दो लाशें और दोनों सिरकटी, बिहार में तांत्रिक के खौफनाक कांड के खुलासे से हड़कंप

Aurangabad News Today : औरंगाबाद के मदनपुर थाना क्षेत्र में अंधविश्वास के चलते एक बुजुर्ग की नरबलि दी गई। पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया, मुख्य आरोपी अभी फरार है। नरबलि का मकसद संतान प्राप्ति के लिए किया गया तांत्रिक अनुष्ठान था। छानबीन के दौरान पता चला कि 2024 मेंं भी तांत्रिक एक लड़के की बलि चढ़ा चुका था।

Mar 30, 2025 - 07:09
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दो लाशें और दोनों सिरकटी, बिहार में तांत्रिक के खौफनाक कांड के खुलासे से हड़कंप
: अंधविश्वास किसी समाज के लिए एक बीमारी की तरह है। इसकी चपेट में आकर लोग अक्सर गलत कदम उठाते हैं। ताजा मामला औरंगाबाद जिले के मदनपुर थाना क्षेत्र का है जहां अंधविश्वास के चक्कर में एक एक बुजुर्ग की ही बलि दे दी। नरबलि के इस सनसनीखेज कांड का खुलासा मदनपुर पुलिस ने किया है। पुलिस ने इस केस में पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। कांड का मुख्य आरोपी अभी फरार हैं। यह मामला 13 मार्च 2025 का है।

बिहार में नरबलि से सनसनी

मदनपुर थाना क्षेत्र के गुलाब बिगहा के होलिका से एक व्यक्ति का धड़ बरामद किया गया था। जबकि सिर गायब था। पुलिस की जांच-पड़ताल से पता चला कि नरमुंड गुलाब बिगहा निवासी 65 वर्षीय युगल यादव का है। बताया जाता हैं कि युगल यादव 13 मार्च 2025 को होलिका दहन के दिन घर से निकले थे, लेकिन वापस घर नहीं लौटे। परिजनों ने आशंका जताई थी कि उनके रिश्तेदार को होलिका की अगजा में रखकर जला दिया गया है।

ऐसे पता चला लाश का

कांड की गंभीरता को लेकर पुलिस अधीक्षक अम्बरीश राहुल के द्वारा मदनपुर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया। गठित विशेष टीम ने छानबीन शुरू की तो पता चला कि पूर्णाडीह गांव के समीप बंगरे के होलिका दहन सामग्री से अपहृत व्यक्ति की हड्डी मिली है। इसके बाद पुलिस ने होलिका दहन वाले स्थल से अपहृत व्यक्ति की चप्पल बरामद की। नजदीक की पुलिया पर खून का निशान पाया गया। खून का निशान और बरामद हड्डी का लिंक रामाशीष रिकियासन के घर से जुड़ गया। लेकिन रामाशीष पुलिस की भनक पाकर फरार हो गया।

तांत्रिक के साले को पुलिस ने दबोचा

मगर वहां मौजूद उसके साले धर्मेंद्र रिकियासन को जब पुलिस ने हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ की तो हत्याकांड का खुलासा हुआ। इसके बाद धर्मेंद्र की निशानदेही पर अपहृत व्यक्ति की साइकिल बरामद की गई। वहीं घटनास्थल पर पुलिस ने रात भर कैंप कर कुदाल से 01 फीट तक जमीन को खोदा। अगले दिन सुबह में खोदी गए जमीन के पास ही गेहूं के खेत से मृतक के सिर को बरामद किया गया। वारदात में इस्तेमाल हथियार पूर्णाडीह और मजरेठी गांव के बीच एक नाले से पसुली (धारदार हथियार) बरामद की गई। इसके बाद पुलिस ने बाकी चार अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया। एक नाबालिक को भी पुलिस ने निरुद्ध कर लिया।

इसलिए दी नरबलि

दरअसल पूर्णाडीह गांव निवासी सुधीर पासवान की पत्नी को बच्चा न होने पर ने तांत्रिक अनुष्ठान कर मानव बलि देने का सुझाव दिया। रिकियासन ने कहा कि इस बलि के बाद उसे संतान की प्राप्ति हो जाएगी। पूछताछ में अभियुक्तों ने अपना अपराध स्वीकार किया हैं।

एक और बलि का भी हुआ खुलासा

एसपी ने कहा कि जुलाई 2024 में मदनपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत एक नाबालिग का कटा हुआ सिर बरामद किया गया था। वहीं लड़के का धड़ एक कुंए से बरामद किया गया था। इसमें भी इसी आरोपी रामाशीष रिकियासन की भूमिका सामने आई हैं। फिलहाल इस मामले की जांच-पड़ताल की जा रही हैं। आरोपियों ने कबूल किया है कि उस बच्चे की भी बलि ही दी गई थी।

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