12 मार्च की महत्वपूर्ण घटनाओं का विस्तृत विवरण आज का इतिहास

12 मार्च का इतिहास: जानिए इस दिन की प्रमुख ऐतिहासिक घटनाएँ, प्रसिद्ध व्यक्तित्वों के जन्म व निधन की जानकारी, और अन्य महत्वपूर्ण घटनाक्रम। पढ़ें 12 मार्च से जुड़ी रोचक जानकारियाँ।

Mar 12, 2025 - 10:16
Mar 12, 2025 - 10:37
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12 मार्च की महत्वपूर्ण घटनाओं का विस्तृत विवरण आज का इतिहास

12 मार्च की महत्वपूर्ण घटनाओं का विस्तृत विवरण

1. 1992 - मॉरीशस गणराज्य घोषित

12 मार्च 1992 को मॉरीशस को गणराज्य घोषित किया गया और उसने ब्रिटिश राजशाही से पूर्ण स्वतंत्रता प्राप्त कर ली। इससे पहले, मॉरीशस एक संवैधानिक राजतंत्र था, जिसमें ब्रिटेन की महारानी को राष्ट्राध्यक्ष के रूप में मान्यता प्राप्त थी। गणराज्य बनने के बाद, देश में राष्ट्रपति को राष्ट्राध्यक्ष बनाया गया। मॉरीशस की स्वतंत्रता का दिन 12 मार्च 1968 को था, और इसी दिन 1992 में इसे गणराज्य का दर्जा मिला, जिससे यह एक पूर्ण संप्रभु राष्ट्र बन गया।

2. 1993 - मुंबई बम धमाके

12 मार्च 1993 को मुंबई में सिलसिलेवार बम धमाके हुए, जो भारतीय इतिहास के सबसे भीषण आतंकवादी हमलों में से एक थे। इन विस्फोटों में 300 से अधिक लोग मारे गए और सैकड़ों घायल हुए। यह हमला अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम और उसके सहयोगियों द्वारा संगठित किया गया था। धमाकों का मुख्य उद्देश्य बाबरी मस्जिद विध्वंस के बाद सांप्रदायिक तनाव को और भड़काना था। इस हमले के पीछे टाइगर मेमन और अन्य आतंकवादियों का हाथ था, और इस घटना ने भारत की सुरक्षा व्यवस्था को हिला कर रख दिया।

3. 1998 - हेन्स जोशिम पाबस्ट वान ओहेन का निधन

हेन्स जोशिम पाबस्ट वान ओहेन एक प्रसिद्ध जर्मन वैज्ञानिक और अभियंता थे, जिन्होंने टर्बोनेट इंजन के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्हें टर्बोजेट इंजन का जनक माना जाता है, जिसने आधुनिक वायुयान उद्योग को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया। उनके शोध और आविष्कारों ने वायुसेना और नागरिक उड्डयन के क्षेत्र में क्रांति ला दी। 1998 में उनके निधन के साथ ही विज्ञान जगत ने एक महान वैज्ञानिक को खो दिया, जिनका योगदान हमेशा याद किया जाएगा।

4. 2003 - सर्बिया के प्रधानमंत्री जोरान जिनजिब की हत्या

12 मार्च 2003 को सर्बिया के प्रधानमंत्री जोरान जिनजिब की बेलग्रेड में हत्या कर दी गई। वे सर्बिया में लोकतंत्र और सुधारों के प्रबल समर्थक थे और उन्होंने मिलोसेविच शासन के खिलाफ अभियान चलाया था। उनकी हत्या राजनीतिक अस्थिरता का कारण बनी और सर्बियाई राजनीति में बड़ा संकट खड़ा हुआ। इस घटना के बाद सर्बियाई सरकार ने अपराधियों के खिलाफ व्यापक अभियान चलाया और कई संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया। जिनजिब की हत्या को आधुनिक सर्बिया के इतिहास में एक बड़ा झटका माना जाता है।

5. 2004 - दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति रोह मू हुन निलंबित, दक्षेस लेखक सम्मेलन प्रारंभ

12 मार्च 2004 को दक्षिण कोरिया की संसद ने तत्कालीन राष्ट्रपति रोह मू हुन के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव पारित किया, जिससे उन्हें पद से निलंबित कर दिया गया। उन पर भ्रष्टाचार और सत्ता के दुरुपयोग के आरोप लगाए गए थे। हालांकि, बाद में संवैधानिक न्यायालय ने इस फैसले को पलट दिया और उन्हें पद पर पुनः बहाल कर दिया गया। इसी दिन पाकिस्तान के लाहौर में 10वें दक्षेस लेखक सम्मेलन की शुरुआत हुई, जिसमें दक्षिण एशियाई देशों के कई प्रसिद्ध लेखक और बुद्धिजीवी शामिल हुए। इस सम्मेलन का उद्देश्य साहित्य के माध्यम से क्षेत्रीय सहयोग को बढ़ावा देना था।

