एयर इंडिया का बड़ा फैसला : हिंदू-सिख यात्रियों को नहीं परोसा जाएगा ‘हलाल’ भोजन

नई दिल्ली । टाटा समूह के स्वामित्व वाली एयर इंडिया ने एक महत्वपूर्ण बदलाव की घोषणा की है। अब विमान में हिंदू और सिख यात्रियों के लिए हलाल प्रमाणित भोजन नहीं परोसा जाएगा। रिपोर्ट्स के मुताबिक, एयर इंडिया अब केवल मुस्लिम यात्रियों द्वारा प्री-बुक किए गए भोजन को ‘मुस्लिम भोजन’ (MOML) के रूप में चिह्नित […]

Nov 12, 2024 - 06:38
Nov 12, 2024 - 08:25
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नई दिल्ली । टाटा समूह के स्वामित्व वाली एयर इंडिया ने एक महत्वपूर्ण बदलाव की घोषणा की है। अब विमान में हिंदू और सिख यात्रियों के लिए हलाल प्रमाणित भोजन नहीं परोसा जाएगा। रिपोर्ट्स के मुताबिक, एयर इंडिया अब केवल मुस्लिम यात्रियों द्वारा प्री-बुक किए गए भोजन को ‘मुस्लिम भोजन’ (MOML) के रूप में चिह्नित करेगी। इस तरह के भोजन को विशेष भोजन (SPML) श्रेणी में रखा जाएगा। सिर्फ मुस्लिम यात्रियों के लिए प्री-बुक किए गए MOML भोजन ही हलाल प्रमाणपत्र के तहत आएंगे। इसके अतिरिक्त, सऊदी अरब के विभिन्न सेक्टरों जैसे जेद्दा, दम्मम, रियाद, और मदीना के लिए हज उड़ानों पर सभी भोजन हलाल प्रमाणित होगा।

हलाल क्या है और क्यों है विवाद.?

हलाल अरबी भाषा का शब्द है जिसका अर्थ होता है “जायज”। हलाल भोजन वह है जो इस्लामी कानून के अनुसार तैयार किया जाता है, जिसमें खासतौर पर पशुओं की हत्या इस्लामी पद्धति से की जाती है। हलाल विधि में, पशुओं की गले की नस, कैरोटिड धमनी, और श्वास नली में चीरा लगाकर हत्या की जाती है। इस प्रक्रिया के दौरान जानवर जीवित और स्वस्थ होना चाहिए। वध के समय जानवर के शरीर से सारा खून निकलता रहता है और वह काफी देर तक तड़पता रहता है, इस दौरान इस्लामी प्रार्थना तस्मिया पढ़ी जाती है।

एयर इंडिया के फैसले का उद्देश्य

विशेषज्ञों का मानना है कि एयर इंडिया का यह कदम उन यात्रियों को ध्यान में रखकर लिया गया है जो हलाल भोजन का सेवन नहीं करना चाहते हैं। इस फैसले के तहत हिंदू और सिख यात्रियों को अब हलाल भोजन नहीं परोसा जाएगा, ताकि धार्मिक भावनाओं का सम्मान किया जा सके। एयर इंडिया के इस कदम से यात्रियों के बीच विशेष रूप से धार्मिक रूप से संवेदनशील वर्गों के बीच सकारात्मक प्रभाव पड़ने की संभावना है।

क्यों उठा यह विवाद ?

एयर इंडिया द्वारा भोजन में धार्मिक लेबलिंग और हलाल भोजन की सुविधा पर कांग्रेस नेता द्वारा उठाए गए सवाल के बाद यह मुद्दा तूल पकड़ने लगा। एक वर्ग का मानना है कि विमान में हर यात्री के लिए हलाल भोजन परोसने से उनकी धार्मिक मान्यताओं का उल्लंघन होता है। यह मामला इसलिए और भी संवेदनशील हो गया क्योंकि भारत एक बहुधार्मिक देश है जहाँ विभिन्न धार्मिक मान्यताएँ और रीतियाँ प्रचलित हैं।

अन्य एयरलाइंस में क्या है स्थिति ?

एयर इंडिया अकेली ऐसी एयरलाइन नहीं है जो हलाल भोजन की सुविधा देती है। कई अन्य अंतरराष्ट्रीय एयरलाइंस भी विशेष भोजन (SPML) विकल्पों के तहत हलाल भोजन का विकल्प प्रदान करती हैं। हालाँकि, कई एयरलाइंस अब यात्रियों की व्यक्तिगत पसंद का ध्यान रखते हुए भोजन की विविधता को लेकर पारदर्शिता बरतने लगी हैं।

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