IPL 2025: अंपायर अनिल चौधरी का होगा आईपीएल में डेब्यू, बरसेगा पैसा ही पैसा

भारत के मशहूर अंपायर अनिल चौधरी ने अंपायरिंग से संन्यास ले लिया है और अब वो कमेंट्री करते नजर आएंगे. बतौर कमेंटेटर अनिल चौधरी का डेब्यू आईपीएल 2025 में ही होने वाला है.

Mar 20, 2025 - 18:48
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IPL 2025: अंपायर अनिल चौधरी का होगा आईपीएल में डेब्यू, बरसेगा पैसा ही पैसा
IPL 2025: अंपायर अनिल चौधरी का होगा आईपीएल में डेब्यू, बरसेगा पैसा ही पैसा

आईपीएल के पिछले 17 सीजन में अंपायरिंग कर चुके अनिल चौधरी ने इस सीजन से कमेंट्री की दुनिया में कदम रखा है. 60 साल की उम्र पूरी करने के बाद उन्होंने अंपायरिंग से संन्यास ले लिया और अब वो आईपीएल 2025 में हरियाणवी और हिंदी कमेंट्री का हिस्सा बनेंगे. अनिल चौधरी अब आईपीएल में कमेंट्री के जरिए लाखों रुपये कमाने वाले हैं. बता दें अनिल चौधरी ने अपने अंपायरिंग करियर का आखिरी मैच पिछले महीने नागपुर में खेले गए रणजी ट्रॉफी फाइनल (केरल बनाम विदर्भ) में किया. उनका आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच सितंबर 2023 में था. चौधरी ने अपने करियर में 12 टेस्ट, 49 वनडे और 64 टी20 मैचों में अंपायरिंग की.

कमेंट्री की दुनिया में कदम

संन्यास की ओर बढ़ते हुए चौधरी ने भविष्य की योजना बनाई और कमेंट्री की दुनिया में एंट्री की. पिछले दो सालों में क्षेत्रीय कमेंट्री का दायरा काफी बढ़ा है. चौधरी ने पिछले 3-4 महीनों से कमेंट्री करना शुरू कर दिया था और अब वो आईपीएल 2025 में हरियाणवी और हिंदी कमेंट्री का हिस्सा होंगे. उन्होंने पीटीआई से बातचीत में कहा, ‘मैं पिछले 3-4 महीनों से कमेंट्री कर रहा हूं. इसलिए, मैं पहले से ही ट्रांजिशन फेज में था. मैं ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के जरिए अंपायरिंग और कमेंट्री की ट्रेनिंग भी दे रहा हूं. अंपायर के रूप में मैं एक सीजन में लगभग 15 मैच करता था, लेकिन येां मैं 50 से अधिक मैच करूंगा. कमेंट्री में पूर्व क्रिकेटर्स का नजरिया अलग होता है, और अंपायर के रूप में मेरा नजरिया भी अलग है. ये मजेदार है.’

अनिल चौधरी नहीं बन पाए एलीट अंपायर

अनिल चौधरी ने अंपायरिंग से संन्यास लेते हुए खुद को संतुष्ट महसूस किया, हालांकि वो कभी ICC एलीट पैनल का हिस्सा नहीं बन पाए. 2020 से एलीट पैनल में केवल एक भारतीय अंपायर, नितिन मेनन हैं. चौधरी ने कहा, ‘मैं 12 साल से ज्यादा समय तक अंतरराष्ट्रीय अंपायर रहा. मैं 2008 से आईपीएल कर रहा हूं और 200 से अधिक मैच कर चुका हूं. जिंदगी में कुछ न कुछ तो रह ही जाता है.’ उन्होंने पांच रणजी फाइनल और 2022 एशिया कप फाइनल में अंपायरिंग करने पर गर्व महसूस किया.

भारतीय अंपायरिंग स्तर पर चिंता

चौधरी ने कहा कि भारतीय अंपायरिंग के स्तर में गिरावट का एक कारण किताबी ज्ञान पर ज्यादा ध्यान देना है. उन्होंने कहा, ‘अंपायरिंग में प्रैक्टिकल नॉलेज और अनुभव की कमी है. युवा अंपायरों को मैदान पर अधिक समय बिताने की जरूरत है.’ अनिल चौधरी का ये सफर अंपायरिंग से कमेंट्री तक का एक प्रेरणादायक उदाहरण है. उनकी नई भूमिका में क्रिकेट प्रेमियों को अंपायर के नजरिए से खेल को समझने का मौका मिलेगा.

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@Dheeraj kashyap युवा पत्रकार- विचार और कार्य से आने वाले समय में अपनी मेहनत के प्रति लगन से समाज को बेहतर बना सकते हैं। जरूरत है कि वे अपनी ऊर्जा, साहस और ईमानदारी से र्काय के प्रति सही दिशा में उपयोग करें , Bachelor of Journalism And Mass Communication - Tilak School of Journalism and Mass Communication CCSU meerut / Master of Journalism and Mass Communication - Uttar Pradesh Rajarshi Tandon Open University पत्रकारिता- प्रेरणा मीडिया संस्थान नोएडा 2018 से केशव संवाद पत्रिका, प्रेरणा मीडिया, प्रेरणा विचार पत्रिका,