5 मार्च का इतिहास प्रमुख घटनाएँ, जन्मे महान व्यक्ति और महत्वपूर्ण अवसर

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Mar 4, 2025 - 05:27
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5 मार्च का इतिहास प्रमुख घटनाएँ, जन्मे महान व्यक्ति और महत्वपूर्ण अवसर

5 मार्च की महत्वपूर्ण घटनाएँ

1968 - मार्टिन लूथर किंग की हत्या
मार्टिन लूथर किंग जूनियर अमेरिका के नागरिक अधिकारों के लिए संघर्ष करने वाले महान नेता थे। 5 मार्च 1968 को उनकी हत्या कर दी गई थी। वे नस्लीय भेदभाव के खिलाफ अहिंसक आंदोलन के लिए प्रसिद्ध थे और उन्हें 1964 में नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। उनके प्रयासों से अमेरिका में नस्लीय समानता को कानूनी मान्यता मिली।

1983 - आस्ट्रेलिया में बाब हाक प्रधानमंत्री बने
5 मार्च 1983 को ऑस्ट्रेलिया में लेबर पार्टी के नेता बाब हाक प्रधानमंत्री बने। उन्होंने देश की अर्थव्यवस्था को सुधारने और श्रमिक वर्ग के हितों को संरक्षित करने के लिए कई महत्वपूर्ण नीतियाँ लागू कीं। उनकी नीतियों के कारण ऑस्ट्रेलिया में श्रम सुधारों को मजबूती मिली।

1997 - इंडियन ओशन रिम एसोसिएशन की स्थापना
भारत सहित तेरह अन्य देशों ने 5 मार्च 1997 को इंडियन ओशन रिम एसोसिएशन (IORA) के गठन की घोषणा की। यह संगठन हिंद महासागर क्षेत्र में व्यापार, निवेश और समुद्री सहयोग को बढ़ावा देने के लिए बनाया गया था। इसमें 23 सदस्य देश और 10 संवाद साझेदार हैं।

1999 - सुनील दत्त की सद्भावना यात्रा
प्रसिद्ध अभिनेता और राजनेता सुनील दत्त ने 5 मार्च 1999 को कोलंबो से अपनी 13,000 किलोमीटर लंबी दक्षिण एशिया सद्भावना यात्रा का शुभारंभ किया। इस यात्रा का उद्देश्य शांति और आपसी भाईचारे को बढ़ावा देना था। उन्होंने विभिन्न देशों में जाकर शांति का संदेश दिया।

2001 - कोलंबिया के राष्ट्रपति भारत दौरे पर
कोलंबिया के राष्ट्रपति परुत्राना चार दिवसीय यात्रा पर भारत आए। इस यात्रा का उद्देश्य दोनों देशों के बीच व्यापार और सांस्कृतिक संबंधों को मजबूत करना था। इसी दिन मक्का में ईद के दौरान भगदड़ में 36 लोगों की मृत्यु हो गई थी।

2002 - राष्ट्रमंडल शिखर सम्मेलन सम्पन्न
5 मार्च 2002 को राष्ट्रमंडल देशों का शिखर सम्मेलन समाप्त हुआ। इस सम्मेलन में अंतरराष्ट्रीय व्यापार, मानवाधिकार और वैश्विक राजनीति से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की गई।

2003 - अलकायदा आतंकवादी गिरफ़्तार
5 मार्च 2003 को पाकिस्तान के रावलपिंडी में अलकायदा का शीर्ष आतंकवादी मुस्तफ़ा अहमद अल-हवसावी गिरफ्तार किया गया। वह 9/11 हमलों से संबंधित था और लंबे समय से वांछित अपराधियों में शामिल था।

2006 - पाकिस्तान में मुठभेड़
5 मार्च 2006 को पाकिस्तान में अलकायदा और सुरक्षा बलों के बीच भीषण मुठभेड़ हुई, जिसमें 100 से अधिक लोग मारे गए। यह मुठभेड़ आतंकवाद के खिलाफ अभियान का एक हिस्सा थी।

2007 - क्वात्रोची के प्रत्यर्पण दस्तावेज स्वीकृत
5 मार्च 2007 को अर्जेंटीना सरकार ने भारत द्वारा भेजे गए क्वात्रोची के प्रत्यर्पण दस्तावेजों को स्वीकार कर लिया। क्वात्रोची बोफोर्स घोटाले से जुड़ा था और उसे भारत लाने के लिए यह एक महत्वपूर्ण कदम था।