6. 2006 - सद्दाम हुसैन के विरुद्ध मुकदमे की सुनवाई प्रारंभ

12 मार्च 2006 को इराक के पूर्व राष्ट्रपति सद्दाम हुसैन के खिलाफ मुकदमे की सुनवाई शुरू हुई। उन पर मानवाधिकार हनन, नरसंहार और युद्ध अपराधों के आरोप थे। सद्दाम हुसैन को इराकी नागरिकों पर अत्याचार करने, कुर्दों के खिलाफ नरसंहार और अन्य अपराधों के लिए दोषी ठहराया गया। सुनवाई के दौरान, उन्होंने अदालत की वैधता पर सवाल उठाया और खुद को इराक का वैध राष्ट्रपति बताया। अंततः, उन्हें मौत की सजा सुनाई गई और 30 दिसंबर 2006 को फांसी दे दी गई।

7. 2007 - 9वें क्रिकेट विश्वकप का उद्घाटन

12 मार्च 2007 को वेस्टइंडीज में 9वें क्रिकेट विश्वकप का भव्य उद्घाटन हुआ। इस टूर्नामेंट में दुनिया की शीर्ष क्रिकेट टीमें भाग ले रही थीं। भारत, पाकिस्तान, ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका जैसी टीमें खिताब के लिए प्रतिस्पर्धा कर रही थीं। यह विश्वकप कई कारणों से ऐतिहासिक रहा, जिसमें आयरलैंड और बांग्लादेश जैसी टीमों का शानदार प्रदर्शन भी शामिल था। अंततः, ऑस्ट्रेलिया ने इस विश्वकप को जीता और लगातार तीसरी बार खिताब अपने नाम किया, जिससे उनका क्रिकेट में दबदबा स्थापित हुआ।

12 मार्च की अन्य महत्वपूर्ण घटनाएँ

1. 2008 - पुदुचेरी के उपराज्यपाल मुकुट मिथी का इस्तीफा

12 मार्च 2008 को पुदुचेरी के उपराज्यपाल मुकुट मिथी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। मुकुट मिथी अरुणाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री भी रह चुके थे और उन्हें 2006 में पुदुचेरी का उपराज्यपाल नियुक्त किया गया था। उनके इस्तीफे के बाद, केंद्र सरकार ने नए उपराज्यपाल की नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू की। पुदुचेरी भारत का एक केंद्रशासित प्रदेश है, जहां उपराज्यपाल की भूमिका प्रशासन में महत्वपूर्ण होती है।

2. 2008 - नागालैंड में राष्ट्रपति शासन हटाने का निर्णय

इसी दिन, केंद्रीय मंत्रिमंडल ने नागालैंड में राष्ट्रपति शासन हटाने का निर्णय लिया। राज्य में राजनीतिक अस्थिरता के कारण राष्ट्रपति शासन लागू किया गया था, लेकिन चुनावों के बाद नई सरकार बनने की संभावना के चलते इसे हटाने का फैसला लिया गया। नागालैंड भारत के उत्तर-पूर्वी राज्यों में से एक है, जहां समय-समय पर राजनीतिक और सुरक्षा संबंधी चुनौतियां देखी जाती हैं। इस निर्णय से राज्य में लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं को पुनः स्थापित करने में मदद मिली।

3. 2008 - अमेरिकी वायुसेना ने स्टील्थ लड़ाकू विमान एफ-117 को बेड़े से हटाया

12 मार्च 2008 को अमेरिकी वायुसेना ने अपने सबसे उन्नत स्टील्थ लड़ाकू विमानों में से एक, एफ-117 नाइटहॉक को आधिकारिक रूप से सेवा से हटा दिया। यह विमान 1983 में अमेरिकी वायुसेना में शामिल हुआ था और इसका उपयोग खाड़ी युद्ध सहित कई सैन्य अभियानों में किया गया था। यह पहला ऐसा विमान था जो स्टील्थ तकनीक से लैस था, जिससे यह रडार की पकड़ में नहीं आता था। हालांकि, एफ-22 और एफ-35 जैसे उन्नत विमानों के विकास के कारण इसे हटा दिया गया।

