इस अवार्ड के लिए स्किमर के नाम की घोषणा की। उन्होंने कहा कि वे एक “प्राउड ट्रांस-जेंडर महिला हैं और समानता की लड़ाई की योद्धा हैं।“

स्किमर ही वह व्यक्ति हैं, जिनके कारण सिडनी के समानता बिल को आकार मिला। एलेक्स के अनुसार वर्ष 2014 में उनकी मुलाकात पहली बार स्किमर से हुई थी, जब स्किमर और उनकी पत्नी नुना, उनसे उनके कार्यालय में मिलने आए थे। उन्होनें अनुरोध किया था कि ट्रांस-जेंडर लोगों के पहचान संबंधी दस्तावेजों को अपडेट करने से रोकने वाले कानूनों को बदला जाए। एलेक्स का कहना है कि स्किमर के पुरुष से महिला बनने की यात्रा में जो समस्या आई, उसने एनएसडब्ल्यू के कानूनों के भेदभाव और अफसरशाही बाधाओं को बताया।

स्किमर के विषय में यह भी कहा जाता है कि उन्होनें वृद्ध सैनिकों का समर्थन करने वाले संगठन के लिए पैसे जुटाए। उन्होनें मिर्च खाने वाली प्रतियोगिता में भाग लिया और 3000 डॉलर जुटाए। एलेक्स ने स्किमर की इस बात को लेकर काफी प्रशंसा की।

मगर फिर भी इस अवार्ड को लेकर सोशल मीडिया से लेकर आम लोगों में एक गुस्सा है। इस चयन का विरोध हो रहा है। यह अवार्ड एक महिला के लिए है, न कि किसी ऐसे व्यक्ति के लिए जिसने काफी बाद में आकर अपना जेंडर परिवर्तन करवाकर महिला की पहचान ली हो।

डेली मेल ऑस्ट्रेलिया के अनुसार इसका विरोध ट्रांस-विरोधी कार्यकर्ता कर रहे हैं। ट्रांस विरोधी अभियान चलाने वाले लोग कह रहे हैं कि यह बहुत अजीब घटना है और इसके बाद अपने अधिकारों के लिए लड़ रही महिलाओं को फिर से अपने अधिकारों के लिए लड़ना होगा।

ब्रियाना स्किमर का पहले नाम ब्रेट था। और एक यूजर ने उसकी पुरुष के रूप वाली तस्वीर भी साझा की है।

यह खतरा भी, महिला अधिकारों का क्या होगा

एक यूजर ने उस खतरे की ओर संकेत किया है, जो इस अवार्ड के माध्यम से सामने आया है। यह खतरा है, महिलाओं के सार्वजनिक परिदृश्य से गायब होने का। जिसे वुमन ऑफ द इयर का अवार्ड मिला है, वह जैविक रूप से पुरुष है और वह काफी लंबे समय तक पुरुष रहा है। यदि अपने आपको महिला घोषित करके या कुछ हार्मोनल थेरेपी लेकर स्वयं के महिला होने का प्रमाणपत्र लेना ही महिला होना हो गया, तो वे महिलाएं कहां जाएंगी जो जन्म से महिला हैं।

इस यूजर ने लिखा कि “समानता” के भेष में महिलाओं को किसी भी चीज की तरह मिटाया जा रहा है। महिला अधिकारों का क्या होगा? यह इतिहास में बहुत बुरा समय हिय। इस भेदभाव के खिलाफ लड़ना होगा और झुकना नहीं है।

एक यूजर ने एक्स पर लिखा कि यह किसी भी तरह से योग्यता पर दिया गया अवार्ड नहीं है। यह अत्याचारी वामपंथ है जो अपना विश्व दृष्टिकोण शेष समाज पर थोप रहा है। डेली मेल ऑस्ट्रेलिया में ट्रांस विरोधी अभियान चलाने वाली Kirralie Smith का कहना है कि “इस भ्रम का कोई अंत नहीं है।“

महिलाओं को फिर से अपने अधिकारों के लिए लड़ना होगा

अपने देश में बढ़ते खतरों के विषय में खुलकर बात करने वाली Prue MacSween ने डेली मेल से कहा कि इसमें कोई संदेह नहीं है कि इस व्यक्ति (स्किमर) ने नई शुरुआत की है, मगर फिर भी मैं यही कहूंगी कि अधिकांश महिलाओं को यह घोषणा अजीब लगेगी। उन्होंने यह भी कहा कि इस घोषणा से इस विशेष अवार्ड का मजाक ही उड़ा है, जो महिलाओं को सम्मानित करने के लिए दिया जाता है। और यह इस तथ्य को दोबारा से स्थापित करता है कि महिलाओं को फिर से अपने अधिकारों के लिए लड़ना होगा।

 

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