4 मार्च का इतिहास: प्रमुख घटनाएँ, जन्म, निधन और विशेष अवसर

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Mar 4, 2025 - 05:22
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4 मार्च का इतिहास: प्रमुख घटनाएँ, जन्म, निधन और विशेष अवसर

4 मार्च की महत्त्वपूर्ण घटनाएँ

1921 - ननकाना साहिब हत्याकांड
असहयोग आंदोलन के दौरान, 4 मार्च 1921 को, ननकाना साहिब गुरुद्वारे में शांति पूर्ण सभा कर रहे लोगों पर ब्रिटिश सेना ने गोली चला दी। इस निर्मम हमले में 70 निहत्थे लोगों की जान चली गई। यह घटना सिख समुदाय के लिए बेहद दर्दनाक थी और स्वतंत्रता संग्राम में क्रांतिकारी प्रभाव डाला।

1931 - गांधी-इर्विन समझौता
ब्रिटिश वायसराय लॉर्ड इरविन और महात्मा गांधी के बीच एक महत्वपूर्ण बैठक हुई, जिसमें राजनीतिक कैदियों की रिहाई और नमक आंदोलन से जुड़ी प्रमुख माँगों पर चर्चा की गई। इस समझौते ने भारत के स्वतंत्रता संग्राम को नई दिशा दी और बाद में द्वितीय गोलमेज सम्मेलन का मार्ग प्रशस्त किया।

1998 - प्रकाश शाह की नियुक्ति
संयुक्त राष्ट्र महासचिव कोफी अन्नान ने भारतीय राजनयिक प्रकाश शाह को बगदाद में विशेष प्रतिनिधि नियुक्त किया। यह नियुक्ति इराक संकट के दौरान की गई थी, जब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इराक की स्थिति पर गंभीर चर्चा हो रही थी।

1999 - संयुक्त राष्ट्र कर्मचारियों के लिए नई नीति
संयुक्त राष्ट्र ने अपने कर्मचारियों को निर्देश दिया कि वे अपनी परित्यक्ता पत्नियों और बच्चों के लिए जीवन निर्वाह भत्ता दें। यह फैसला सामाजिक सुरक्षा की दृष्टि से महत्वपूर्ण था और कर्मचारियों की पारिवारिक जिम्मेदारियों को ध्यान में रखते हुए लिया गया।

2001 - तालिबान ने मूर्तियों की बिक्री से इनकार किया
तालिबान शासन ने ईरान द्वारा अफगानिस्तान की ऐतिहासिक मूर्तियों को खरीदने की पेशकश को ठुकरा दिया। इसके बाद तालिबान ने बामियान बुद्ध की प्राचीन मूर्तियों को तोड़ने का आदेश दिया, जिससे वैश्विक स्तर पर इसकी कड़ी आलोचना हुई।

2002 - राष्ट्रमंडल और अफगानिस्तान आपदा
राष्ट्रमंडल देशों ने जिम्बाब्वे के खिलाफ प्रतिबंध लगाने का प्रस्ताव खारिज कर दिया। इसी दिन अफगानिस्तान में भूस्खलन की एक बड़ी घटना हुई, जिसमें लगभग 150 लोगों की जान चली गई।

2003 - नाइजीरिया में नौका हादसा
नाइजीरिया के कब्बी राज्य में एक नौका नाइजर नदी में डूब गई, जिससे 80 लोगों की मौत हो गई। इस हादसे ने वहां की जल परिवहन प्रणाली की खामियों को उजागर किया और सरकार से सख्त नियम लागू करने की माँग उठी।

2008 - तेलंगाना मुद्दा और अन्य घटनाएँ
तेलंगाना राज्य के गठन में हो रही देरी के कारण, तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के विधायकों ने आंध्र प्रदेश विधानसभा से इस्तीफा दे दिया। इसके अलावा, हिंदी साहित्य के प्रसिद्ध विद्वान डॉ. मदन लाल मधु को स्वर्णाक्षर पुरस्कार से सम्मानित किया गया। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने ईरान के खिलाफ नई पाबंदियाँ लागू कीं।

