उत्तर कोरिया ने बना ली परमाणु ऊर्जा से चलने वाली पनडुब्बी! अथाह समंदर से दागेगी न्यूक्लिर मिसाइल, किम जोंग की नई ताकत से US में हड़कंप

उत्तर कोरिया ने परमाणु ऊर्जा से चलने वाली वाली पनडुब्बी की पहली तस्वीर दुनिया को दिखाई है। तानाशाह किम जोंग के पास इस हथियार के आने से पानी के अंदर से मिसाइल दागने की क्षमता हासिल हो जाएगी। इस कदम से अमेरिका और दक्षिण कोरिया के लिए खतरा पैदा होगा।

Mar 9, 2025 - 09:32
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उत्तर कोरिया ने बना ली परमाणु ऊर्जा से चलने वाली पनडुब्बी! अथाह समंदर से दागेगी न्यूक्लिर मिसाइल, किम जोंग की नई ताकत से US में हड़कंप
प्योगयांग: ने पहली बार अपनी परमाणु ऊर्जा से चलने वाली पनडुब्बी की झलक दुनिया को दिखाई है। तानाशाह किम जोंग उन का निर्माणाधीन हथियार दक्षिण कोरिया और अमेरिका के लिए बड़ा खतरा बन सकता है। उत्तर कोरिया के सरकारी मीडिया ने शनिवार को इस परमाणु चालित पनडुब्बी की तस्वीरें जारी की। इसे परमाणु ऊर्जा से चलने वाली रणनीतिक निर्देशित मिसाइल पनडुब्बी कहा गया है। तस्वीरों में उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन को उस जगह का दौरा करते दिखाया गया है, जहां युद्धपोत बनाए जाते हैं।

पानी के अंदर से मिसाइल दागने की क्षमता

कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी (KCNA) ने बताया कि किम को इसके निर्माण के बारे में जानकारी दी गई। हालांकि, इसने पनडुब्बी के बारे में विस्तार से कोई जानकारी नहीं दी। दक्षिण कोरिया के पनडुब्बी विशेषज्ञ और सियोल की हनयांग यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर मून क्यून-सिक ने सीएनएन को बताया कि उत्तर कोरियाई नेवल शिप 6000 टन क्लास या 70000 टन क्लास का मालूम पड़ता है, जो लगभग 10 मिसाइलों को ले जा सकता है। इसके साथ ही उत्तर कोरिया को पानी के अंदर से मिसाइल दागने की क्षमता हासिल हो जाएगी।

परमाणु हथियार ले जाने में होगी सक्षम

रणनीतिक निर्देशित मिसाइलों शब्द के इस्तेमाल का मतलब समझाते हुए मून ने बताया कि इसका अर्थ है कि यह परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम होगा। मून ने कहा, यह हमारे और अमेरिका के लिए बिल्कुल खतरा होगा। किम ने साल 2021 में एक राजनीतिक सम्मेलन के दौरान परमाणु ऊर्जा से चलने वाली पनडुब्बी के निर्माण की कसम खाई थी, ताकि अमेरिका के नेतृत्व वाली सैन्य धमकियों से निपटा जा सके। उस दौरान किम ने अत्याधुनिक हथियारों की लंबी सूची दी थी, जिसमें ठोस ईंधन वाली अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइलें, हाइपरसोनिक हथियार, जासूसी उपग्रह और मल्टी-वारहेड मिसाइलें शामिल थीं। उत्तर कोरिया ने इन हथियारों को हासिल करने के लिए तब से कई परीक्षण किए हैं।

क्या रूस ने दी तकनीक?

उत्तर कोरिया के पास पानी के अंदर से मिसाइल दागने की क्षमता को लेकर विशेषज्ञों ने चिंता जताई है। उसके प्रतिद्वंद्वियों के लिए इस तरह के प्रक्षेपणों का पहले से पता लगाना मुश्किल होगा। इसके साथ ही ये सवाल भी उठ रहे हैं कि बहुत सारे प्रतिबंधों के बावजूद देश परमाणु ऊर्जा से चलने वाली पनडुब्बियों के निर्माण के लिए संसाधन और तकनीक कैसे हासिल कर रहा है।पनडुब्बी विशेषज्ञ मून ने कहा कि उत्तर कोरिया को यूक्रेन के खिलाफ युद्ध में रूस के लिए हथियारों और सैनिकों को भेजने के बदले में पनडुब्बी में इस्तेमाल किए जाने वाले परमाणु रिएक्टर के निर्माण के लिए रूसी तकनीकी सहायता मिली हो सकती है। उन्होंने यह भी कहा कि उत्तर कोरिया अपनी वास्तविक तैनाती से पहले अपनी क्षमता का परीक्षण करने के लिए एक या दो साल में पनडुब्बी को लॉन्च कर सकता है।

अभी कितनी पनडुब्बियां?

उत्तर कोरिया का पनडुब्बी बेड़ा दुनिया के सबसे बड़े बेडे़ में से एक है, जिसमें अनुमानित 70 से 90 डीजल संचालित पनडुब्बियां हैं। हालांकि, वे ज्यादातर पुरानी हैं, जो केवल टारपीडो और माइंस लॉन्च करने में सक्षम हैं। साल 2023 में उत्तर कोरिया ने अपनी पहली सामरिक परमाणु हमला पनडुब्बी लॉन्च करने की घोषणा की, लेकिन विदेशी विशेषज्ञों ने इस पर संदेह जताया था। अनुमान लगाया गया कि यह संभवतः 2019 में घोषित डीजल-संचालित पनडुब्बी है।

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@Dheeraj kashyap युवा पत्रकार- विचार और कार्य से आने वाले समय में अपनी मेहनत के प्रति लगन से समाज को बेहतर बना सकते हैं। जरूरत है कि वे अपनी ऊर्जा, साहस और ईमानदारी से र्काय के प्रति सही दिशा में उपयोग करें , Bachelor of Journalism And Mass Communication - Tilak School of Journalism and Mass Communication CCSU meerut / Master of Journalism and Mass Communication - Uttar Pradesh Rajarshi Tandon Open University पत्रकारिता- प्रेरणा मीडिया संस्थान नोएडा 2018 से केशव संवाद पत्रिका, प्रेरणा मीडिया, प्रेरणा विचार पत्रिका,