अपने नागरिकों को बाहर निकाल सकता है भारत

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रंधीर जावसवाल ने कहा, 'बांग्लादेश में जारी प्रदर्शन को हम वहां का आंतरिक मामला मानते हैं। हमने भारतीय नागरिकों व अपने छात्रों के लिए सुझाव जारी किया है। चौबीस घंटे चलने वाला संपर्क नंबर भी स्थापित किया  गया है

Jul 20, 2024 - 19:36
Jul 20, 2024 - 20:17
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अपने नागरिकों को बाहर निकाल सकता है भारत

अपने नागरिकों को बाहर निकाल सकता है भारत  

बांग्लादेश में सरकारी नौकरियों में कोटा सिस्टम (आरक्षण) के खिलाफ हिंसक हो चुके आंदोलन को भारत ने बांग्लादेश का आंतरिक मामला बताया है। वहां के हालात पर विदेश मंत्रालय पैनी नजर बनाए हुए है। विदेश मंत्री एस. जयशंकर स्ववं पूरे मामले की निगरानी कर रहे हैं। बांग्लादेश में रहने वाले 8,500 छात्रों समेत 15 हजार भारतीय नागरिकों की सतर्क रहने के साथ ही दाका स्थित अपने उच्चायोग के साथ संपर्क में रहने को कहा गया है। लगातार बिगड़ती स्थित्ति के मद्देनजर भारतीय एजेंसियां अपने नागरिकों को निकालने की व्यवस्था में जुट गई हैं। बांग्लादेश की स्थिति को लेकर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रंधीर जावसवाल ने कहा, 'बांग्लादेश में जारी प्रदर्शन को हम वहां का आंतरिक मामला मानते हैं। हमने भारतीय नागरिकों व अपने छात्रों के लिए सुझाव जारी किया है। चौबीस घंटे चलने वाला संपर्क नंबर भी स्थापित किया  गया है, ताकि भारतीय नागरिक जरूरत पड़ने पर संपर्क कर सकें।

विदेश मंत्री जयशंकर भी मामले पर करीची नजर रखे हुए हैं। हमारे उच्चायुक्त लगातार यहां नजर बनाए हुए हैं। उन्होंने चहां स्थानीय प्रशासन से भी लगातार संपर्क बना रखा है। वहां रहने वाले भारतीय नागरिकों के परिजनों से भी आग्रह है कि वह हमारी सूचनाओं पर नजर रखें। हम अपने नागरिकों की मदद करने को प्रतिबद्ध हैं। भारत की तरफ से इस पूरे प्रकरण को बांग्लादेश का आंतरिक मामला कहना प्रधानमंत्री शेख हसीना के लिए राहत भरी खबर होगी। पीएम हसीना ने पीएम नरेन्द्र मोदी के साथ मिलकर हाल के वर्षों में भारत और बांग्लादेश के रिश्ते को काफी मजबूत किया है।

सनद रहे कि 2023 में जब भाजपा की एक नेता ने आपत्तिजनक टिप्पणी की थी तब कई मुस्लिम देशों ने इसकी भत्र्सना की थी लेकिन शेख हसीना सरकार ने इसे भारत का अतिरिक मामला करार दिया था। अभी बांग्लादेश में कुछ ही दिनों में कई शहरों में हिंसक प्रदर्शन हुए हैं उससे भारत चिंतित है। एक वजह इस आंदोलन को कुछ कट्टरपंथी समूहों की तरफ से दिया जाने वाला समर्थन है। देर शाम को मिली सूचना के मुताबिक बांग्लादेश से भारतीय छात्रों ने स्वदेश वापसी शुरू कर दी है। शुक्रवार रात आठ बजे तक 245 भारतीय नागरिक बंगाल स्थित गेदे सीमा से स्वदेश लौट चुके थे। इनमें 125 छात्र हैं। कुछ नेपाली छात्रों के भी भारत आने की सूचना है। भारत सरकार ने सीमा पर तीन जगह से भारतीय नागरिकों के लौटने का इंतजाम किया है। ढाका में भारतीय उच्चायोग
लगातार स्थानीय प्रशासन के साथ संपर्क में हैं ताकि भारतीय नागरिकों की सुरक्षा दी जा सके।

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