Shani Pradosh Vrat 2025: जेष्ठ माह का पहला प्रदोष व्रत कब है, जानें सही तिथि और शुभ मुहूर्त

Shani Pradosh Vrat kab hai: सनातन धर्म में प्रदोष व्रत को बहुत ही खास माना जाता है. कहते हैं इस व्रत का करने से व्यक्ति पर भगवान शिव की कृपा होतो है. यह पर्व प्रत्येक माह के कृष्ण और शुक्ल पक्ष में मनाया जाता है. इस शुभ अवसर पर देवों के देव महादेव और मां पार्वती की पूजा की जाती है.

May 14, 2025 - 07:09
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Shani Pradosh Vrat 2025: जेष्ठ माह का पहला प्रदोष व्रत कब है, जानें सही तिथि और शुभ मुहूर्त
Shani Pradosh Vrat 2025: जेष्ठ माह का पहला प्रदोष व्रत कब है, जानें सही तिथि और शुभ मुहूर्त

Shani Pradosh Vrat 2025 date: भगवान शिव को समर्पित प्रदोष व्रत का वर्णन शिव पुराण में मिलता है. कहते हैं कि इस व्रत को करने से साधक की सभी मनोकामना पूरी होती है. साथ ही जीवन में व्याप्त संकटों से मुक्ति मिलती है. इसके अलावा अविवाहितों के विवाह के योग बनने के साथ मनपसंद जीवन साथी भी मिल सकता है, तो आइए जानते हैं कि ज्येष्ठ माह का पहला प्रदोष व्रत कब है.

जेष्ठ माह का पहला प्रदोष व्रत कब है?

वैदिक पंचांग के अनुसार, ज्येष्ठ माह कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि की शुरुआत 24 मई को शाम 7 बजकर 20 मिनट पर होगी . वहीं तिथि का समापन अगले दिन यानी 25 मई को 3 बजकर 51 मिनट पर होगी. इस दिन भगवान शिव की पूजा प्रदोष काल में की जाती है. ऐसे में ज्येष्ठ माह का पहला प्रदोष व्रत 24 मई को रखा जाएगा.इस बार प्रदोष व्रत शनिवार के होने की वजह से यह शनि प्रदोष व्रत कहलाएगा.

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जेष्ठ प्रदोष व्रत शुभ मुहूर्त

पंचांग के अनुसार, ज्येष्ठ प्रदोष व्रत के दिन भोलेनाथ की पूजा का शुभ मुहूर्त की शुरुआत शाम 7 बजकर 20 मिनट पर होगी. वहीं तिथि की समापन रात्रि 9 बजकर 19 मिनट पर होगा. इस दौरान भक्तों को सिर्फ 2 घंटे 1 मिनट का समय मिलेगा.

प्रदोष व्रत का महत्व

धार्मिक मान्यता के अनुसार, देवों के देव महादेव को समर्पित इस व्रत को करने से यह प्रदोष व्रत करने से मनुष्य के सभी पाप धुल जाते है और उन्हें शिव धाम की प्राप्ति होती है. पौराणिक कथा के अनुसार चंद्रमा को क्षय रोग था, जिसके चलते उन्हें मृत्यु तुल्य कष्ट हो रहा था. भगवान शिव ने उस दोष का निवारण कर उन्हें त्रयोदशी के दिन फिर से जीवन प्रदान किया. इसलिए इस दिन को प्रदोष कहा जाने लगा.

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Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है. टीवी9 भारतवर्ष इसकी पुष्टि नहीं करता है.

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