संदेशखाली कांड को लेकर प्रसारित वीडियो के विरुद्ध भाजपा नेता पहुंचे कोर्ट
एक कथित स्टिंग वीडियो में दिख रहे भाजपा नेता ने इन सबको बताया फर्जी महिला आयोग ने दावा कर चुनाव आयोग से की जांच की मांग तृणमूल ने वीडियो जारी कर फर्जी शिकायत का किया था दावा
संदेशखाली कांड को लेकर प्रसारित वीडियो के विरुद्ध भाजपा नेता पहुंचे कोर्ट
Video circulated regarding Sandeshkhali incident
एक कथित स्टिंग वीडियो में दिख रहे भाजपा नेता ने इन सबको बताया फर्जी
महिला आयोग ने दावा कर चुनाव आयोग से की जांच की मांग
तृणमूल ने वीडियो जारी कर फर्जी शिकायत का किया था दावा
बंगाल में संदेशखाली कांड को लेकर प्रसारित हो रहे विभिन्न वीडियो को भाजपा के दो नेताओं ने फर्जी बताकर इसके विरुद्ध कलकत्ता हाई कोर्ट का रुख किया है। संदेशखाली के भाजपा नेता गंगाधर कयाल और गदाधर कयाल ने हाई कोर्ट में याचिका दायर कर कहा है कि इन फर्जी वीडियो के कारण इलाके में अशांति फैल रही है। इसलिए उन्हें केंद्र सरकार से सुरक्षा मुहैया कराई जाए। इस मामले पर आगामी मंगलवार को सुनवाई होगी।
गंगाधर कयाल को लेकर भी एक कथित स्टिंग वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें वे संदेशखाली की घटना को 'गढ़ी' हुई और भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी की साजिश बताते दिख रहे हैं। गंगाधर का दावा है कि यह वीडियो पूरी तरह से फर्जी है। महिला आयोग की चेयरपर्सन की चुनाव आयोग से शिकायत करेगी तृणमूलः तृणमूल कांग्रेस ने महिला आयोग की चेयरपर्सन रेखा शर्मा की चुनाव आयोग से शिकायत करने की बात कही है। राज्य की नारी एवं बाल कल्याण मंत्री व तृणमूल की वरिष्ठ नेत्री डा. शशि पांजा ने कहा कि महिला आयोग की चेयरपर्सन राजनीतिक इशारे पर संदेशखाली जाकर आग भड़काने का प्रयास कर रही हैं। यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। संदेशखाली की एक महिला ने बताया है कि रेखा शर्मा ने
आकर उनसे जबरन दुष्कर्म की शिकायत लिखवाई है।
दूसरी तरफ पुलिस ने स्थानीय भाजपा नेत्री पियाली दास को समन जारी किया है। पियाली पर स्थानीय एक महिला को डराने-धमकाने का आरोप है, जो कथित तौर पर दुष्कर्म का झूठा आरोप वापस लेने के लिए थाने जा रही थी। पियाली को तीन दिनों के अंदर पूछताछ के लिए थाने में हाजिर होने को कहा गया है।
संदेशखाली की महिलाओं को शिकायत वापस लेने को मजबूर कर रही तृणमूल'
राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) ने दावा किया कि बंगाल के संदेशखाली की पीड़ित महिलाओं को मौजूदा लोकसभा चुनाव के मद्देनजर तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं द्वारा शिकायत वापस लेने को मजबूर किया जा रहा है। एतृणमूल कांग्रेस ने गुरुवार को संदेशखाली की पीड़ित महिलाओं की कई वीडियो साझा कर दावा किया कि स्थानीय भाजपा नेता ने महिलाओं के कोरे कागज पर हस्ताक्षर करा लिए और बाद में इन्हें यौन उत्पीड़न की शिकायत से भर दिया। साझा किए गए वीडियो में महिलाओं ने दावा किया कि उन्हें भाजपा कार्यकर्ता पियाली दास ने स्थानीय पुलिस थाने में उपस्थित होने को कहा था और संदेशाखाली की जमीनी हकीकत जानने आई एनसीडब्ल्यू की टीम को अपनी आपबीती बताने को कहा था।
महिलाओं ने कहा कि यौन उत्पीड़न की शिकायत करने का उनका कोई इरादा नहीं था लेकिन दास ने कोरे कागज पर हस्ताक्षर लेकर उनके नाम से शिकायत दर्ज करा दी। चुनाव आयोग को लिखे पत्र में एनसीडब्ल्यू ने अनुरोध किया कि पीड़ित महिलाएं टीएमसी कार्यकर्ताओं के डर से अपनी शिकायत वापस न लें।
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