डॉ. पूनम गुप्ता बनीं RBI की नई डिप्टी गवर्नर: जानिए उनके सफर की प्रेरणादायक कहानी

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Apr 4, 2025 - 18:56
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डॉ. पूनम गुप्ता बनीं RBI की नई डिप्टी गवर्नर: जानिए उनके सफर की प्रेरणादायक कहानी

डॉ. पूनम गुप्ता बनीं RBI की नई डिप्टी गवर्नर: जानिए उनके सफर की प्रेरणादायक कहानी

भारत सरकार ने 2 अप्रैल 2025 को देश की प्रतिष्ठित अर्थशास्त्री डॉ. पूनम गुप्ता को भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की नई डिप्टी गवर्नर नियुक्त किया है। वे इस पद पर माइकल पात्रा की जगह लेंगी, जिन्होंने जनवरी 2025 में इस्तीफा दे दिया था। डॉ. गुप्ता का कार्यकाल तीन वर्षों का होगा। उनकी यह नियुक्ति ऐसे समय पर हुई है जब 5 अप्रैल को मॉनिटरी पॉलिसी कमेटी की बैठक होनी है।

कौन हैं डॉ. पूनम गुप्ता?

डॉ. पूनम गुप्ता इस समय नेशनल काउंसिल ऑफ एप्लाइड इकोनॉमिक रिसर्च (NCAER) की डायरेक्टर जनरल हैं और प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद (PMEAC) की सदस्य भी हैं। वे 16वें वित्त आयोग की एडवाइजरी काउंसिल का हिस्सा भी हैं। इन तीनों जिम्मेदारियों में उनका योगदान नीति निर्माण, आर्थिक सुधार और वित्तीय स्थिरता जैसे अहम क्षेत्रों में रहा है।

IMF से करियर की शुरुआत

डॉ. गुप्ता ने अपना करियर 1998 में इंटरनेशनल मॉनिटरी फंड (IMF) से शुरू किया। यहां उन्होंने यूरोपियन, अफ्रीकन और रिजर्व डिपार्टमेंट में बतौर इकोनॉमिस्ट और पॉलिसी एनालिस्ट कार्य किया। IMF में उन्होंने लगभग 8 साल तक काम किया।

शैक्षणिक दुनिया में भी योगदान

2006 से 2008 तक वे दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स में एसोसिएट प्रोफेसर रहीं और इसके बाद 2009 से 2011 तक ICRIER में मैक्रोइकोनॉमिक्स की प्रोफेसर के रूप में कार्यरत रहीं। साथ ही वे NIPFP में RBI चेयर प्रोफेसर भी रह चुकी हैं।

वर्ल्ड बैंक में महत्वपूर्ण भूमिका

डॉ. गुप्ता ने साल 2013 में वर्ल्ड बैंक जॉइन किया, जहां वे सीनियर और फिर लीड इकोनॉमिस्ट ऑफ इंडिया बनीं। वर्ल्ड बैंक में अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने IFC के ग्लोबल मैक्रो रिसर्च डिवीजन में भी अहम भूमिका निभाई।

ICRIER की पहली महिला महानिदेशक

2021 में वे ICRIER की पहली महिला महानिदेशक बनीं। ICRIER एक प्रमुख आर्थिक थिंक टैंक है जो व्यापार, वित्त, नीति निर्माण और आर्थिक सुधारों पर रिसर्च करता है।

डॉ. गुप्ता की विशेषज्ञता

डॉ. गुप्ता की विशेषज्ञता इंटरनेशनल इकोनॉमिक्स, मैक्रोइकोनॉमिक पॉलिसी, फिस्कल सिस्टम, और फाइनेंशियल रिफॉर्म्स जैसे क्षेत्रों में है। 1998 में उन्होंने इंटरनेशनल इकोनॉमिक्स में PhD के लिए एक्जिम बैंक पुरस्कार भी जीता था।

RBI में चार डिप्टी गवर्नर

RBI में कुल 4 डिप्टी गवर्नर होते हैं। इनमें से दो RBI के अधिकारी होते हैं, एक इकोनॉमिस्ट और एक कॉमर्शियल बैंकिंग सेक्टर से होता है। डॉ. पूनम की नियुक्ति के साथ अब RBI में डिप्टी गवर्नर की टीम पूरी हो गई है, जिसमें स्वामीनाथन जे., टी. रबी शंकर, एम. राजेश्वर राव भी शामिल हैं।

डिप्टी गवर्नर की सैलरी PM से ज्यादा!

एक दिलचस्प तथ्य यह भी है कि RBI डिप्टी गवर्नर की सैलरी देश के प्रधानमंत्री से भी अधिक होती है। प्रधानमंत्री को जहां ₹1.66 लाख मासिक वेतन मिलता है, वहीं डिप्टी गवर्नर को ₹2.25 लाख प्रतिमाह सैलरी मिलती है, साथ में अन्य सुविधाएं भी।

क्यों खास है यह नियुक्ति?

डॉ. पूनम गुप्ता की नियुक्ति सिर्फ एक प्रशासनिक कदम नहीं है, बल्कि यह भारत में महिलाओं की बढ़ती भागीदारी और नेतृत्व की दिशा में एक बड़ा कदम है। वे अपने अनुभव, ज्ञान और अंतरराष्ट्रीय दृष्टिकोण के चलते भारतीय आर्थिक नीति निर्माण में नई दिशा देने की क्षमता रखती हैं।


डॉ. पूनम गुप्ता की नियुक्ति एक महत्वपूर्ण और प्रेरणादायक घटना है। उन्होंने शिक्षा, अनुसंधान और नीति-निर्माण के क्षेत्र में जो योगदान दिया है, वह भारत की अर्थव्यवस्था के भविष्य के लिए बेहद अहम साबित हो सकता है। देश को उनसे बड़ी उम्मीदें हैं और आने वाले समय में उनका नेतृत्व RBI को नई ऊंचाइयों तक ले जा सकता है।


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@Dheeraj kashyap युवा पत्रकार- विचार और कार्य से आने वाले समय में अपनी मेहनत के प्रति लगन से समाज को बेहतर बना सकते हैं। जरूरत है कि वे अपनी ऊर्जा, साहस और ईमानदारी से र्काय के प्रति सही दिशा में उपयोग करें , Bachelor of Journalism And Mass Communication - Tilak School of Journalism and Mass Communication CCSU meerut / Master of Journalism and Mass Communication - Uttar Pradesh Rajarshi Tandon Open University पत्रकारिता- प्रेरणा मीडिया संस्थान नोएडा 2018 से केशव संवाद पत्रिका, प्रेरणा मीडिया, प्रेरणा विचार पत्रिका,