उत्तर प्रदेश परिवहन विभाग में चल रही धांधली पर गंभीर रिपोट : सरकार को पहुंचा रहे घाटे में
उत्तर प्रदेश सरकार के यातायात विभाग में एक बेहद गंभीर घोटाले का खुलासा हुआ है। जानकारी हैं कि रोडवेज बसों के चालक और परिचालक मिलकर यात्रियों के टिकट से जुड़ी धांधली कर रहे हैं, जिससे सरकार को भारी नुकसान हो रहा है। इस घोटाले का एक ताजा मामला 18 अगस्त की रात कौशांबी बस स्टैंड से चली मुरादाबाद डिपो की बस (नंबर UP-21CN3521) में सामने आया है, जिसमें पीलीभीत जा रही इस बस में टिकट काटने के खेल में चालक और परिचालक के बीच हुई बातचीत से इस घोटाले का पर्दाफाश हुआ।
उत्तर प्रदेश की बस में चालक और कंडक्टर UP-21CN3521 की गाड़ी में सवारियों के टिकट को लेकर बहुत बड़ा खेल चल रहा है। चालक ने कंडक्टर से कुछ टिकट निकालने की बात की और उसमें एक बात ध्यान देने वाली थी कि 31 तारीख को जरूरत पड़ेगी, इसलिए 20 टिकट निकाल दे ताकि मशीन में नहीं रहेगा। इसके बाद कंडक्टर ने दो टिकट निकाल दिए। कंडक्टर ने कहा कि मशीन में अब भी टिकट आ रहे हैं, तुम मेरी नौकरी खतरे में डाल दोगे।
उत्तर प्रदेश परिवहन विभाग में रोडवेज बसों के टिकट घोटाले का खुलासा। चालक और परिचालक द्वारा टिकट धांधली, महिलाओं के मुफ्त यात्रा का उल्लंघन और यात्रियों की सुरक्षा में लापरवाही जैसे गंभीर आरोप। यातायात विभाग की जांच की मांग
सो रहें हैं यातायात विभाग के कर्मचारी
इसकी सुचना मैने X पर डाली थी और बोला था की कुछ जानकारी देनी है उचित अधिकारी सम्पर्क करें पर कोई भी उस तरफ से कॉल या MSG नहीं आया था सो रहें हैं यातायात बिभाग घुटाले कर रहे गाड़ी चालक
यह मेरा टिकट है उप सरकार ने रक्षाबंधन पर महिलाओ का टिकट 12 बजे के बाद फ्री कर दिया था
मैने देख और सुना की वो जब 2 सावरी डिलीट कर करी फिर भी मशीन में दिखा रही है ऐसा कन्डेक्टर बोला कि तुम मेरी नौकरी
UP-21CN3521 की गाड़ी के सवरी के साथ में टिकट को लेकर बहुत बड़ा गेम चल रहा है चालक ने कंडक्टर से कुछ टिकट निकलने की बात कर रहे थे और उसमे एक बात ध्यान देने वाली थी 31 दिनांक को जरूरत पड़ेगी 20 टिकट निकल दे मशीन में नहीं रहेगा फिर कंडक्टर ने दो टिकट निकल दिए कंडक्टर बोला मशीन में अब भी आ रहे हें तुम मेरी नोकरी खाब बा दोगे इस तहर से उनके बीच बात हो रही थी
उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से रक्षाबंधन पर महिलाओं के लिए 12 बजे के बाद यात्रा करना फ्री था कई महिलाएं उनके साथी बोले कि मुरादाबाद तक का टिकट दे दी उससे आगे तो इनका किराया फ्री है और मुझे पीलीभीत जाना है फिर सरकार के द्वारा फ्री सेवा मुरादाबाद से फ्री वाला टिकट दे देना उसने नहीं दिया बोला आप अभी बस में बैठे हो तो टिकट अभी से टिकट मिलेगा
मेने भी उससे कहा कि आप को वहां तक का टिकट दो जब तक फ्री नहीं है आप को कोई हक नहीं है किसी से उनके हक का पैसा लेने की पर उसने नहीं माना
बस में करीब 5 महिलाएं थे बाद में और बैठी थी रस्ते से उनको बरेली पीलीभीत जाना था उन सभी को दिया कंडक्टर ने टिकट दिया सरकार द्वारा दी गई हो सुविधा का किसी को फायदा नहीं मिला सरकार में अभी भी दिमाग बनाकर इन जैसे लोग खोखला कर रहे हैं वह आने वाले चुनाव और लोगों के बीच सरकार के प्रति घुर्रण बढ़ती जा रही है
उत्तर प्रदेश सरकार के यातायात विभाग में चल रही है धांधली
