Threading Vs Waxing: थ्रेडिंग या वैक्सिंग… आइब्रो शेपिंग के लिए कौन सा तरीका है बेस्ट?

वैक्सिंग और थ्रेडिंग आईब्रो शेपिंग के ये दो बड़े पॉपुलर तरीके हैं. ये दोनों ही आईब्रो को एक शार्प लुक देते हैं. लेकिन कई बार महिलाएं कंफ्यूज हो जाती है कि कौन सा तरीका चुनें. अगर आप भी इस दुविधा में हैं कि आईब्रो शेपिंग के लिए कौन सा तरीका है बेस्ट है तो चलिए हम आपको विस्तार से बताते हैं.

Aug 15, 2025 - 18:37
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Threading Vs Waxing: थ्रेडिंग या वैक्सिंग… आइब्रो शेपिंग के लिए कौन सा तरीका है बेस्ट?
Threading Vs Waxing: थ्रेडिंग या वैक्सिंग… आइब्रो शेपिंग के लिए कौन सा तरीका है बेस्ट?

Threading Vs Waxing: महिलाओं के ग्रूमिंग रूटीन में आईब्रो शेपिंग एक अहम हिस्सा है. फिर चाहे कॉलेज ग्लोइंग गर्ल्स हो, वर्किंग वुमेन हो या होम मेकर….आईब्रो शेपिंग चेहरे को एक परफेक्ट लुक देने के लिए बहुत जरूरी है. अगर आपकी आईब्रो की शेप ही सही नहीं होगी तो कितनी भी अच्छा मेकअप किया हो वो फीका ही लगता है. आईब्रो शेपिंग के लिए पार्लर में दो ऑप्शन दिए जाते हैं, पहला है थ्रेडिंग की मदद से बाल हटाना और दूसरा है वैक्स की मदद से आईब्रो को शेप देना.

ये दोनों ही तरीका काफी पॉपुलर हैं. वैसे तो ये दोनों ही तरीके आईब्रो को एक बढ़िया शेप देते हैं. लेकिन कई बार महिलाएं कंफ्यूज रहती हैं वो आईब्रो शेपिंग के लिए वैक्सिंग कराएं या फिर थ्रेडिंग. अगर आप भी इसे लेकर दुविधा में हैं तो ये आर्टिकल आपके लिए ही है. यहां हम आपको बताएंगे कैसे आप अपने लिए सही तरीका चुन सकती हैं.

कैसे होती है वैक्सिंग और थ्रेडिंग

थ्रेडिंग का मतलब होता है मोटे धागे के साथ एक्सट्रा बालों को हटाना. ये एक ट्रेडिशनल और काफी पुराना तरीका है, जिसे महिलाएं लंबे समय से इस्तेमाल कर रही हैं. इसमें दर्द ज्यादा होता है और थोड़ा समय ज्यादा लग सकता है. वैक्सिंग एक मॉर्डन और नया तरीका है. इसे आजकल पार्लर में ज्यादा प्रायोरिटी दी जाने लगी है. कई महिलाएं अब थ्रेडिंग की जगह वैक्सिंग का सहारा ले रही हैं. इसमें वैक्स स्ट्रिप के जरिए आईब्रो को शेप दी जाती है. इसमें दर्द भी कम होता है और समय भी कम लगता है.

वैक्सिंग और थ्रेडिंग में अंतर

सबसे पहले थ्रेडिंग की बात करें तो, इसके लिए मोटे धागे का का इस्तेमाल किया जाता जो बालों को जड़ से निकालता है. इससे छोटे से छोटे बाल आसानी से निकल जाते हैं, जिससे आईब्रो को एक शार्प और परफेक्ट लुक मिलता है. हालांकि, इसमें थोड़ा दर्द हो सकता है. साथ ही धागा होने की वजह से स्किन पर रेडनेस और जलन भी हो सकती है.

वहीं, वैक्सिंग की बात करें तो, इसके लिए वैक्स का इस्तेमाल किया जाता है. पतली स्ट्रिप की मदद से आईब्रो के एक्स्ट्रा बालों को निकाला जाता है. इसमें समय काफी कम लगता है और आईब्रो को क्लीन लुक मिलता है. हालांकि, सेंसटिव स्किन वालों पर इससे रैशेज या जलन पैदा हो सकती है. हालांकि, इसमें आपको काफी कम दर्द महसूस होगा.

कौन-सा तरीका है आपके लिए बेस्ट ?

अगर आपकी स्किन सेंसटिव है तो आपको वैक्सिंग की जगह थ्रेडिंग का तरीका अपनाना चाहिए. इससे आईब्रो को शार्प लुक मिलेगा और स्किन भी रैशेज फ्री रहेगी. वहीं, आपको दर्द नहीं महसूस करना हो तो वैक्सिंग एक अच्छा ऑप्शन है. ये समय की भी बचत करवाएगा. कुल मिलाकर कहें तो आप अपनी जरूरत के हिसाब से वैक्सिंग या थ्रेडिंग में से कुछ भी चुन सकती हैं.

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