रेलवे ट्रैक और पिंक सूटकेस में लड़की की लाश, 25 दिन बाद खुला हिला देनेवाला राज

मुंबई के कर्जत-लोनावला रेल मार्ग पर एक गुलाबी सूटकेस में एक महिला का शव मिलने से सनसनी फैल गई। पुलिस जांच में जुटी। यह एक ब्लांइड केस था। युवती के बारे में भी पुलिस को कुछ नहीं पता था। नवी मुंबई पुलिस ने फिर बहुत ही होशियारी से यह केस सुलझाया।

May 11, 2025 - 05:56
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रेलवे ट्रैक और पिंक सूटकेस में लड़की की लाश, 25 दिन बाद खुला हिला देनेवाला राज
मुंबई : 16 अप्रैल 2025 को मुंबई में कर्जत-लोनावला रेलवे ट्रैक पर एक गुलाबी रंग का लावारिस सूटकेस मिला। हड़कंप मच गया। पुलिस की टीम पहुंची। सूटकेस को खोल गया तो सबके होश उड़ गए। इसके अंदर एक लड़की की लाश पैक थी। मजबूत कद-काठी की थी। उसका रंग गेहुंआ था। उसके बाल काले और लंबे थे। उसकी ऊंचाई 5 फुट थी। उसके हाथ और पैर हरे रंग की नायलॉन की रस्सी से बंधे हुए थे। उसने लाल रंग का गोल गले का टी-शर्ट और सफेद रंग की पैंट पहनी थी, जिस पर फूलों की नक्काशी थी। उसका चेहरा और सिर काले रंग की प्लास्टिक की थैली से बंधा हुआ था। उसके गले में हरे रंग की नायलॉन की रस्सी बंधी हुई थी। उसके माथे पर सफेद रंग का कपड़ा बंधा हुआ था और उसकी आंखें और जीभ आधी बाहर निकली हुई थीं। महिला के शव के पास उसकी पहचान बताने वाला कोई सबूत नहीं था।

पुलिस के लिए ब्लाइंड केस था

नवी ने लड़की का पता लगाने की कोशिश की लेकिन कुछ पता नहीं चल सका। लड़की कौन थी, कहां से आई और किसने उसकी हत्या की? किसी सवाल का जवाब पुलिस के पास नहीं था। इस ब्लांइड मर्डर मिस्ट्री को सुलझाने में पुलिस जुट गई। आखिर 25 दिन बाद गुत्थी सुलझा ली गई।

ऐसे मिला केस का छोर

कर्जत पुलिस स्टेशन के सीनियर इंस्पेक्टर सुरेंद्र गरद ने बताया कि युवती का शव पुणे की ओर जाने वाली रेलवे लाइन के पास मिला था। माना गया कि आरोपियों ने चलती ट्रेन से सूटकेस को ठाकुरवाड़ी स्टेशन के पास फेंक दिया होगा। यह स्टेशन लोनावला से पहले आता है। इसलिए, दोनों पुलिस स्टेशनों की टीमों ने छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस, दादर, , पनवेल, लोकमान्य तिलक टर्मिनस और कर्जत रेलवे स्टेशन पर लगे लगभग 250 CCTV कैमरे खंगाले।

250 सीसीटीवी खंगाले

नेरल पुलिस स्टेशन के असिस्टेंट इंस्पेक्टर शिवाजी धवले ने बताया कि लगभग 250 CCTV कैमरों की फुटेज को स्कैन किया गया। इस केस में पुलिस के लिए मददगार गुलाबी रंग का सूटकेस होना बना। क्योंकि इस रंग का सूटकेस दूर से समझ आ जाता है और जल्दी किसी के पास नहीं होता। चेकिंग के दौरान LTT स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर 4 पर एक युवक और युवती गुलाबी ट्रॉली बैग को खींचते हुए दिखाई दिए। इसके बाद पुलिस ने के प्लेटफॉर्म नंबर 4 पर लगे अलग-अलग कैमरों को अलग-अलग एंगल से देखा। जांच में पता चला कि संदिग्ध व्यक्ति और महिला 15 अप्रैल 2025 को रात 10:17 बजे मुंबई कोइंबटूर एक्सप्रेस नंबर 11013 के कोच नंबर 101496 में A-1 AC कोच में बैठकर गए थे।

यात्रियों के रेलवे रिजर्वेशन डीटेल निकाले

पुलिस ने रेलवे प्रशासन के रिजर्वेशन विभाग, मुंबई से उस बोगी में यात्रा करने वाले सभी 52 यात्रियों की जानकारी और रिजर्वेशन के लिए दिए गए मोबाइल नंबर हासिल किए। पुलिस ने उनके CDR (कॉल डिटेल रिकॉर्ड) भी निकाले। CDR से पता चला कि दोनों संदिग्ध में उतरे थे। इसके बाद पुलिस ने बेंगलुरु रेलवे स्टेशन के 16 अप्रैल 2025 के रात 8:56 बजे के CCTV फुटेज की जांच की। फुटेज में संदिग्ध व्यक्ति और महिला के पास पिंक रंग का ट्रॉली बैग नहीं दिखा। इससे पुलिस का शक और बढ़ गया।

सर्विलांस पर लगाए गए मोबाइल

दोनों के घर पर पता किया गया लेकिन वे वहां नहीं थे। पुलिस ने किसी को शक नहीं होने दिया। उसके बाद दोनों के नंबर सर्विलांस पर लगाए गए और दोनों की लोकेशन बेंगलुरु में मिली। पुलिस ने आंध्र प्रदेश के रहने वाले एक शख्स और महिला को गिरफ्तार किया। दोनों बेंगलुरु के एक होटल से पकड़े गए।

बीटेक का छात्र है लड़का

पुलिस का कहना है कि इन दोनों ने मिलकर महिला की हत्या की है। आरोपी आदमी का नाम वी विजय कुमार वेंकटेश (26) है। वह बीटेक का छात्र है। महिला आरोपी का नाम टी यशस्विनी राजा तातिकोलु (24) है। वह पोस्ट-ग्रेजुएट है। मरने वाली महिला का नाम धनलक्ष्मी रेड्डी (34) था। वह बायो टेक्नोलॉजी में एमएससी थी। नवी इस मामले की आगे जांच कर रही है। पुलिस का कहना है कि आरोपियों ने पहले महिला की गला दबाकर हत्या की। फिर उसके शव को सूटकेस में भरकर ठिकाने लगा दिया। आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। उन्होंने बताया कि धनलक्ष्मी रेड्डी के साथ उनका झगड़ा हुआ था। झगड़ा इतना बढ़ गया कि उन्होंने उसकी हत्या कर दी।

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