चालको परिचालक मिलकर कर रहे हैं घोटाला सवारी को मशीन से टिकट डिलीट करते हें कुछ गेम चल रहा है मशीन की लोकेशन बदलकर भी कुछ कर रहे हैं सवारियों को मशीन से डिलीट करके दूसरी गाड़ी में सवारियों को शिफ्ट कर के ट्रांसफर करके भी कुछ गेम चल रहा हैं यह सारी वारदात 18 अगस्त की रात को कौशांबी बस स्टैंड से चली बस UP-21CN3521 से मैं सफ़र कर रहा था मुरादाबाद डिपो की बस थी जो कि पीलीभीत जा रही थी चालक कंडक्टर में बहुत गुस्सा कर रहा था
क्योंकि उसे घोटाला करने के लिए बोला था वह मना कर रहा था चालक गाड़ी चालक कंडक्टर को बोल रहा था की 20 सवारी काट दे मुरादाबाद आने वाला है वह बोल नहीं हमें अपनी नौकरी नहीं लगानी है जब गाड़ी चालक ने उसे समझाया कि काट दे वह बाद में गाड़ी सवारियों को ट्रांसफर कर दें दूसरी गाड़ी पर ऐसा उसने एक प्रैक्टिकल तौर पर दो सवारियों को जब डिलीट किया और ट्रांसफर किया तब भी मशीन से सवारी दिख रहा था वह डर गया बोले हमारी नौकरी चली जाएगी हम नहीं करेंगे ऐसा फिर गाड़ी चालक ने किसी गोपी नाम व्यक्ति को फोन किया और पूछा कि आज तुमने कितनी सवारी को दिखानी है और कैसे किया है वह वाला है इस बार मशीन से में सवारी डिलीट नहीं हो रही है वह सब दिखाई देंगे और आप डिलीट कर दोगे तो भी फिर उसने कोई और तरीका बताया था शायद ट्रांसफर का ही बताया था कुछ और तरीके से उसने फिर मशीन को लोकेशन चेंज करें और पहले मुरादाबाद बाईपास से गाड़ी निकलने वाली थी परी मुरादाबाद का मशीन चार्ज करने के बहाने उतरे आधे घंटे तक के लिए कुछ लोग करते रहे मशीन में मुरादाबाद स्टैंड पर फिर वहां से इन्होंने लेकर चले मिल्क भी गाड़ी बाईपास जाने वाली थी फिर भी अंदर लेकर गए इस तरह उन्होंने जो मैं आगे ही बैठा हुआ था यह सारी बातें सुन रहा थाउन्होंने बताया कि अभी मशीन हमारे मुरादाबाद में है जो रामपुर पहुंचेंगे तो ऑन करेंगे कुछ फोन से स्क्रीनशॉट ले रहे थे यह फोटो खींच रहे थे मशीन के फिर उन्होंने कुछ बता रहे थे
कंडक्टर ने बोला मैंने 32 सवारियां निकाल दी है गाड़ी चालक बोला इतनी निकाल दी चलो होगा देखा जाएगा कंडक्टर बोला आगे चेकिंग तो नहीं हो रही है तभी गाड़ी चालक ने किसी अपने साथी को फोन किया और पूछा आगे गाड़ी तो नहीं खड़ी है वह बोला की मिलक में गाड़ी खड़ी हुई है तब तक गाड़ी मिलक से निकाल कर टोल नाके पर पहुंच चुकी थी टोल पर चेकिंग वाली गाड़ी थी तो परिचालक ने बोला गाड़ी साइड में लगा लो कुछ टिकट बना लेते हैं तभी उन्होंने वहां से दो टिकट बनाएं जो की कौशांबी से लेकर आ रहा था और उनको बोला तुम यही से बैठे हो ऐसा बोलना ठीक है जिस जगह पर गाड़ी थी वहीं से उनका टिकट बना दिया
तभी मौका देख गाड़ी के पीछे गाड़ी निकाल कर उनसे बचकर गाड़ी वहां से निकाल दी उनके चेहरे पर साफ टेंशन देखी जा सकती थी की वो कुछ गलत कर रहे हें
31 अगस्त को कुछ बड़ा करने वाले हैं यह लोग
यह सारी बात में एक बात बार-बार बोल रहे थे की 31 तारीख को काम आएंगे करीब 10000 एक बार में निकलना है पिछली बार हमने बहुत किया था सब करते हैं तो टेंशन ना ले लगता है परिचालक उनके साथ पहली बार यात्रा कर रहा था
एक बात और गौर करने वाली थी गाड़ी चालक ने परिचालक से कहा हमारी गाड़ी में कितनी महिलाएं हैं और कितने पुरुष हैं तभी चालक ने कहा 5 महिलाएं हैं बाकि पुरुष हैं तभी गाड़ी चालक बोलता है पहले बताना चाहिए था इसमें तो बहुत सारी कमाई हो सकती थी हम 20-25 महिला दिखा देते और बाकि पुरुष चलो कोई नहीं अपना काम हो गया है यह सारी बात मिलक से निकलने के बाद हुई
