इस्लामिक शासन, अराजकता में डूबा देश... मोहम्मद यूनुस की पोल खोलने पर बौखलाया बांग्लादेश, राजदूत का किया पासपोर्ट रद्द

मोहम्मद यूनुस के शासनकाल में बांग्लादेश में इस्लामिक कट्टरपंथी तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। प्रतिबंधित आतंकी संगठनों ने अब सड़कों पर रैलियां शुरू कर दी हैं। मोहम्मद यूनुस के आदेश पर जमात-ए-इस्लामी आतंकी संगठन के सदस्यों को जेल से रिहा कर दिया गया है, जो हिंदुओं के खिलाफ हिंसा कर रहे हैं।

Mar 15, 2025 - 14:46
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इस्लामिक शासन, अराजकता में डूबा देश... मोहम्मद यूनुस की पोल खोलने पर बौखलाया बांग्लादेश, राजदूत का किया पासपोर्ट रद्द
ढाका: मोहम्मद यूनुस के शासनकाल में बांग्लादेश अराजकता फैली हुई है। इस सच को सार्वजनिक करने वाले डिप्लोमेट को सजा देते हुए मोहम्मद यूनुस की सरकार पासपोर्ट रद्द कर दिया है। ये बदला लेने की एक सीधी कार्रवाई है। मुहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार ने फेसबुक पोस्ट के जरिए से शासन की आलोचना करने के लिए मोहम्मद हारुन अल राशिद के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। हम्मद हारुन अल राशिद 2023 से इस साल 27 फरवरी तक मोरक्को में बांग्लादेश के राजदूत के रूप में कार्यरत थे। जिनके पासपोर्ट को अब रद्द कर दिया गया है और उन्हें फौरन बांग्लादेश आने का आदेश दिया गया है।मोहम्मद यूनुस की अंतरिम सरकार ने राशिद पर 'अनुशासन का उल्लंघन' करने और 'मुख्य सलाहकार प्रोफेसर मुहम्मद यूनुस के शासनकाल में वास्तविकताओं को गलत तरीके से पेश करने' का आरोप लगाया है। हालांकि राजदूत राशिद वापस बुलाए जाने के बावजूद बांग्लादेश नहीं लौटे और मोरक्को में अपना पद छोड़ने के बाद वो कनाडा चले गए हैं। वहीं मोहम्मद यूनुस के इस्लामिक कट्टरपंथी शासन ने विदेश विभाग के अधिकारियों को मोहम्मद हारुन अल राशिद और उनके परिवार के पासपोर्ट रद्द करने का आदेश दिया है। इसने आरोप लगाया है कि "ऐसा लगता है कि हारुन का कोई छिपा हुआ एजेंडा या गुप्त मकसद है।”मोहम्मद हारुन अल राशिद ने क्या आरोप लगाए थे?शुक्रवार को मोरक्को में बांग्लादेश के राजदूत मोहम्मद हारुन अल राशिद ने एक फेसबुक पोस्ट में मुहम्मद यूनुस पर हमला बोला था। उन्होंने पोल खोलते हुए कहा था कि "विवादास्पद नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस के शासन में बांग्लादेश अराजकता में डूब गया है।" राशिद ने आगे लिखा कि "लाखों लोगों के सामने एक असंभव विकल्प है कि वो मृत्यु, निर्वासन, या कट्टरपंथी उग्रवाद के आगे समर्पण करे।" उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को "सावधानीपूर्वक कॉर्डिनेटेड आतंकवादी हमले" के माध्यम से अलोकतांत्रिक तरीके से हटा दिया गया। राशिद ने कहा कि बांग्लादेश के राजनीतिक क्षेत्र में यूनुस के उदय के बाद से पिनाकी भट्टाचार्य और इलियास हुसैन जैसे डिजिटल आतंकवादियों के हौसला बढ़ गए हैं।आपको बता दें कि मोहम्मद यूनुस के शासनकाल में बांग्लादेश में इस्लामिक कट्टरपंथी तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। प्रतिबंधित आतंकी संगठनों ने अब सड़कों पर रैलियां शुरू कर दी हैं। मोहम्मद यूनुस के आदेश पर जमात-ए-इस्लामी आतंकी संगठन के सदस्यों को जेल से रिहा कर दिया गया, जो अब खुलेआम बांग्लादेश की सड़कों पर हिंदुओं से हिंसा कर रहे हैं। लेकिन वैश्विक समुदाय ने चुप्पी का लबादा ओढ़ रखा है।

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@Dheeraj kashyap युवा पत्रकार- विचार और कार्य से आने वाले समय में अपनी मेहनत के प्रति लगन से समाज को बेहतर बना सकते हैं। जरूरत है कि वे अपनी ऊर्जा, साहस और ईमानदारी से र्काय के प्रति सही दिशा में उपयोग करें , Bachelor of Journalism And Mass Communication - Tilak School of Journalism and Mass Communication CCSU meerut / Master of Journalism and Mass Communication - Uttar Pradesh Rajarshi Tandon Open University पत्रकारिता- प्रेरणा मीडिया संस्थान नोएडा 2018 से केशव संवाद पत्रिका, प्रेरणा मीडिया, प्रेरणा विचार पत्रिका,