मुरादाबाद में दीपोत्सव का भव्य आयोजन: हजारों दीयों और 850 ड्रोन शो से रोशन हुआ आसमान
उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में इस बार दीपोत्सव का जश्न अद्वितीय तरीके से मनाया गया। नगर निगम और स्मार्ट सिटी के संयुक्त प्रयास से एक विशाल आयोजन किया गया जिसमें हजारों तेल के दीये जलाकर पूरे शहर को रोशन किया गया। इस आयोजन का मुख्य आकर्षण 850 ड्रोन से किया गया ड्रोन शो रहा, जिसने उपस्थित दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
हजारों दीयों से सजी मुरादाबाद की गलियाँ
इस भव्य आयोजन में शहर के प्रमुख स्थानों और ऐतिहासिक इमारतों को हजारों दीयों से सजाया गया। पूरे शहर को ऐसा आभास हो रहा था मानो दीयों की रोशनी ने आसमान को धरती से जोड़ दिया हो। दीयों से सजी हुई गलियाँ और सजीव ड्रोन शो ने इस दीपोत्सव को अत्यंत विशिष्ट और यादगार बना दिया।
ड्रोन शो: अत्याधुनिक तकनीक से सजा आसमान
इस आयोजन में 850 ड्रोन का उपयोग किया गया, जो विभिन्न आकाशीय आकृतियाँ बनाते हुए दीपोत्सव का संदेश प्रकट कर रहे थे। ड्रोन शो में भारत की संस्कृति, धर्म, और आधुनिकता का अनोखा संगम देखने को मिला। ड्रोन द्वारा आकाश में दीयों की आकृतियाँ, कमल, और कई धार्मिक चिन्ह बनाए गए, जिन्हें देख कर दर्शकों में उत्साह की लहर दौड़ गई।
पर्यावरणीय संरक्षण का संदेश भी शामिल
इस आयोजन का उद्देश्य केवल दीपोत्सव मनाना नहीं था, बल्कि इसके माध्यम से पर्यावरण संरक्षण का संदेश भी दिया गया। तेल के दीयों का उपयोग कर पारंपरिक संस्कृति का सम्मान किया गया, और साथ ही ड्रोन तकनीक का उपयोग कर आतिशबाजी के प्रदूषण से बचने का प्रयास किया गया। यह आयोजन अपने आप में एक मिसाल साबित हुआ, जिसमें परंपरा और आधुनिकता का अद्भुत संगम देखने को मिला।
मुरादाबाद के निवासियों में दिखा उत्साह
इस भव्य आयोजन में मुरादाबाद के निवासियों ने भी बढ़-चढ़कर भाग लिया। लोग अपनी पारंपरिक पोशाकों में दीपोत्सव के उत्साह को अपने परिवार और मित्रों के साथ मिलकर मनाते दिखे।
मुख्य अतिथि और प्रशासनिक सहयोग
कार्यक्रम में विभिन्न प्रशासनिक अधिकारियों और नगर निगम के पदाधिकारियों ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। मुरादाबाद के जिलाधिकारी और मेयर ने इस आयोजन की सराहना करते हुए इसे नगर निगम और स्मार्ट सिटी के सहयोग का एक उत्कृष्ट उदाहरण बताया।
इस अनूठे दीपोत्सव ने न केवल मुरादाबाद बल्कि पूरे उत्तर प्रदेश में एक नई मिसाल कायम की है। इस आयोजन ने स्थानीय नागरिकों के दिलों में दीपावली के महत्व को फिर से जगाया है, साथ ही उन्हें पर्यावरण के प्रति अपनी जिम्मेदारी का एहसास भी कराया।