होली 2024: रंगों का त्योहार, परंपराएं, उमंग और उल्लास रंगों की बहार देशभर में होली का उल्लास

रंगों का त्योहार होली पूरे देश में हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है। मथुरा-वृंदावन की होली से लेकर बिहार, महाराष्ट्र और पंजाब की अनोखी परंपराओं तक, यह पर्व प्रेम, सौहार्द और भाईचारे का संदेश देता है। रंगों की बहार देशभर में होली का उल्लास, Colours of Holi Holi celebrated across the country, Holi, holifestival, Braj, Mathura, Vrindavan, festivalofcolors,

Mar 12, 2025 - 10:25
Mar 12, 2025 - 10:32
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होली 2024: रंगों का त्योहार, परंपराएं, उमंग और उल्लास रंगों की बहार देशभर में होली का उल्लास

रंगों की बहार: देशभर में होली का उल्लास

होली भारत का सबसे रंगीन और उत्साहपूर्ण त्योहार है, जो प्रेम और भाईचारे का प्रतीक है। मथुरा-वृंदावन की लठमार और फूलों की होली से लेकर विभिन्न राज्यों की अनूठी परंपराओं तक, जानें इस पर्व के विविध रंग और सांस्कृतिक महत्व। 

होली, जिसे 'रंगों का त्योहार' कहा जाता है, भारत के सबसे हर्षोल्लासपूर्ण पर्वों में से एक है। यह त्योहार न केवल रंगों से सराबोर होता है, बल्कि भाईचारे, प्रेम और उमंग का संदेश भी देता है। इस बार भी देशभर में होली का जश्न पूरे जोश और उल्लास के साथ मनाया जा रहा है।

ब्रज की होली: अद्भुत परंपराओं की छटा

मथुरा और वृंदावन की होली की तो बात ही अलग है। यहाँ की होली को देखने के लिए देश-विदेश से श्रद्धालु और पर्यटक उमड़ पड़ते हैं। बरसाना की 'लठमार होली' में महिलाओं द्वारा पुरुषों को लाठियों से मारने की परंपरा निभाई जाती है, जबकि नंदगांव और वृंदावन में गुलाल और फूलों की होली का अद्भुत नजारा देखने को मिलता है।

फाल्गुनी खुमार में सराबोर देश

देश के विभिन्न हिस्सों में होली को अलग-अलग तरीकों से मनाया जाता है। उत्तर भारत में जहां रंग और गुलाल की बौछार होती है, वहीं पश्चिम बंगाल में 'डोल यात्रा' के रूप में यह पर्व मनाया जाता है। महाराष्ट्र में ‘शिमगा’ और पंजाब में ‘होला मोहल्ला’ के रूप में होली की धूम देखने को मिलती है। बिहार में ‘फगुआ’ की मस्ती और भोजपुरी होली के गानों की गूंज माहौल को और रंगीन बना देती है।

संस्कृति और सौहार्द का संदेश

होली केवल रंगों का त्योहार नहीं, बल्कि यह समाज में प्रेम, सौहार्द और एकता का प्रतीक भी है। यह त्योहार बुराई पर अच्छाई की जीत का संदेश देता है, क्योंकि इसे भक्त प्रह्लाद की कथा से जोड़ा जाता है। होलिका दहन की परंपरा हमें अहंकार और अधर्म से बचने की सीख देती है।

उमंग और आनंद का संचार

गुलाल की बौछार, मिठाइयों की मिठास और ढोल-नगाड़ों की धुन के बीच हर कोई इस पर्व का आनंद ले रहा है। गुझिया, ठंडाई और पकवानों की खुशबू माहौल को और भी रंगीन बना देती है।

होली का यह रंगीन उत्सव हमें प्रेम, भाईचारे और सकारात्मक ऊर्जा से भर देता है। तो इस बार भी "बुरा न मानो होली है!" कहते हुए खूब मस्ती करें और सुरक्षित होली मनाएं।

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