2009 - आर्थिक और न्यायिक बदलाव
भारतीय रिजर्व बैंक ने प्रमुख ब्याज दरों में आधा प्रतिशत की कटौती की घोषणा की, जिससे भारतीय अर्थव्यवस्था को राहत मिली। इसी दिन पटना हाईकोर्ट के चंदमौली कुमार प्रसाद को इलाहाबाद हाईकोर्ट और दीपक वर्मा को राजस्थान हाईकोर्ट का मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किया गया। राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल ने नवीन चावला को मुख्य चुनाव आयुक्त पद पर नियुक्त किया। राजस्थान के पोखरण में ब्रह्मोस मिसाइल के नए संस्करण का सफल परीक्षण किया गया। 

4 मार्च को जन्मे प्रसिद्ध व्यक्तित्व

गायत्री गोपीचंद (2003)
गायत्री गोपीचंद भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी हैं। वे प्रसिद्ध कोच पुलेला गोपीचंद की बेटी हैं और महिला डबल्स में अपनी शानदार प्रतिभा के लिए जानी जाती हैं। उन्होंने कई अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंटों में भारत का प्रतिनिधित्व किया है।

कमलप्रीत कौर (1996)
कमलप्रीत कौर भारतीय डिस्कस थ्रो खिलाड़ी हैं, जिन्होंने टोक्यो ओलंपिक 2020 में भाग लिया था। वे भारत की शीर्ष डिस्कस थ्रोअर में से एक हैं और कई राष्ट्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में पदक जीत चुकी हैं।

प्रमोद काले (1941)
प्रमोद काले भारतीय अंतरिक्ष वैज्ञानिक हैं, जिन्होंने इसरो के विभिन्न मिशनों में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उन्होंने उपग्रह प्रौद्योगिकी और संचार प्रणालियों के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किया है।

तोरु दत्त (1856)
तोरु दत्त अंग्रेज़ी भाषा की प्रतिभासंपन्न भारतीय कवयित्री थीं। वे भारतीय साहित्य में अपनी काव्य रचनाओं के लिए जानी जाती हैं और अंग्रेज़ी साहित्य में भी महत्वपूर्ण स्थान रखती हैं।

दरबान सिंह नेगी (1883)
दरबान सिंह नेगी प्रथम विश्व युद्ध के दौरान ब्रिटिश भारतीय सेना के बहादुर सैनिकों में से एक थे। उन्हें वीरता के लिए ब्रिटिश राज के सर्वोच्च सैन्य सम्मान "विक्टोरिया क्रॉस" से सम्मानित किया गया था।

रामनरेश त्रिपाठी (1881)
रामनरेश त्रिपाठी प्राक्छायावादी युग के महत्वपूर्ण कवि थे। उनकी कविताएँ राष्ट्रीय चेतना और सामाजिक संदेशों से ओतप्रोत हैं।

बलुसु संबमूर्ति (1886)
बलुसु संबमूर्ति मद्रास के प्रमुख स्वतंत्रता सेनानी थे। वे भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में सक्रिय रूप से शामिल रहे और ब्रिटिश शासन के खिलाफ संघर्ष किया।

फणीश्वरनाथ रेणु (1921)
फणीश्वरनाथ रेणु हिंदी साहित्य के प्रतिष्ठित लेखक थे। उनकी रचनाएँ ग्रामीण भारत की सजीव झलक प्रस्तुत करती हैं। 'मैला आँचल' उनकी प्रसिद्ध कृति है।

दीना पाठक (1922)
दीना पाठक प्रसिद्ध गुजराती रंगमंच और फ़िल्म अभिनेत्री थीं। वे सामाजिक मुद्दों पर आधारित नाटकों और फिल्मों में अपने प्रभावशाली अभिनय के लिए जानी जाती थीं।

कोमल कोठारी (1929)
कोमल कोठारी राजस्थान की लोक संस्कृति और लोक गीतों के संरक्षण के लिए प्रसिद्ध थे। उन्होंने राजस्थानी लोककथाओं और संगीत पर गहन शोध किया था।

वीरेंद्र कुमार सकलेचा (1930)
वीरेंद्र कुमार सकलेचा मध्य प्रदेश के 10वें मुख्यमंत्री थे। वे भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता थे और प्रदेश की राजनीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

दीवान सिंह दानू (1923)
दीवान सिंह दानू भारतीय सेना के वीर सैनिक थे, जिन्हें 'महावीर चक्र' से सम्मानित किया गया था। उन्होंने देश की रक्षा के लिए अद्वितीय वीरता का परिचय दिया।