2008 - ब्रह्मोस मिसाइल का परीक्षण
5 मार्च 2008 को भारत ने समुद्र से ज़मीन पर हमला करने वाली ब्रह्मोस मिसाइल का सफल परीक्षण किया। यह सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल भारतीय सेना की शक्ति को बढ़ाने में महत्वपूर्ण साबित हुई।

2009 - बापू की विरासत विजय माल्या ने खरीदी
5 मार्च 2009 को भारतीय उद्योगपति विजय माल्या ने महात्मा गांधी की विरासत से जुड़ी कुछ वस्तुएँ 18 लाख रुपये में खरीदीं। इन वस्तुओं में उनके चश्मे, घड़ी, चप्पल और एक कटोरी शामिल थी।

2018 - 90वें ऑस्कर अवॉर्ड्स में 'द शेप ऑफ़ वाटर' को सफलता
5 मार्च 2018 को आयोजित 90वें अकादमी पुरस्कार (ऑस्कर) समारोह में 'द शेप ऑफ़ वाटर' ने सर्वश्रेष्ठ फ़िल्म और सर्वश्रेष्ठ निर्देशक सहित चार पुरस्कार जीते। यह फ़िल्म अपनी अनूठी कहानी और बेहतरीन निर्देशन के लिए चर्चित रही।

5 मार्च को जन्मे प्रमुख व्यक्ति

परगट सिंह (1965)

परगट सिंह भारतीय हॉकी के बेहतरीन डिफेंडरों में से एक रहे हैं। उन्होंने भारतीय हॉकी टीम के कप्तान के रूप में 1992 और 1996 के ओलंपिक में देश का नेतृत्व किया। परगट सिंह अपने आक्रामक खेल और मजबूत रक्षा प्रणाली के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने भारतीय हॉकी को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। खेल से संन्यास के बाद वे राजनीति में सक्रिय हुए और पंजाब विधानसभा के सदस्य बने। वे अपने राज्य और समाज के कल्याण के लिए लगातार प्रयासरत रहते हैं।

कपिल पाटिल (1961)

कपिल पाटिल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक प्रमुख नेता और सांसद हैं। वे महाराष्ट्र के भिवंडी लोकसभा क्षेत्र से सांसद चुने गए हैं। राजनीति में आने से पहले वे समाज सेवा से जुड़े रहे और विभिन्न सामाजिक मुद्दों पर सक्रिय भूमिका निभाते रहे। वे शिक्षा और ग्रामीण विकास से जुड़े मामलों में विशेष रुचि रखते हैं। अपने प्रभावशाली नेतृत्व और जमीनी स्तर पर किए गए कार्यों के कारण वे अपने क्षेत्र में लोकप्रिय हैं। संसद में उन्होंने कई महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की और अपने क्षेत्र के विकास के लिए लगातार प्रयास किए हैं।

शिवराज सिंह चौहान (1959)

शिवराज सिंह चौहान भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के समर्पित कार्यकर्ता हैं। वे मध्य प्रदेश के सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहने वाले नेता हैं। उनकी छवि एक जननेता की रही है, जो किसानों और गरीबों के कल्याण के लिए कई योजनाएँ लेकर आए। ‘लाड़ली लक्ष्मी योजना’ और ‘मुख्यमंत्री कन्यादान योजना’ जैसी योजनाओं के कारण वे प्रदेश की जनता के बीच काफी लोकप्रिय हैं। उनके नेतृत्व में मध्य प्रदेश ने कृषि, शिक्षा और बुनियादी ढांचे के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति की है।

गंगूबाई हंगल (1913)

गंगूबाई हंगल भारतीय शास्त्रीय संगीत की सुप्रसिद्ध गायिका थीं, जो 'किराना घराने' से संबंधित थीं। उन्होंने अपनी विशिष्ट और प्रभावशाली शैली से हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत को समृद्ध किया। उनका गायन ठुमरी, दादरा और खासतौर पर खयाल गायकी के लिए जाना जाता है। कठिन परिस्थितियों के बावजूद उन्होंने संगीत साधना जारी रखी और देश-विदेश में अपनी कला का प्रदर्शन किया। उन्हें पद्म भूषण और पद्म विभूषण सहित कई प्रतिष्ठित पुरस्कारों से सम्मानित किया गया। भारतीय संगीत में उनके योगदान को सदैव याद किया जाएगा।

बीजू पटनायक (1916)

