जल्द ही निकलेगा कोई समाधान, मणिपुर दौरे से लौटे सुप्रीम कोर्ट के जजों ने कही ये बात

मणिपुर में जारी जातीय हिंसा के मद्देनजर सुप्रीम कोर्ट के छह न्यायाधीशों ने हाल ही में राज्य का दौरा किया. उन्होंने हिंसा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर लोगों से बातचीत की और शांति की अपील की. राहत शिविरों में रह रहे लोगों में सामान्य स्थिति और शांति की वापसी की उम्मीद है.

जल्द ही निकलेगा कोई समाधान, मणिपुर दौरे से लौटे सुप्रीम कोर्ट के जजों ने कही ये बात
जल्द ही निकलेगा कोई समाधान, मणिपुर दौरे से लौटे सुप्रीम कोर्ट के जजों ने कही ये बात

मणिपुर में मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के सीएम पद से इस्तीफा देने के बाद राष्ट्रपति शासन लागू किया गया था. केंद्र सरकार यहां पर लंबे समय से दो जनजातीय समूह कुकी और मैतेई के बीच हो रही हिंसा की घटनाओं को रोकने के लिए एक के बाद एक कदम उठा रही है. बीते दिनों सुप्रीम कोर्ट के 6 जज मणिपुर दौरे पर पहुंचे. जहां उन्होंने हालातों का जायजा लिया, इसके साथ ही लोगों से बातचीत की.

22 मार्च को सुप्रीम कोर्ट के 6 जज जस्टिस बीआर गवई, जस्टिस सूर्यकांत, जस्टिस विक्रम नाथ, जस्टिस एमएम सुंदरेश, जस्टिस केवी विश्वनाथन और जस्टिस एन कोटिश्वर सिंह वाला प्रतिनिधिमंडल शनिवार को मणिपुर पहुंचा था. हिंसाग्रस्त मणिपुर को लेकर जजों ने कहा था कि यहां के लोग ये न सोचें कि उन्हें अकेला छोड़ दिया गया है, मणिपुर के लोगों के साथ पूरा देश खड़ा है.


जस्टिस गवई ने कहा था कि हमारे संविधान का उद्देश्य सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक न्याय पहुंचाना है. हमें अपने संविधान पर भरोसा रखना चाहिए. मणिपुर में एक दिन शांति स्थापित होगी और वह सफल होगा.

जल्द ही निकलेगा कोई समाधान

मणिपुर में सुप्रीम कोर्ट के जजों के प्रतिनिधिमंडल के दौरे पर सुप्रीम कोर्ट के जज जस्टिस बीआर गवई ने कहा कि राहत शिविरों में रह रहे लोग अच्छे मूड में हैं और वे सभी सामान्य स्थिति और शांति की ओर लौटना चाहते हैं. मैंने दोनों समूहों से बात की और मुझे पूरी उम्मीद है कि जल्द ही कोई समाधान निकल आएगा.

जस्टिस गवई ने कहा कि मणिपुर में जातीय संघर्ष से वहां के लोग बहुत परेशान हैं. हर को शांति बहाली चाहता है. कोई भी मौजूदा स्थिति को जारी रखने में दिलचस्पी नहीं रखता है. उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के जजों के लिए उस राज्य (मणिपुर) का दौरा करना बहुत खुशी की बात है. स्टिस गवई ने इंफाल में मणिपुर हाईकोर्ट की स्थापना की 12वीं वर्षगांठ पर आयोजित कार्यक्रम में यह बात कही है.