एशियन गेम्स में 72 साल में भारत का सबसे सफल एशियाड, रिकॉर्ड स्वर्ण जीतने से रचा इतिहास
एशियन गेम्स में 72 साल में भारत का सबसे सफल एशियाड, रिकॉर्ड स्वर्ण जीतने से रचा इतिहास
![एशियन गेम्स में 72 साल में भारत का सबसे सफल एशियाड, रिकॉर्ड स्वर्ण जीतने से रचा इतिहास](https://bharatiya.news/uploads/images/202310/image_870x_65204c8f1a772.jpg)
एशियन गेम्स: 72 साल में भारत का सबसे सफल एशियाड, रिकॉर्ड स्वर्ण जीतने से लेकर शूटिंग-एथलेटिक्स में रचा इतिहास
यह एशियाई खेलों के इतिहास में भी पहली बार है जब भारत ने 20 से अधिक स्वर्ण पदक जीते हैं। इससे पहले सबसे ज्यादा स्वर्ण 72 साल पहले, यानी 1951 के दिल्ली एशियाई खेलों में जीते थे, तब भारत ने 15 स्वर्ण पदक जीते थे।
हांगझोऊ एशियाई खेलों में भारत ने इतिहास रच दिया है। 'इस बार 100 पार' का लक्ष्य लेकर उतरे भारतीय दल ने 100 से ज्यादा पदक पक्के कर लिए हैं। भारत के लिए इससे बड़ी खुशी क्या होगी कि आजादी के 75वें वर्ष के अमृतकाल में देश 19वें एशियाई खेलों में पदकों का शतक पूरा करने जा रहा है। स्पर्धाओं के 13वें दिन भारत ने हॉकी के स्वर्ण सहित नौ पदक जीतकर पदकों की संख्या 95 तक पहुंचा दी है। सौ पदकों का पार होना इसलिए तय है क्योंकि कई स्पर्धाओं में हम फाइनल में हैं, बस मेडल का रंग तय होना है।
शुक्रवार को कुश्ती में तीन कांस्य पदक मिले। तीरंदाजी में एक रजत, एक कांस्य, ब्रिज में एक रजत, बैडमिंटन में एक कांस्य के अलावा सेपकटेकरॉ में पदक भी मिला, जो ऐतिहासिक है। हॉकी के स्वर्ण पदक की सर्वाधिक खुशी है क्योंकि इसके साथ आने वाले पेरिस ओलंपिक का टिकट भी पक्का हो गया है। एशियाई खेलों के आखिरी दिन, यानी शनिवार, को सात अन्य पदक आने हैं, और पदकों की संख्या 100 के पार हो जाएगी। कंपाउंड तीरंदाजी (3), कबड्डी (2), बैडमिंटन (1), और पुरुष क्रिकेट (1) में भारत को पदक मिलना तय है।
अभी ये सात पदक तय हैं:
कबड्डी में दो पदक: भारत की महिला और पुरुष टीमें दोनों फाइनल में पहुंच चुकी हैं।
तीरंदाजी में तीन पदक: कंपाउंड एकल और महिला एकल फाइनल में दोनों भारतीय खिलाड़ी, ज्योति सुरेखा महिला एकल फाइनल में हैं।
क्रिकेट में एक पदक: महिला टीम ने स्वर्ण पदक जीता, पुरुष टीम शनिवार को फाइनल में खेलेगी।
बैडमिंटन में एक पदक: पुरुष बैडमिंटन युगल में सात्विक-चिराग की जोड़ी फाइनल में है।
किसी एक एशियाड में सबसे ज्यादा स्वर्ण पदक:
यह एशियाई खेलों के इतिहास में भी पहली बार है जब भारत ने 20 से अधिक स्वर्ण पदक जीते हैं। इससे पहले सबसे ज्यादा स्वर्ण 72 साल पहले यानी 1951 के दिल्ली एशियाई खेलों में जीते थे, तब भारत ने 15 स्वर्ण पदक जीते थे। भारत ने जकार्ता में हुए पिछले एशियाई खेलों के 70 पदकों के कीर्तिमान को तोड़ दिया है और अब तक 100 से ज्यादा पदक जीत लिए हैं।
100 का लक्ष्य पूरा करने में इनका बड़ा योगदान:
निशानेबाजी में पहली बार जीते हैं 22 पदक:
भारतीय निशानेबाजों ने एशियाई खेलों में इतिहास रच दिया है। भारतीय शूटर्स ने हांगझोऊ एशियाई खेलों में 22 पदक जीते हैं, जिनमें सात स्वर्ण, नौ रजत, और छह कांस्य पदक शामिल हैं। इससे पहले का रिकॉर्ड 2006 के दोहा एशियाई खेलों के था, जब भारत ने 14 पदक जीते थे।
ट्रैक एंड फील्ड (एथलेटिक्स) से मिले 29 पदक:
भारत ने एथलेटिक्स में 29 पदक जीते हैं, इनमें से छह स्वर्ण, 14 रजत, और नौ कांस्य पदक शामिल हैं। भारत ने ट्रैक एंड फील्ड में सबसे ज्यादा पदक 1951 के दिल्ली एशियाई खेलों में जीते थे, तब वहां 34 पदक मिले थे, इनमें 10 स्वर्ण, 12 रजत, और 11 कांस्य पदक शामिल थे।
इन खेलों का भी बहुत योगदान रहा:
इसके अलावा, स्क्वॉश में पहली बार भारत ने दो स्वर्ण, एक रजत, और एक कांस्य जीता है। तीरंदाजी में अब तक तीन स्वर्ण, एक
What's Your Reaction?
![like](https://bharatiya.news/assets/img/reactions/like.png)
![dislike](https://bharatiya.news/assets/img/reactions/dislike.png)
![wow](https://bharatiya.news/assets/img/reactions/wow.png)
![sad](https://bharatiya.news/assets/img/reactions/sad.png)