बांग्लादेश: मुस्लिम कट्टरपंथी हुमायूं ने मंदिर पर हमला कर तोड़ी मूर्ति, नेटिजन्स बोले-ये आसमानी किताब का असर

बांग्लादेश में हिन्दुओं और उनकी पहचानों पर लगातार मुस्लिम कट्टरपंथी हमले कर रहे हैं। इसी के तहत सनातन आस्था के प्रतीक हिन्दू मंदिरों पर हमले किए जा रहे हैं। ताजा मामला राजबारी जिले के बलियाकांडी का बताया जा रहा है, जहां मुस्लिम कट्टरपंथी हुमांयू ने मंदिर में घुसकर मूर्तियों को तोड़ दिया। माइक्रो ब्लॉगिंग साइट […]

Nov 11, 2024 - 05:48
Nov 11, 2024 - 06:14
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बांग्लादेश: मुस्लिम कट्टरपंथी हुमायूं ने मंदिर पर हमला कर तोड़ी मूर्ति, नेटिजन्स बोले-ये आसमानी किताब का असर

Bangladesh Rajbari muslim man humaun attack on hindu temple vandalised idol

बांग्लादेश में हिन्दुओं और उनकी पहचानों पर लगातार मुस्लिम कट्टरपंथी हमले कर रहे हैं। इसी के तहत सनातन आस्था के प्रतीक हिन्दू मंदिरों पर हमले किए जा रहे हैं। ताजा मामला राजबारी जिले के बलियाकांडी का बताया जा रहा है, जहां मुस्लिम कट्टरपंथी हुमांयू ने मंदिर में घुसकर मूर्तियों को तोड़ दिया।

माइक्रो ब्लॉगिंग साइट एक्स पर ‘वॉयस ऑफ बांग्लादेशी हिन्दू’ द्वारा किए पोस्ट में कहा गया कि राजबारी जिले के बलियाकांडी उपजिले के अंतर्गत आने वाले चामता गांव में प्राचीन हिन्दू मंदिर है, जहां पर घुसकर हुमायूं नाम के इस्लामिस्ट ने मूर्ति को तोड़ दिया। हालांकि, बाद में स्थानीय हिन्दुओं ने उसे पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। इस घटना को लेकर लोगों में भारी आक्रोश है और वे सोशल मीडिया पर अपना गुस्सा निकाल रहे हैं।

इसी क्रम में प्रमोद कुमार नाम के यूजर ने इसे चेतावनी के तौर पर लिया। यूजर ने लिखा,”बांग्लादेश में एक इस्लामी चरमपंथी ने एक मंदिर में घुसकर मूर्ति को तोड़ दिया, यह कोई खबर नहीं है, यह एक चेतावनी है जो किसी भी तूफान या बवंडर की चेतावनी से बड़ी है क्योंकि मंदिरों और हिंदुओं पर हमले आसमानी किताब के धार्मिक निर्देशों का हिस्सा हैं।”

वहीं इस घटना पर अपनी चिंता जाहिर करते हुए प्रिया त्रिपाठी नाम की एक एक्स यूजर कहती हैं कि पुलिस तो इन्हें छोड़ देगी। इसके बाद ये फिर से वही करेगा, जो ये करता है। इसने सबक क्या सीखा।

ये कोई पहला हमला नहीं

गौरतलब है कि बांग्लादेश में इस्लामिक कट्टरपंथियों द्वारा मंदिरों पर हमले की कोई पहली वारदात नहीं है। इससे पहले भी इस तरह की घटनाएं कट्टरपंथियों द्वारा अंजाम दी जा चुकी हैं। अगर हालिया घटनाओं की बात करें तो 10 अक्तूबर 2024 को बांग्लादेश के ही सतखिरा के श्यामनगर स्थित ऐतिहासिक काली मंदिर का एक इस्लामिक कट्टरपंथी ने स्वर्ण मुकुट चोरी कर लिया था। खास बात ये थी कि वर्ष 2021 में अपने बांग्लादेश दौरे के वक्त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मां काली के चरणों में ये मुकुट अर्पित किया था। मुकुट चौरी की इस घटना पर भारत सरकार ने भी आपत्ति जाहिर की थी।

इससे पहले 21 अगस्त को भी बांग्लादेश के ही गाजीपुर उपजिला के कलियाकैर में स्थित राधागोबिंद लोकनाथ नट मंदिर में मुस्लिम कट्टरपंथियों ने घुसकर तोड़फोड़ की थी। लेबू मियां नाम के मुस्लिम व्यक्ति ने मंदिर की जमीन पर अपना दावा करते हुए करीब 50 गुंडों के साथ मंदिर में तोड़फोड़ की थी।

दो दिन पहले चपैनवाबगंज जिले के शिबताला करमाकर इलाके में स्थित हिन्दू मंदिर में भी कट्टरपंथियों ने तोड़फोड़ की थी। वहां पर मौजूद पुजारियों और श्रद्धालुओं से मारपीट की गई। हिन्दुओं का आरोप था कि बांग्लादेशी सेना पास में ही थी, लेकिन उसने कोई मदद नहीं की।

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