सात वर्ष बाद जल समाधि लेगा अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन

48.3 करोड़ डालर का ठेका दिया गया है स्पेसएक्स को अंतरिक्ष स्टेशन को नीचे लाने के लिए अंतरिक्ष स्टेशन से क्यों छुटकारा पाना चाहता है नासा

Jul 19, 2024 - 19:15
Jul 20, 2024 - 06:24
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सात वर्ष बाद जल समाधि लेगा अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन

सात वर्ष बाद जल समाधि लेगा अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन

अमेरिका की अंतरिक्ष एजेंसी नासा और एलन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स ने अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन का काम खत्म होने के बाद उसे सुरक्षित नीचे लाने का प्लान तैयार किया है। प्लान के तहत अंतरिक्ष स्टेशन को रीएंट्री के समय जलाया जाएगा और बचे हिस्से को समुद्र में गिरा दिया जाएगा। अंतरिक्ष स्टेशन को 2031 की शुरुआत में नीचे लाया जाएगा, तब तक उसकी उम्र 32 वर्ष हो चुकी होगी। 

48.3 करोड़ डालर का ठेका दिया गया है स्पेसएक्स को अंतरिक्ष स्टेशन को नीचे लाने के लिए

अंतरिक्ष स्टेशन से क्यों छुटकारा पाना चाहता है नासा

अंतरिक्ष स्टेशन पहले ही पुराना होने का संकेत दे रहा है। रूस और अमेरिका ने 1998 के अंत में इसका पहला पीस लांच किया था और दो वर्ष बाद अंतरिक्ष यात्री अंतरिक्ष स्टेशन में पहुंचे। यूरोप और जापान ने अपने सेगमेंट जोड़े, और
कनाडा ने रोबोटिक आर्म्स मुहैया कराए। 2011 में जब नासा के शटल रिटायर हुए, तब तक स्टेशन एक फुटबाल के मैदान के आकार का हो गया था, जिसका द्रव्यमान (मास) लगभग 4,30,000 किलोग्राम था। नासा का अनुमान है कि यह स्टेशन कम से कम 2030 तक चलेगा। लक्ष्य है कि तब तक निजी क्षेत्र की कंपनियां अपने अंतरिक्ष स्टेशन लांच कर दें। ये कंपनियां नासा सहित दूसरे ग्राहकों को सेवाएं मुहैया कराएंगी। इस रणनीति से नासा चांद और मंगल की यात्राओं पर ध्यान केंद्रित कर सकेगा।

अंतरिक्ष स्टेशन को कैसे लाया जाएगा नीचे
समय-समय पर अंतरिक्ष में जाने वाले अंतरिक्ष यान अंतरिक्ष स्टेशन को सहारा देते हैं, जिससे यह करीब 420 किलोमीटर ऊंचाई पर एक कक्षा में बना रहे। अगर ऐसा न किया जाए तो अंतरिक्ष स्टेशन धीरे-धीरे नीचे आता रहेगा और एक समय ऐसा आएगा जब यह अनियंत्रित होकर आर्बिट से नीचे गिर जाएगा। नासा दक्षिण प्रशांत या हिंद महासागर के दूर-दूराज के हिस्से में अंतरिक्ष यान की सुरक्षित रीएंट्री सुनिश्चित करना चाहता है। इसके लिए एक अंतरिक्ष यान लांच किया जएगा, जो अंतरिक्ष स्टेशन तक पहुंच कर उसे समुद्र तक लाएगा। नासा को उम्मीद है कि नीचे आने तक अंतरिक्ष यान के कुछ टुकड़े बचेंगे, जिनका आकार माइक्रोवेव ओवन से लेकर सेडान कार तक होगा। अनुमान है कि अंतरिक्ष स्टेशन का मलबा 2,000 किलोमीटर लंबे क्षेत्र में गिर सकता है। नासा और उसके सहयोगियों ने इस काम के लिए इंडस्ट्री से संपर्क किया और जून में डीआर्बिट व्हीकल के लिए स्पेसएक्स ने टेका हासिल किया।

कैसा होगा डीआर्बिट स्पेसक्राफ्ट
स्पेसएक्स ने एक सामान्य ड्रैगन कैप्सूल इस्तेमाल करने की योजना बनाई है। यह वैसा ही कैप्सूल होगा जिसका इस्तेमाल अंतरिक्ष स्टेशन तक आपूर्ति और अंतरिक्ष यात्रियों को ले जाने के लिए किया जाता है। लेकिन इसमें रिकार्ड 46 इंजन लगेहोंगे औ र ईंधन 16,000 किलोग्राम से अधिक होगा।

स्पेसएक्स की सारा वाकर ने कहा कि एक ताकतवर अंतरिक्ष यान बनाना एक चुनौती होगी, जो नीचे आते समय बढ़े हुए वायुमंडलीय खिंचाव को प्रतिरोध करते हुए अंतरिक्ष यान को गाइड कर सके। अंतरिक्ष यात्री स्टेशन में रहकर सूक्ष्म गुरुत्वाकर्षण में विभिन्न विषयों जैसे जीव विज्ञान, चिकित्सा, खगोल विज्ञान, मौसम विज्ञान आदि से संबंधित प्रयोगों को अंजाम देते है। सामान्यतः ऐसे प्रयोग पृथ्वी पर संभव नहीं होते, इनके लिए विशेष पर्यावरण की आवश्यकता होती है।

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@Dheeraj kashyap युवा पत्रकार- विचार और कार्य से आने वाले समय में अपनी मेहनत के प्रति लगन से समाज को बेहतर बना सकते हैं। जरूरत है कि वे अपनी ऊर्जा, साहस और ईमानदारी से र्काय के प्रति सही दिशा में उपयोग करें , Bachelor of Journalism And Mass Communication - Tilak School of Journalism and Mass Communication CCSU meerut / Master of Journalism and Mass Communication - Uttar Pradesh Rajarshi Tandon Open University पत्रकारिता- प्रेरणा मीडिया संस्थान नोएडा 2018 से केशव संवाद पत्रिका, प्रेरणा मीडिया, प्रेरणा विचार पत्रिका,