4. 2008 - वारवा सेमेनिकोवा का 117 वर्ष की आयु में निधन

रूस की वारवा सेमेनिकोवा, जिन्हें दुनिया की सबसे वृद्ध महिला माना जाता था, का 12 मार्च 2008 को 117 वर्ष की आयु में निधन हो गया। उनका जन्म 1890 में हुआ था और उन्होंने तीन शताब्दियों का अनुभव किया था। वे रूस की कई ऐतिहासिक घटनाओं की साक्षी रहीं, जिनमें रूसी क्रांति, द्वितीय विश्व युद्ध और सोवियत संघ का विघटन शामिल है। उनका दीर्घायु जीवन दुनियाभर के वैज्ञानिकों और स्वास्थ्य विशेषज्ञों के लिए शोध का विषय बना रहा।

5. 2009 - एयर मार्शल डी. सी. कुमारिया ने वायुसेना में नया पदभार संभाला

12 मार्च 2009 को भारतीय वायुसेना के ऑपरेशंस निदेशालय के पहले महानिदेशक के रूप में एयर मार्शल डी. सी. कुमारिया ने कार्यभार संभाला। यह पद भारतीय वायुसेना में संचालन और रणनीतिक योजनाओं को बेहतर बनाने के लिए सृजित किया गया था। डी. सी. कुमारिया ने इस भूमिका में रहते हुए वायुसेना की अभियानगत क्षमताओं को सुदृढ़ करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। उनके नेतृत्व में कई महत्वपूर्ण अभियानों की योजना बनाई गई और वायुसेना के आधुनिकीकरण पर जोर दिया गया।

6. 2018 - नेपाल में त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर विमान दुर्घटना

12 मार्च 2018 को नेपाल की राजधानी काठमांडू स्थित त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर यूएस-बांग्ला एयरलाइंस का एक विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस दुर्घटना में कम से कम 51 लोगों की मृत्यु हुई और कई अन्य घायल हो गए। यह विमान बांग्लादेश के ढाका से काठमांडू आ रहा था, लेकिन लैंडिंग के दौरान रनवे से हटकर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। दुर्घटना का कारण पायलट की गलती और संचार में गड़बड़ी बताया गया। इस हादसे को नेपाल के सबसे भीषण विमान हादसों में से एक माना जाता है। 

12 मार्च को जन्मे प्रमुख व्यक्तित्व

1. यशवंतराव चव्हाण (1913-1984) - भारतीय राजनीतिज्ञ

यशवंतराव चव्हाण भारत के एक प्रमुख राजनीतिज्ञ और महाराष्ट्र के पहले मुख्यमंत्री थे। वे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के महत्वपूर्ण नेता थे और उन्हें आधुनिक महाराष्ट्र के निर्माता के रूप में जाना जाता है। उन्होंने भारत के रक्षा मंत्री, वित्त मंत्री और गृह मंत्री जैसे महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया। देश की कृषि, उद्योग और सहकारी क्षेत्र में उनके योगदान को आज भी सराहा जाता है।

2. रॉल अलफोन्सिन (1927-2009) - अर्जेंटीना के पूर्व राष्ट्रपति

रॉल अलफोन्सिन अर्जेंटीना के राष्ट्रपति (1983-1989) थे और वे देश में लोकतंत्र की बहाली के लिए प्रसिद्ध हैं। उन्होंने सैन्य तानाशाही के बाद अर्जेंटीना में लोकतांत्रिक शासन की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनके कार्यकाल में आर्थिक सुधारों और मानवाधिकारों की रक्षा को प्राथमिकता दी गई।

3. श्रेया घोषाल (1984-) - भारतीय गायिका

श्रेया घोषाल भारत की मशहूर पार्श्व गायिका हैं, जिन्होंने कई भाषाओं में हजारों गाने गाए हैं। उन्होंने मात्र 16 वर्ष की उम्र में संजय लीला भंसाली की फिल्म देवदास (2002) के लिए पार्श्वगायन किया और तभी से वे भारतीय संगीत जगत में एक प्रमुख नाम बन गईं। उन्हें कई राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार, फिल्मफेयर पुरस्कार और अन्य प्रतिष्ठित सम्मान मिल चुके हैं।

4. एस. दामोदरन (1962-) - समाजिक कार्यकर्ता

एस. दामोदरन तमिलनाडु के एक प्रसिद्ध समाजिक कार्यकर्ता हैं, जो विशेष रूप से गरीब और वंचित समुदायों के उत्थान के लिए कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कई सामाजिक संगठनों की स्थापना की है और शिक्षा, स्वास्थ्य और गरीबी उन्मूलन के क्षेत्र में अहम योगदान दिया है।

5. हरमोहिन्दर सिंह बेदी (1950-) - हिंदी लेखक और शिक्षाविद

हरमोहिन्दर सिंह बेदी एक प्रसिद्ध हिंदी लेखक, शिक्षाविद और अकादमिक प्रशासक हैं। वे पंजाब में साहित्य और शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए जाने जाते हैं। उनकी रचनाएँ हिंदी साहित्य को समृद्ध करने के साथ-साथ समाज में जागरूकता लाने का कार्य करती हैं।