रोहन बोपन्ना (1980)
रोहन बोपन्ना भारतीय टेनिस खिलाड़ी हैं, जो विशेष रूप से युगल मुकाबलों में सफलता के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने कई ग्रैंड स्लैम प्रतियोगिताओं में हिस्सा लिया है।

कामालिनी मुखर्जी (1980)
कामालिनी मुखर्जी भारतीय फ़िल्म अभिनेत्री हैं, जिन्होंने हिंदी, तेलुगु, तमिल और बंगाली फिल्मों में अभिनय किया है। वे अपनी सहज अभिनय शैली के लिए जानी जाती हैं। 

4 मार्च को हुए निधन

शेन वॉर्न (2022)
शेन वॉर्न ऑस्ट्रेलिया के महानतम क्रिकेटरों में से एक थे। वे दुनिया के सबसे बेहतरीन लेग स्पिनरों में गिने जाते थे और टेस्ट क्रिकेट में 700 से अधिक विकेट लेने वाले कुछ गिने-चुने खिलाड़ियों में से एक थे।

अजीत राम वर्मा (2009)
अजीत राम वर्मा एक प्रसिद्ध भारतीय वैज्ञानिक थे, जिन्हें विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था।

ठाकुर जगमोहन सिंह (1899)
ठाकुर जगमोहन सिंह विजयराघवगढ़, मध्य प्रदेश के राजकुमार और प्रसिद्ध साहित्यकार थे। उन्होंने हिंदी साहित्य में अमूल्य योगदान दिया।

सत्येन्द्र प्रसन्न सिन्हा (1928)
सत्येन्द्र प्रसन्न सिन्हा एक प्रसिद्ध भारतीय अधिवक्ता और राजनेता थे। वे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के प्रमुख नेताओं में से एक थे और भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में भी उनकी भूमिका महत्वपूर्ण रही।

लाला हरदयाल (1939)
लाला हरदयाल एक प्रसिद्ध भारतीय क्रांतिकारी और ‘गदर पार्टी’ के संस्थापक थे। उन्होंने भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और प्रवासी भारतीयों को संगठित करने का कार्य किया।

सुनील कुमार महतो (2007)
सुनील कुमार महतो भारतीय सांसद थे, जो झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) से जुड़े थे। उनकी हत्या नक्सलियों द्वारा कर दी गई थी।

अर्जुन सिंह (2011)
अर्जुन सिंह भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के वरिष्ठ नेता थे। वे मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री और भारत सरकार में केंद्रीय मंत्री भी रह चुके थे।

पी. ए. संगमा (2016)
पी. ए. संगमा भारत के प्रसिद्ध राजनीतिज्ञ थे। वे लोकसभा अध्यक्ष के रूप में भी कार्य कर चुके थे और मेघालय के मुख्यमंत्री रह चुके थे।

के. वी. रघुनाथ रेड्डी (2002)
के. वी. रघुनाथ रेड्डी भारतीय राजनीतिज्ञ थे, जिन्होंने आंध्र प्रदेश की राजनीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।

4 मार्च के महत्वपूर्ण अवसर एवं उत्सव

राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस (औद्योगिक संस्थानों की सुरक्षा)
4 मार्च को राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस मनाया जाता है, जो औद्योगिक संस्थानों की सुरक्षा और श्रमिकों की रक्षा के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए समर्पित है। इसका उद्देश्य कार्यस्थल पर दुर्घटनाओं को रोकने और सुरक्षा उपायों को सख्ती से लागू करने पर जोर देना है।

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@Dheeraj kashyap युवा पत्रकार- विचार और कार्य से आने वाले समय में अपनी मेहनत के प्रति लगन से समाज को बेहतर बना सकते हैं। जरूरत है कि वे अपनी ऊर्जा, साहस और ईमानदारी से र्काय के प्रति सही दिशा में उपयोग करें , Bachelor of Journalism And Mass Communication - Tilak School of Journalism and Mass Communication CCSU meerut / Master of Journalism and Mass Communication - Uttar Pradesh Rajarshi Tandon Open University पत्रकारिता- प्रेरणा मीडिया संस्थान नोएडा 2018 से केशव संवाद पत्रिका, प्रेरणा मीडिया, प्रेरणा विचार पत्रिका,