ट्रंप के टारगेट पर ईरान, अरब में मंडरा रहा एटमी विनाश का खतरा!

ईरान के सर्वोच्च नेता अली खामेनेई ने परमाणु कार्यक्रम विवाद पर बातचीत को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का प्रस्ताव ठुकरा दिया. इस बात से भड़के ट्रंप ने ऐलान कर दिया कि ईरान को किसी भी कीमत पर परमाणु हथियार नहीं बनाने देंगे. ट्रंप की इस घोषणा के बाद ईरान के परमाणु केंद्रों पर अब तक का सबसे बड़ा खतरा मंडराने लगा है. अमेरिका और इजराइल मिलकर ईरान पर हमला कर सकते हैं. इसके बाद अरब में एटमी विनाश की आग भड़क सकती है.

Mar 9, 2025 - 04:41
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ट्रंप के टारगेट पर ईरान, अरब में मंडरा रहा एटमी विनाश का खतरा!
ट्रंप के टारगेट पर ईरान, अरब में मंडरा रहा एटमी विनाश का खतरा!

क्या अरब में एटमी विनाश की आग भड़कने जा रही है? क्या अमेरिका और इजराइल ईरान पर हमला करने जा रहे हैं? आखिर ट्रंप ने क्यों कहा कि ईरान में बहुत जल्द कुछ बड़ा होने वाला है? क्या ट्रंप के टारगेट पर ईरान का एटमी कार्यक्रम है? ये सवाल तब उठ खड़े हुए जब खामेनेई ने परमाणु कार्यक्रम विवाद पर बातचीत को लेकर ट्रंप का प्रस्ताव ठुकरा दिया. इस बात से भड़के ट्रंप ने ऐलान कर दिया कि ईरान को किसी भी कीमत पर परमाणु हथियार नहीं बनाने देंगे. ट्रंप की इसी घोषणा के बाद ईरान के परमाणु केंद्रों पर अब तक का सबसे बड़ा खतरा मंडराने लगा है. तो अमेरिका ईरान में कहां कहां हमले कर सकता है, अब इसे समझिए.

ईरान में ट्रंप के 5 टारगेट लॉक

  • फोर्दो परमाणु केंद्र
  • अराक परमाणु केंद्र
  • नतांज परमाणु लैब
  • इस्फहान परमाणु केंद्र
  • बुशहर एटमी सेंटर

रिपोर्ट के मुताबिक, ईरान में अमेरिका ने अपने टारगेट लॉक कर लिए हैं. माना जा रहा है कि ईरान के परमाणु ठिकानों पर अमेरिका और इजराइल मिलकर हमला करेंगे. ट्रंप की धमकी के बाद इजराइल के सुरक्षा अधिकारियों का कहना है कि ये वक्त ईरान के परमाणु केंद्रों पर हमला करने के लिए सबसे सही समय है. इजराइल ने हमास और हिज्बुल्लाह को बहुत कमजोर कर दिया है. दूसरे ईरानी प्रॉक्सी की भी कमर टूट चुकी है. सीरिया से ईरान का पैर उखड़ चुका है. ऐसे में ईरान पर इस वक्त बहुत ही आसानी से हमला किया जा सकता है.

अमेरिका-इजराइल ईरान पर कर सकते हैं हमला

इस बीच यूक्रेन के लिए ट्रंप के विशेष दूत कीथ केलॉग ने जो कुछ कहा है, उससे भी संकेत मिलता है कि अमेरिका और इजराइल ईरान पर हमला कर सकते हैं. केलॉग ने कहा है कि रूस, चीन, ईरान और उत्तर कोरिया का गठबंधन पूरी दुनिया के लिए बहु बड़ा खतरा बन गया है. ये खतरा दुनिया के लिए हो या नहीं हो, लेकिन अमेरिका और इजरायल के लिए जरूर है. यही वजह है कि अमेरिका और इजराइल इस खतरे को हमेशा के लिए खत्म कर देना चाहते हैं. ऐसे में ये दोनों देश बहुत जल्द ईरान के परमाणु कार्यक्रम को खत्म कर सकते हैं.

ईरान पर हमले का खतरा बढ़ा तो कतर के प्रधानमंत्री ने कहा कि अगर ऐसा हुआ तो इसका परिणाम बहुत भयावह होगा. अगर ईरान के बुशहर न्यूक्लियर पावर प्लांट पर हमला हुआ तो फारस की खाड़ी की जल आपूर्ति दूषित हो जाएगी कतर, कुवैत और UAE में तीन दिनों के भीतर पानी खत्म हो जाएगा. सच यही है कि ईरान के परमाणु केंद्रों पर हमले के बाद अरब में न सिर्फ जल संकट गहरा जाएगा, बल्कि ये हमला रूसी गुट और अमेरिकी गुट में महायुद्ध का कारण भी बन सकता है.

अमेरिका ने ईरान को दी चेतावनी

इन सबके बीच उत्तरी तेहरान में IRGC के बेस पर एक बड़ा धमाका हुआ. विस्फोट में IRGC का एक अधिकारी मारा गया. शक है कि इस हमले के पीछे अमेरिका है. अमेरिका ने ईरान को चेतावनी दे दी है कि अगर ईरान बातचीत के लिए तैयार नहीं हुआ तो अमेरिका किसी भी हद तक जाने और कुछ भी करने में सक्षम है.

ब्यूरो रिपोर्ट, टीवी9 भारतवर्ष

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@Dheeraj kashyap युवा पत्रकार- विचार और कार्य से आने वाले समय में अपनी मेहनत के प्रति लगन से समाज को बेहतर बना सकते हैं। जरूरत है कि वे अपनी ऊर्जा, साहस और ईमानदारी से र्काय के प्रति सही दिशा में उपयोग करें , Bachelor of Journalism And Mass Communication - Tilak School of Journalism and Mass Communication CCSU meerut / Master of Journalism and Mass Communication - Uttar Pradesh Rajarshi Tandon Open University पत्रकारिता- प्रेरणा मीडिया संस्थान नोएडा 2018 से केशव संवाद पत्रिका, प्रेरणा मीडिया, प्रेरणा विचार पत्रिका,