6. दयानंद बांदोदकर (1911-1973) - गोवा के प्रथम मुख्यमंत्री

दयानंद बांदोदकर गोवा के पहले मुख्यमंत्री थे और उन्होंने गोवा के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। वे महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी के नेता थे और उन्होंने गोवा के ग्रामीण इलाकों के विकास के लिए कई योजनाएँ शुरू कीं। उनके नेतृत्व में गोवा ने बुनियादी ढांचे, शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में महत्वपूर्ण प्रगति की।

12 मार्च को हुए प्रमुख निधन

1. बी. जे. दीवान (2012) - आंध्र प्रदेश के कार्यवाहक राज्यपाल

बी. जे. दीवान आंध्र प्रदेश के कार्यवाहक राज्यपाल थे। उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान प्रशासनिक सुधारों और राज्य की नीतियों के बेहतर संचालन में योगदान दिया। उनकी सेवाएँ राज्य की राजनीतिक व्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण रहीं।

2. पी. सी. वैद्य (2010) - प्रसिद्ध भारतीय गणितज्ञ

पी. सी. वैद्य भारत के प्रसिद्ध गणितज्ञों में से एक थे, जिन्होंने गणित के क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण शोध किए। वे विशेष रूप से गणितीय भौतिकी और संख्यात्मक विश्लेषण में अपने योगदान के लिए जाने जाते हैं। भारतीय विज्ञान और अनुसंधान समुदाय में उनका नाम आदर से लिया जाता है।

3. पोप ग्रेगरी प्रथम (604) - ईसाई धर्मगुरु

पोप ग्रेगरी प्रथम, जिन्हें संत ग्रेगरी महान भी कहा जाता है, ईसाई धर्म के एक महत्वपूर्ण नेता थे। वे ईसाई चर्च के सुधारों और कैथोलिक परंपराओं को मजबूत करने के लिए प्रसिद्ध हैं। पोप बनने से पहले वे एक रोमन सीनेटर भी थे और उनका प्रशासनिक अनुभव चर्च को संगठित करने में सहायक सिद्ध हुआ।

4. क्षितिजमोहन सेन (1960) - मध्यकालीन संत साहित्य के मर्मज्ञ समीक्षक

क्षितिजमोहन सेन भारतीय साहित्य और संत परंपरा के गहरे अध्येता थे। वे विशेष रूप से मध्यकालीन संत साहित्य के विश्लेषण और आलोचना के लिए प्रसिद्ध थे। उनके शोध कार्यों ने भारतीय संत काव्य और भक्ति साहित्य को बेहतर समझने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। 

12 मार्च के महत्त्वपूर्ण अवसर एवं उत्सव

1. केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) स्थापना दिवस

हर साल 12 मार्च को केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) का स्थापना दिवस मनाया जाता है। यह बल 1969 में स्थापित किया गया था और इसका मुख्य कार्य भारत के औद्योगिक प्रतिष्ठानों, हवाई अड्डों, सरकारी इमारतों और अन्य महत्वपूर्ण परिसंपत्तियों की सुरक्षा करना है। आज के समय में CISF देश की प्रमुख सुरक्षा एजेंसियों में से एक है और विभिन्न क्षेत्रों में अपनी सेवाएँ प्रदान कर रहा है।

2. तिब्बती महिला विकास दिवस

तिब्बती महिला विकास दिवस हर साल 12 मार्च को मनाया जाता है। यह दिवस तिब्बती महिलाओं के अधिकारों, उनके सामाजिक और आर्थिक विकास तथा उनके संघर्ष को सम्मान देने के लिए मनाया जाता है। यह दिवस विशेष रूप से तिब्बत की स्वतंत्रता और तिब्बती महिलाओं के संघर्ष को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उजागर करने के लिए महत्वपूर्ण है।

3. डांडी कूच दिवस (1930)

12 मार्च 1930 को महात्मा गांधी के नेतृत्व में डांडी मार्च या नमक सत्याग्रह की शुरुआत हुई थी। यह भारत के स्वतंत्रता संग्राम का एक महत्वपूर्ण आंदोलन था, जिसमें गांधीजी ने साबरमती आश्रम से डांडी तक 24 दिन तक यात्रा कर ब्रिटिश सरकार के नमक कानून का विरोध किया था। यह आंदोलन अंग्रेजी शासन के विरुद्ध जनजागरण का प्रतीक बना और भारत की आजादी की दिशा में एक बड़ा कदम साबित हुआ।

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