बीजू पटनायक भारतीय स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, प्रसिद्ध राजनीतिज्ञ और सामाजिक कार्यकर्ता थे। वे उड़ीसा (अब ओडिशा) के मुख्यमंत्री भी रहे। स्वतंत्रता संग्राम के दौरान उन्होंने आज़ादी के आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभाई और नेहरू जी के करीबी सहयोगी रहे। वे कुशल विमानचालक भी थे और उन्होंने इंडोनेशिया की स्वतंत्रता में भी मदद की थी। बीजू पटनायक की राजनीतिक सूझबूझ और नेतृत्व क्षमता के कारण उन्हें ओडिशा के विकास का प्रमुख स्तंभ माना जाता है। उनके सम्मान में ओडिशा का प्रमुख हवाई अड्डा ‘बीजू पटनायक अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा’ नाम से जाना जाता है।

वसंत साठे (1925)

वसंत साठे भारतीय राजनीतिज्ञ और लोकसभा के पांच बार सदस्य रहे। वे कांग्रेस पार्टी के प्रमुख नेता थे और केंद्रीय मंत्री पद पर भी कार्यरत रहे। दूरदर्शन को एक स्वतंत्र प्रसारण सेवा में बदलने में उनका अहम योगदान रहा। उन्होंने भारत में केबल टेलीविजन और दूरसंचार क्षेत्र के विस्तार की दिशा में भी महत्वपूर्ण प्रयास किए। वे एक कुशल वक्ता और विचारशील नेता के रूप में जाने जाते थे। उनके योगदान को भारतीय राजनीति और प्रसारण क्षेत्र में एक नई दिशा देने के रूप में याद किया जाता है।

सोम ठाकुर (1934)

सोम ठाकुर हिंदी और ब्रजभाषा के प्रसिद्ध कवि थे। उन्होंने मुक्तक, छंद और लोकगीतों में अपनी अमिट छाप छोड़ी। उनकी कविताओं में राष्ट्रीयता, प्रेम और समाज सुधार की झलक मिलती है। वे कवि सम्मेलनों में अपनी प्रभावशाली प्रस्तुति के लिए भी प्रसिद्ध थे। उनकी लेखनी में भारतीय संस्कृति और परंपराओं का अद्भुत समन्वय देखने को मिलता है। उन्होंने कई काव्य संग्रह भी लिखे, जो हिंदी साहित्य में विशेष स्थान रखते हैं। उनकी रचनाएँ आज भी पाठकों और श्रोताओं को प्रेरित करती हैं।

सुमंत मूलगांवकर (1906)

सुमंत मूलगांवकर भारतीय उद्योग जगत के प्रमुख व्यक्तित्वों में से एक थे। वे ‘टाटा मोटर्स’ के प्रबंध निदेशक (एमडी) थे और भारतीय ऑटोमोबाइल उद्योग के विकास में उनका अहम योगदान रहा। उन्होंने टाटा मोटर्स को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण पहल कीं। उनके नेतृत्व में कंपनी ने कई नई तकनीकों और उत्पादों को अपनाया। उनके योगदान को देखते हुए उन्हें पद्म भूषण से सम्मानित किया गया। भारतीय उद्योग क्षेत्र में उन्हें एक दूरदर्शी नेता के रूप में जाना जाता है, जिन्होंने देश की औद्योगिक प्रगति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

5 मार्च को हुए निधन

जी.पी. बिड़ला (2010)

गोपीकृष्ण पिरामल बिड़ला (जी.पी. बिड़ला) भारत के प्रसिद्ध उद्यमियों में से एक थे। वे बिड़ला समूह के महत्वपूर्ण स्तंभों में से एक थे और भारतीय उद्योग जगत में उनका बड़ा योगदान था। उन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में व्यापार का विस्तार किया, जिनमें सीमेंट, टेक्सटाइल, इंजीनियरिंग और स्वास्थ्य सेवाएँ शामिल थीं। बिड़ला समूह को नई ऊँचाइयों तक पहुँचाने में उनका अहम योगदान रहा। वे परोपकार और समाज सेवा के लिए भी प्रसिद्ध थे, खासकर शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में उनके द्वारा कई संस्थान स्थापित किए गए। उनके निधन से भारतीय उद्योग जगत को बड़ी क्षति हुई। 

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@Dheeraj kashyap युवा पत्रकार- विचार और कार्य से आने वाले समय में अपनी मेहनत के प्रति लगन से समाज को बेहतर बना सकते हैं। जरूरत है कि वे अपनी ऊर्जा, साहस और ईमानदारी से र्काय के प्रति सही दिशा में उपयोग करें , Bachelor of Journalism And Mass Communication - Tilak School of Journalism and Mass Communication CCSU meerut / Master of Journalism and Mass Communication - Uttar Pradesh Rajarshi Tandon Open University पत्रकारिता- प्रेरणा मीडिया संस्थान नोएडा 2018 से केशव संवाद पत्रिका, प्रेरणा मीडिया, प्रेरणा विचार पत्रिका,