एक विज्ञान तो दूसरा हेल्थ…कौन हैं अनीता आनंद और कमल खेड़ा? कनाडा की कार्नी सरकार में बनीं मंत्री

कनाडा के नए प्रधानमंत्री मार्क कार्नी ने अपनी कैबिनेट में भारतीय मूल की दो महिलाओं को जगह दी है. अनीता आनंद को इनोवेशन, विज्ञान और उद्योग मंत्री बनाया गया है तो वहीं कमल खेड़ा को स्वास्थ्य मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई है. जानें इन दोनों महिलाओं के बारे में...

Mar 16, 2025 - 09:00
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एक विज्ञान तो दूसरा हेल्थ…कौन हैं अनीता आनंद और कमल खेड़ा? कनाडा की कार्नी सरकार में बनीं मंत्री
एक विज्ञान तो दूसरा हेल्थ…कौन हैं अनीता आनंद और कमल खेड़ा? कनाडा की कार्नी सरकार में बनीं मंत्री

कनाडा में सरकार बदल गई है. जस्टिन ट्रूडो के शासन का अंत हो गया है. लिबरल पार्टी के नेता मार्क कार्नी कनाडा के नए प्रधानमंत्री बने हैं. शुक्रवार को उन्होंने कनाडा के 24वें प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली थी. मार्क कार्नी की कैबिनेट में भारतीय मूल की दो महिलाएं भी शामिल हैं. दोनों को मंत्री पद की जिम्मेदारी दी गई है. इनमें से एक इनोवेशन, साइंस और इंडस्ट्री की जिम्मेदारी संभालेंगी तो दूसरे के कंधों पर स्वास्थ्य विभाग का पूरा जिम्मा है. ऐसे में आइए जानते हैं कि आखिर कौन हैं भारतीय मूल की अनीता आनंद और कमल खेड़ा?

58 साल की अनीता आनंद के पास इनोवेशन, साइंस और इंडस्ट्री मंत्रालय की जिम्मेदारी तो वहीं 36 साल की कमल खेड़ा कनाडा की स्वास्थ्य मंत्री हैं. जस्टिन ट्रूडो सरकार में भी ये दोनों महिलाएं मंत्री पद की जिम्मेदारी संभाल रही थीं. नए प्रधानमंत्री मार्क कार्नी ने भी इन दोनों महिलाओं को अपने साथ रखा है और बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है. हालांकि दोनों के विभाग बदल दिए हैं.

कौन हैं दिल्ली में जन्मीं कमल खेड़ा?

दिल्ली में जन्मीं कमल खेड़ा कनाडा की संसद के लिए चुनी जाने वाली सबसे कम उम्र की महिलाओं में से हैं. खेड़ा पहली बार 2015 में ब्रैम्पटन वेस्ट से संसद सदस्य चुनी गईं थीं. वह स्कूलिंग के टाइम में ही कनाडा चली गई थीं. खेड़ा टोरंटो की यॉर्क यूनिवर्सिटी से साइंस ग्रेजुएट हैं. स्वास्थ्य मंत्री बनने के बाद खेड़ा ने कहा कि एक नर्स के रूप में मेरी सर्वोच्च प्राथमिकता हमेशा अपने मरीजों को ठीक करना रहा है. इसी सोच के साथ में स्वास्थ्य मंत्री बनकर भी काम करूंगी.

स्वास्थ्य मंत्री बनने से पहले वह कई पदों पर रह चुकी हैं. पॉलिटिक्स में आने से पहले खेड़ा टोरंटो के सेंट जोसेफ हेल्थ सेंटर में ऑन्कोलॉजी यूनिट में नर्स के रूप में काम कर रही थीं. कोरोना के पहले फेज में उन्होंने ब्रैम्पटन में नर्स के रूप में काम किया था और लोगों की मदद की थी. इस दौरान उन्होंने खूब सुर्खियां बटोरी थीं.

कौन हैं अनीता आनंद?

वैसे तो अनीता आनंद का जन्म नोवा स्कोटिया में हुआ है. 20 मई 1967 को जन्मीं अनीता ट्रूडो के इस्तीफे के बाद प्रधानमंत्री बनने की रेस में सबसे आगे रही थीं. मगर उन्होंने जनवरी में इस रेस से पीछे हट गई थी. उन्होंने कहा था कि वह फिर से चुनाव लड़ेंगी. अनीता पहली बार 2019 में ओकविले के लिए संसद सदस्य के रूप में चुनी गईं थीं. कार्नी सरकार में मंत्री बनने के बाद अनीता ने कहा कि कनाडा एकजुट और मजबूत है. हम कल से ही कनाडाई अर्थव्यवस्था की बेहतरी के लिए काम पर लग जाएंगे. इससे पहले अनीता कई अहम पदों पर काम कर चुकी हैं.

अनीता आनंद के माता-पिता दोनों भारतीय चिकित्सक थे. उनकी मां नाम सरोज डी. राम था. वह एक एनेस्थेसियोलॉजिस्ट थीं और उनके पिता एसवी आनंद एक सर्जन थे. उनके पिता तमिलनाडु से थे और उनकी मां पंजाब से थीं. अनीता के माता-पिता महात्मा गांधी के अनुयायी थे और उनके पिता महात्मा गांधी से तब मिले थे जब उनके पिता वीए सुंदरम भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में काम कर रहे थे. 60 के दशक की शुरुआत में अनीता के माता-पिता नाइजीरिया में रह रहे थे. 1967 में अनीता आनंद का जन्म हुआ.

नोवा स्कोटिया में जन्मीं और पली-बढ़ीं अनीता आनंद 1985 में ओंटारियो आ गईं थीं. 2019 में पहली बार ऑकविले से सांसद चुनी गईं. अनीता पेशे से एक वकील और रिसर्चर हैं. टोरंटो यूनिवर्सिटी में वह लॉ की प्रोफेसर भी रही हैं.

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@Dheeraj kashyap युवा पत्रकार- विचार और कार्य से आने वाले समय में अपनी मेहनत के प्रति लगन से समाज को बेहतर बना सकते हैं। जरूरत है कि वे अपनी ऊर्जा, साहस और ईमानदारी से र्काय के प्रति सही दिशा में उपयोग करें , Bachelor of Journalism And Mass Communication - Tilak School of Journalism and Mass Communication CCSU meerut / Master of Journalism and Mass Communication - Uttar Pradesh Rajarshi Tandon Open University पत्रकारिता- प्रेरणा मीडिया संस्थान नोएडा 2018 से केशव संवाद पत्रिका, प्रेरणा मीडिया, प्रेरणा विचार पत्रिका,