बरसाना में लड्डू की बरसात, आज लठामार पर रंगों की फुहार
लाडली मंदिर में प्रसिद्ध लड्डू होली खेली गई। लठामार रंगीली होली के ठीक एक दिन पहले फाल्गुन सुदी अष्टमी रविवार सुबह की राधारानी ने कान्हा को होली खेलने बरसाने आने का संदेश अपनी सखी बनी राधादासी से नंदगांव भेजा।
बरसाना में लड्डू की बरसात, आज लठामार पर रंगों की फुहार
रंग गुलाल पिचकारी की करो तैयारी, ग्वालों संग होली खेलने आ रहे हैं गिरिधारी..। कान्हा का संदेश लेकर नंदगांव का पांडा बरसाना पहुंचा। संदेश सुन राधारानी के चेहरे की सुर्खा सतरंगी होली की कल्पना का इशारा करने लगी। बरसाना के ग्वालों ने मधुर गालियां देकर पांडा का स्वागत किया। लाडली जी मंदिर में होरी के रसिया के जयकारे गूंजने लगे। खुशी में पांडा ने लड्डू बरसाए तो श्रद्धालु झूम उठे।
लाडली मंदिर में प्रसिद्ध लड्डू होली खेली गई। लठामार रंगीली होली के ठीक एक दिन पहले फाल्गुन सुदी अष्टमी रविवार सुबह की राधारानी ने कान्हा को होली खेलने बरसाने आने का संदेश अपनी सखी बनी राधादासी से नंदगांव भेजा। शाम को नंदगाव से पांडा बने सेवायत नत्थी गोस्वामी कान्हा के होली खेलने की सहमति का संदेश लेकर वृषभानु महल पहुंचे। लाडली मंदिर के सेवायत ने वृषभानु बाबा की ओर से स्वागत किया। होली की मस्ती का संदेश सुन, तमाम ब्रजवासी लड्डू लेकर पहुंच गए। पांडा भी खुशी में नृत्य करते हुए लड्डू लुटाने लगा। भक्तों में लड्डुओं को लूटने की होड़ सी मच गई। राधारानी के दरबार में अमीर हो या गरीब सभी सिर्फ लड्डू लूटने में मस्त थे।
25 कुंतल लड्डू लुटाए गए। समाज गायन के बाद रंगीली होली की दूसरी चौपाई निकाली गई। लाडलीजी मंदिर में भीड़ के दवाव से टूटी रेलिंग, दो दर्जन श्रद्धालु दवे बरसाना मथुरा विश्वविख्यात लाडलीजी मंदिर की लड्डू होली में उमड़ी भीड़ से पुलिस-प्रशासन की व्यवस्था ध्वस्त हो गई। भीड़ के दबाव में मंदिर की सीढ़ियों पर लगी रेलिंग टूट गई और दो दर्जन से ज्यादा श्रद्धालु नीचे गिरकर दब गए। दो घंटे तक घायल श्रद्धालु तड़पते रहे, लेकिन उन्हें उपचार नहीं मिल सका।
शाम छह बजे घायलों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर ले जाया गया। हादसे में दो दर्जन से अधिक श्रद्धालु घायल हुए हैं, जिनमें पांच की हालत गंभीर है। घायलों में बरसाना सीएचसी के चिकित्सक डा. पंकज भी शामिल हैं। रविवार को लाडलीजी मंदिर में होली का आयोजन था। शनिवार रात से ही श्रद्धालुओं का पहुंचना शुरू हो गया। सुबह से दर्शन चलते रहे। दोपहर दो बजे मंदिर के पट बंद हो गए। बड़ी संख्या में श्रद्धालु अंदर रह गए। शाम चार बजे से लड्डू होली के लिए मंदिर के बाहर सफेद छतरी के पास बड़ी संख्या शनिवार रात से ही श्रद्धालुओं का पहुंचना शुरू हो गया। सुबह से दर्शन चलते रहे। दोपहर दो बजे मंदिर के पट बंद हो गए। बड़ी संख्या पट खुले तो मुख्य गेट की सीढ़ियों पर लगी रेलिंग भीड़ के दबाव में टूट गई। इससे तमाम श्रद्धालु नीचे गिरकर दब गए।
बड़ी संख्या में श्रद्धालु अंदर रह गए। शाम चार बजे से लड्डू होली के लिए मंदिर के बाहर सफेद छतरी के पास बड़ी संख्या श्रद्धालु जमा हो गए। शाम चार बजे जैसे ही मंदिर के खुले तो मुख्य गेट की सीढ़ियों पर लगी रेलिंग भीड़
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