इजराइल में आपस में ही लोग मचाएंगे मार काट! नेतन्याहू को घर में ही किया गया अलर्ट
इजराइल की सेना भले गाजा में हमास के खिलाफ अपनी लड़ाई में सफल होती दिख रही है. लेकिन इस बीच, देश के अंदर का राजनीतिक और कानूनी संकट उसकी जीत को फीका कर सकता है. नेतन्याहू सरकार जिस तरह से न्यायपालिका और सुरक्षा एजेंसियों के साथ टकराव की स्थिति में आ रही है, वह गंभीर चिंता का विषय बन गया है.


इजराइल इन दिनों दो मोर्चों पर संघर्ष करता नजर आ रहा है. एक ओर गाजा में हमास के खिलाफ जारी युद्ध में उसे सफलता मिल रही है, तो दूसरी ओर देश के भीतर आंतरिक कलह गहराती जा रही है.
हाल ही में इजराइल के पूर्व सुप्रीम कोर्ट प्रमुख अहारोन बाराक ने सरकार के कुछ फैसलों पर गहरी चिंता जाहिर की है. साथ ही चेतावनी भी दी है कि देश एक भयानक गृह युद्ध की ओर बढ़ सकता है. इस चेतावनी के बाद नेतन्याहू सरकार को भी अपने ही घर में अलर्ट कर दिया गया है.
देश के भीतर बढ़ता तनाव
इजराइल की राजनीतिक और कानूनी व्यवस्था में मचे घमासान के बीच, पूर्व चीफ जस्टिस अहारोन बाराक ने कहा कि देश में बढ़ते मतभेद और सरकार के हालिया फैसले गृह युद्ध की दिशा में ले जा सकते हैं. उन्होंने खासकर से शिन बेट के प्रमुख रोनन बार और अटॉर्नी जनरल गली बहारव-मिआरा को बर्खास्त करने के सरकारी फैसले की निंदा की. उनका मानना है कि यह कदम कानूनी रूप से सही नहीं है और इससे प्रशासनिक तंत्र कमजोर होगा.
इजराइल में हालात बिगड़ने के दिए संकेत
बाराक ने यह भी कहा कि इजराइल में पहले विरोध-प्रदर्शन होते थे, लेकिन अब हालात इतने खराब हो चुके हैं कि लोग गाड़ियों से प्रदर्शनकारियों को कुचलने लगे हैं. उन्होंने आगाह किया कि जल्द ही हालात और बिगड़ सकते हैं, जिसमें गोलीबारी और रक्तपात की घटनाएं देखने को मिल सकती हैं. प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की सरकार पहले ही विपक्ष और नागरिक आंदोलनों के भारी दबाव में है. हाल ही में नेतन्याहू ने लेफ्टिस्ट डीप स्टेट का जिक्र करते हुए आरोप लगाया था कि एक छिपा हुआ वामपंथी समूह उनकी सरकार को कमजोर करने की साजिश कर रहा है.
इस बयान के बाद पूर्व मुख्य न्यायाधीश बाराक ने कहा कि इजराइल में कोई डीप स्टेट नहीं है, बल्कि यहां केवल अपने कर्तव्य का पालन करने वाले अधिकारी हैं. बाराक ने नेतन्याहू को सलाह दी कि वह शिन बेट प्रमुख और अटॉर्नी जनरल की बर्खास्तगी जैसे फैसलों से बचें. उन्होंने कहा कि अगर नेतन्याहू अपनी नीतियों पर रोक नहीं लगाते, तो देश का आंतरिक विभाजन और बढ़ सकता है.
इजराइल की जीत पर आंतरिक संकट का साया
इजराइल के विदेश मंत्री गिदोन सार ने बाराक की चेतावनी को खारिज करते हुए कहा कि देश में गृह युद्ध जैसी स्थिति नहीं बनेगी. वहीं, शिक्षा मंत्री योआव किश ने बाराक पर आरोप लगाया कि वह गृह युद्ध की धमकी देकर सरकार को डराने की कोशिश कर रहे हैं.
अगर नेतन्याहू सरकार ने जल्द ही संतुलन नहीं साधा, तो यह टकराव केवल राजनीतिक स्तर तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि सड़क पर खून-खराबे में भी तब्दील हो सकता है. इजराइल की सफलता युद्ध के मैदान में हो सकती है, लेकिन असली चुनौती उसके अपने ही घर में बढ़ रही है.
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