बरेली बस अड्डे पर बस नहीं लगाई थी उससे पहले पहले ही सवारी उतार दी सारी सवारी उतारने के बाद में बस स्टैंड पर इन्होंने बस लगे और फिर वहां से पीलीभीत की बसें सवारी कुछ तो गेम था मैं पहली बार इस तरह की रिपोर्ट लिख रहा हूं इस रोडवेज में किस तरह का गेम चल रहा है वहां के विभाग ही बता सकते हैं किस तरह से मशीन काम करती है किस तरह से रोडवेज की सेवाओं के निरंतर टिकट बुकिंग और बस का चलन होता है मुझे जो चीज महसूस समझ में आई थी उसको गेम चल रहा है तो उसे हिसाब से मैं एक रिपोर्ट लिख रहा हूं इस पर यातायात विभाग जांच करके उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करें इस तरह से सरकार सरकार तो घाटे में जाएगी और आम लोगों को इसका भुगतना पड़ेगा क्योंकि हर बार किराया बढ़ जाता है क्योंकि सरकार को लगता है कि हमारे बस एक कम कमाते हैं इस तरह पिछली बार दिसंबर में एक रिपोर्ट आई थी अमर उजाला पर में पढ़ रहा था की 150 बसें में 25 सवारी से कम लेकर जा रहे थे बल्कि होली दिवाली रक्षाबंधन पर सीट के अलावा लोग खड़े होकर भी जाते हैं लगभग 50 लोगों की सिटी होती है बैठने की और 20 से 25 लोग खड़े होकर जाते हैं क्या इस तरह घोटाले नहीं होते तो सरकार के नुक्सान हो रहे हैं इस पर नजर रखनी चाहिए कि उनके कर्मचारी किस तरह के घोटाले कर रहे हैं
अप रोडवेज की बसें खाना खाने के लिए वॉशरूम जाने के लिए सरकारी बस स्टैंड पर ना रुके प्राइवेट ढाबे पर रोकते हैं जिससे चालकों पर चालक को फ्री में खाना मिलता है और ऊपर से कुछ पैसे और सभी त्योहार पर उनको उपहार भी मिलता है अप 21 35 21 बस इस बार गढ़मुक्तेश्वर से पहले एक धागे पर रुकी वहां पर वॉशरूम जाने के लिए पैसे लिए जा रहे थे और बहुत गंदगी भी देखी जा सकती थी फिर भी लोग जा रहे थे इनके खिलाफ शिकायत होनी चाहिए
सुनसान शहर से दूर एक जगह पर भी यह लोग चाय पीने के लिए बस रोक देते हैं रामपुर से आगे मिलक शहर से बाहर चाय पीने की योजना पहले से थी चालकों पर चालक में फ्री में चाय पी बाकी सब में पैसे देकर चाय पी थी करीब 15 मिनट बस वहां पर रुकी थी इस समय गौर करने वाली बात यह थी कि जब निकल रहे थे तब बस चालक ने दुकान वाले की तरफ हाथ बढ़ाया और उसने कुछ दो 200 या 300 रूपये गाड़ी चालक के हाथ में रख दिए गाड़ी चालक वाले पैसों के लिए गाड़ी प्राइवेट ढाबे पर ले जाते हैं बस में यात्रियों की कोई सुरक्षा नहीं होती उन्हें इस तरह प्राइवेट दुकानों पर नहीं रोकना चाहिए उनको पैसे इस चीज के मिलते हैं यात्रियों को दुकान पर ले जाते हैं जिससे वहां का सामान खरीदे और उनको इस चीज की कमीशन मिलती है सरकार को इन चीजों पर ध्यान देना चाहिए सरकारी दुकानों पर और शहर के बस स्टैंड पर ही बस को रोंके प्राइवेट दुकनो पर सामान भी नकली मिलता है
बस चालक लास्ट स्टॉप से पहले रस्ते में पड़ने वाले शहर की सावरी नहीं बैठते यह लोग जहां से बस लेकर चलते हैं जहां इनका लास्ट स्टॉप होता है कोशिश करते हैं की सवारियां वहीं की बेटे नाश्ते की सवारियां ना बैठे हैं ऐसा क्यों है कि लोग क्या दिल्ली से पीलीभीत जाएंगे मुरादाबाद रामपुर मिलक ही जाना है रास्ते की सवारियां नहीं बैठेंगे क्या उनको अपने घर नहीं जाना है क्या
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