Oxford में Jihadi तत्वों की घुसपैठ कराई यूनियन ने, भारतीय छात्रों ने जमकर लगाई क्लास

आक्सफोर्ड यूनियन ने एक सेमिनार आयोजित किया। इसमें बहस का मुद्दा रखा गया ‘कश्मीर की आजादी’। आक्सफोर्ड में भारत से नफरत करने वाले छात्रों को बस एक यही मुद्दा दिखाई देता है। बहस इस बात पर रखी गई कि ‘कश्मीर एक आजाद देश बनाया जाना चाहिए।’ इस विषय पर बहस करने एक से एक दागी In Oxford, Jihadi elements infiltrated the Union, Indian students organized classes fiercely.

Nov 15, 2024 - 13:54
Dec 14, 2024 - 06:13
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Oxford में Jihadi तत्वों की घुसपैठ कराई यूनियन ने, भारतीय छात्रों ने जमकर लगाई क्लास

आक्सफोर्ड यूनियन ने एक सेमिनार आयोजित किया। इसमें बहस का मुद्दा रखा गया ‘कश्मीर की आजादी’। आक्सफोर्ड में भारत से नफरत करने वाले छात्रों को बस एक यही मुद्दा दिखाई देता है। बहस इस बात पर रखी गई कि ‘कश्मीर एक आजाद देश बनाया जाना चाहिए।’ इस विषय पर बहस करने एक से एक दागी भारत विरोधी तत्व बुलाए गए, जिनके तार इस्लामी जिहादियों तथा पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई से जुड़े हैं।


ब्रिटेन की विश्वप्रसिद्ध आक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी भी अब जिहादी सोचे के तत्वों को अपने मेहमान के तौर पर बुला रही है। यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले पाकिस्तानी सोच के छात्रों ने कट्टरपंथी इस्लामी तत्वों को मेहमान बनाकर परिसर में घुसपैठ कराई और जहर फैलवाया। इस कदम पर भारतीय छात्रों ने अपना आक्रोश व्यक्त करते हुए इसका जबरदस्त विरोध किया है।

ब्रिटेन में प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर के कुर्सी संभालने के बाद से जिहादी और वोक तत्वों के हौसले आसमान पर हैं। हाल ही में दिवाली के उत्सव में मांस और मदिरा परोसे पर अपने को अपमानित करा चुकी वहां की सरकार की शह पर ही शायद आक्सफोर्ड यूनियन के भारत विरोधी तत्व जोश में आए और अपने यहां एक सेमिनार आयोजित किया। इसमें बहस का मुद्दा रखा गया ‘कश्मीर की आजादी’। आक्सफोर्ड में भारत से नफरत करने वाले छात्रों को बस एक यही मुद्दा दिखाई देता है। बहस इस बात पर रखी गई कि ‘कश्मीर एक आजाद देश बनाया जाना चाहिए।’

इस विषय पर बहस करने एक से एक दागी भारत विरोधी तत्व बुलाए गए। साफ तौर पर ऑक्सफ़ोर्ड की यूनियन ने ऐसे तत्वों को बहस में न्योता था जिनके तार इस्लामी जिहादियों तथा पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई से जुड़े हैं। ऐसे तत्व जो गाहे—बगाहे भारत के प्रति अपनी नफरत का प्रचार कर चुके हैं।

भारत विरोधी यह आयोजन कल किया गया था। बड़ी चतुराई के साथ बहस का मुद्दा रखा गया था—’ऑक्सफोर्ड यूनियन कश्मीर की आजादी में यकीन करती है’। और इस पर बोलने वालों में वाले मुजम्मिल अयूब ठाकुर, रजा नजर तथा जफर खान शामिल थे। अयूब आईएसआई का दागी एजेंट है तो जफर खान पर हजारों लोगों के कत्ल के जिम्मेदार जिहादी गुट जेकेएलएफ से जुड़ा है।

भारत भक्त छात्रों ने ऑक्सफ़ोर्ड यूनियन के सामने इस आयोजन के विरुद्ध विरोध प्रदर्शन किया, भारत माता की जय के नारे लगाए।

यह ज़फर खान कश्मीरी आतंकवादी यासीन मलिक के आतंकवादी गुट के कूटनीतिक प्रकोष्ठ से जुड़ा है। यह खान मुख्य रूप से दुनिया के विभिन्न देशों में भारत के विरुद्ध जहर उगलता फिरता और कट्टर तत्वों को साथ जोड़ता है। ब्रिटेन की राजधानी लंदन में भी वह भारत विरोधी गुट खड़ा करने में जुटा है। और जेकेएलएफ को कौन नहीं जानता। इस आतंकवादी संगठन ने कश्मीर में हजारों हिन्दुओं की जान ली है।

मुजम्मिल अयूब ठाकुर का पिता अयूब ठाकुर भी लंदन में आईएसआई के लिए काम कर चुका है। उसका काम आईएसआई से आने वाले पैसे को कश्मीर में जिहाद कर रहे इस्लामी गुटों को पहुंचाना था। इसी अयूब ठाकुर ने 70,000 ब्रिटिश पाउंड आतंकवादी सैयद सलाहुद्दीन तक पहुुंचाए थे। इसी का लड़का मुजम्मिल दिल—दिमाग से जिहादी ही है।

वह भी पिता अयूब के नक्शेकदम पर चलते हुए कश्मीर को लेकर आईएसआई के एजेडा का प्रसारित करने में जुटा है। उसके खिलाफ साल 2022 में यूएपीए के अंतर्गत केस दर्ज किया गया था। मुजम्मिल की साथी निताशा कौल में भी भारत विरोधी जहर कूट—कूटकर भरा है।

Indian students protest infront
of the Oxford Union.
Cries of “It is known far and wide, Oxford Union stands on terrorists side”.#OxfordUnion pic.twitter.com/N1oeIvrHLn

— INSIGHT UK (@INSIGHTUK2) November 14, 2024

ब्रिटेन की प्रसिद्ध ऑक्सफ़ोर्ड यूनिवर्सिटी यूनियन के इस भारत विरोधी आयोजन के विरुद्ध भारतीय छात्रों और वहां के भारतवंशियों में जबरदस्त आक्रोश उपज रहा है। भारत भक्त छात्रों ने ऑक्सफ़ोर्ड यूनियन के सामने इस आयोजन के विरुद्ध विरोध प्रदर्शन किया, भारत माता की जय के नारे लगाए। उनका कहना है कि ऑक्सफ़ोर्ड यूनियन इस प्रकार के सेमिनारों की आड़ में पाकिस्तानी एजेंडा फैलाती है और आतंकवादी तत्वों को प्रचारित करने में जुटी है।

इस यूनिवर्सिटी में पढ़ रहे भारत भक्त छात्रों ने सेमिनार के विरोध में आवाज उठाते हुए बताया कि इस आयोजन से सभी छात्र आक्रोश में हैं। उनका कहना है कि यूनि​वर्सिटी को इस प्रकार के कार्यक्रमों को करने की अनु​​मति नहीं देनी चाहिए। ब्रिटिश हिन्दुओं के संगठन इनसाईट यूके भी इस आयोजन के विरोध में उतरी और रोष व्यक्त किया।

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