Skin Care Tips: टैनिंग कब पिगमेंटेशन में बदल जाती है, एक्सपर्ट से जानें

टैनिंग एक आम समस्या है, जो धूप में ज्यादा देर तक रहने के कारण हो जाती है. लेकिन क्या आपको पता है कि इसके कारण पिगमेंटेशन जैसी समस्या भी हो सकती है. आइए जानते हैं इसके बारे में एक्सपर्ट से

Jul 28, 2025 - 18:20
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Skin Care Tips: टैनिंग कब पिगमेंटेशन में बदल जाती है, एक्सपर्ट से जानें
Skin Care Tips: टैनिंग कब पिगमेंटेशन में बदल जाती है, एक्सपर्ट से जानें

मौसम चाहे कोई भी हो टैनिंग होना एक आम बात होती है, खासकर के गर्मी में चेहरे, गर्दन और हाथ पर बहुत टैनिंग हो जाती है. जिसमें सूरज के यूवी किरणों के संपर्क में आने की जगह से स्किन का रंग काला होने लगता है. इससे दूर करने के लिए लोग बहुत कुछ करते हैं. टैन रिमूवल क्रीम, फेस मास्क जैसे कई स्किन केयर प्रोडक्ट्स और घरेलू नुस्खों का उपयोग करते हैं.

इसके अलावा टैनिंग के कारण स्किन से जुड़ी समस्या भी हो सकती है. जिसमें उम्र से पहले झुर्रियां और दाग-धब्बे दिखाई देने ले सकती हैं. जिसके बारे में बहुत कम लोगों का पता है. आइए जानते हैं इसके बारे में एक्सपर्ट की राय

टैनिंग कब लेने लगती है पिगमेंटेशन का रूप

मैक्स मल्टी स्पेशलिटी सेंटर में प्रिंसिपल कंसल्टेंट डर्मेटोलॉजिस्ट डॉ. निधि रोहतगी ने बताया कि टैनिंग के कारण टेम्परेरी पिगमेंटेशन हो सकती है. स्किन गीली होने पर इसका ज्यादा पता चलता है. इससे ज्यादा बढ़ जाने पर मेलानोसाइट्स होते हैं. सूरज के बार-बार या लंबे समय तक संपर्क में रहने से, खासकर के तब जब आपने सन प्रोटेक्शन सनस्क्रीन न लगाई हो. तब टैनिंग हो सकती है. यह समय के साथ कम हो सकती है. टैनिंग के कारण हुई टेम्परेरी पिगमेंटेशन कुछ समय बाद परमानेंट में बदलती सकती है. यह झाइयां, मेलास्मा, दाग-धब्बे या लेंटिगिन्स के रूप ले सकते हैं. इसके अलावा कुछ हेल्थ कंडीशन और दूसरे कारणों से भी पिगमेंटेशन होने का कारण बन सकते हैं. जैसे कि थायरॉयड या शरीर में किसी भी तरह का हार्मोनल परिवर्तन होने पर यह समस्या हो सकती है.

इसके अलावा, कुछ दवाएं स्किन को ज्यादा फोटोसेंसेटिव बना सकती हैं, जिसके कारण पिगमेंटेशन की समस्या बढ़ सकती है. एंटीबायोटिक्स, पेन रिलीफ और दूसरी दवाएं इसका कारण बन सकती है. लेकिन यह हर व्यक्ति के शरीर के ऊपर निर्भर करता है. बार-बार सूरज के संपर्क में आना, हार्मोनल असंतुलन या फोटोसेंसिटाइजिंग दवाओं जैसे कारक साथ मिलकर परमानेंट पिगमेंटेशन का कारण बन सकते हैं. इसलिए इससे बचाव करने के लिए सही स्किन केयर करना बहुत जरूरी है. अगर कम उम्र में पिगमेंटेशन या दाग-धब्बे ज्यादा दिखाई दे रहे हों और सही स्किन केयर के बाद भी यह कम न हो रहे हों, तो ऐसे में इसके बारे में एक्सपर्ट से जरूर सलाह करें.

टैनिंग से बचाव कैसे करें?

जो लोग धूप के संपर्क में ज्यादा आते हैं उनके लिए टैनिंग से बचाव कर पाना थोड़ा मुश्किल है. लेकिन धूप में जाते समय एसपीएफ सनस्क्रीन का उपयोग जरूर करें. सूरज की रोशनी के सीधा संपर्क में आने से बचें, खासकर के सुबह 10 से लेकर शाम 4 बजे तक क्योंकि इस समय धूप बहुत तेज होती है. पानी पीते रहें, जिससे शरीर को हाइड्रेट रखने में मदद मिले. इसके साथ ही धूप में जाते समय स्किन को कपड़े से कवर करें जैसे कि स्कूटी चलाते समय फुल स्लीव्स वाले ग्लव्स पहने, टोपी और सनग्लासेस का उपयोग करें. धूप के सीधे संपर्क में आने से बचें. घर पहुंच कर थोड़ी देर में फेस वॉश करें.

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