ओडिशा : चक्रवाती तूफान दाना के दौरान संघ के स्वयंसेवकों ने किया सेवा कार्य
जब भी देश व समाज पर किसी प्रकार की विपत्ति आती है तो राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवक सबसे पहले लोगों की सेवा करने के लिए पहुंचते हैं। ओडिशा में चक्रवाती तूफान दाना के दौरान भी स्वयंसेवक सेवा कार्य करने में सबसे आगे रहे। स्वयंसेवकों ने इस आपदा में प्रशासन को भरपूर सहयोग किया । […]
जब भी देश व समाज पर किसी प्रकार की विपत्ति आती है तो राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवक सबसे पहले लोगों की सेवा करने के लिए पहुंचते हैं। ओडिशा में चक्रवाती तूफान दाना के दौरान भी स्वयंसेवक सेवा कार्य करने में सबसे आगे रहे। स्वयंसेवकों ने इस आपदा में प्रशासन को भरपूर सहयोग किया ।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के ओडिशा पूर्व प्रांत के प्रचार प्रमुख सुमंत कुमार पंडा ने बताया कि तूफान दाना के दौरान राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संयोजन में सेवा भारती के तत्वावधान में तथा उत्कल विपन्न सहायता समिति द्वारा तूफान दाना से प्रभावित क्षेत्रों में व्यापक सेवा कार्य किए गए। विशेष रूप से, तूफान से प्रभावित इलाकों जैसे जगतसिंहपुर जिले के पारादीप, महाकालपड़ा, राजनगर, राजकनिका व भद्रक जिले के चांदबाली और अन्य स्थानों में स्वयंसेवकों ने सूखा भोजन वितरित किया और सड़कों पर गिरे पेड़ों और घरों पर गिरे पेड़ों को काटकर साफ किया। तूफान के बाद बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में लोगों को बचाने के साथ-साथ विभिन्न इलाकों में स्वच्छता अभियान भी चलाया गया। इन दोनों जिलों में भद्रक और केंद्रापाड़ा जिलों में 482 स्वयंसेवक सेवा कार्य में लगे रहे।
पंडा ने बताया कि तूफान के ओडिशा के तट पर लैंडफॉल करने की सूचना मिलने के बाद से ही संघ के स्वयंसेवकों ने इसके लिए तैयारी कर ली थी। तूफान से पहले, संभावित 11 जिलों में 169 टीमों का गठन किया गया था, जिनमें 2,044 स्वयंसेवक सेवा कार्य के लिए तैयार ओर सजग थे। संभावित तूफान को ध्यान में रखकर पहले से ही केंद्रापाड़ा जिले में 12 टीमों में 170 स्वयंसेवक, भद्रक में 11 टीमों में 312 कार्यकर्ता, बालेश्वर जिले में 43 टीमों में 425 स्वयंसेवक, जगतसिंहपुर जिले में 9 टीमों में 92 स्वयंसेवक, भुवनेश्वर में 16 टीमों में 70 स्वयंसेवक, खोरधा में 13 टीमों में 215 स्वयंसेवक, पुरी में 15 टीमों में 105 स्वयंसेवक, केन्दुझर में 18 टीमों में 159 स्वयंसेवक, रायरंगपुर में 14 टीमों में 108 स्वयंसेवक, मयूरभंज में 16 टीमों में 156 स्वयंसेवक, गंजाम में 1 टीम में 14 स्वयंसेवक, और जाजपुर में 13 टीमों में 232 स्वयंसेवक सजग व तैयार थे।
तूफान से पहले, कई स्थानों पर स्वयंसेवकों ने प्रशासन का सहयोग किया । तेज हवाओं के आशंका के बीच केन्द्रापडा व भद्रक जिले में निचले इलाकों में व कच्चे घरों में रहने वाले लोगों को संभावित खतरे से बचाने के लिए स्वयंसेवकों ने लोगों को चेतावनी देकर समझा बूझाकर तूफान आश्रय स्थलों तक पहुंचाया। इस कार्य में स्वयंसेवकों ने प्रशासन की सहायता की । तूफान के दौरान, स्वयंसेवकों ने लोगों को सूखा भोजन, पानी और दवाएं वितरित कीं।
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