ब्रह्मोस मिसाइल की शौर्य गाथा भी पढ़ेंगे स्कूली बच्चे

अच्छी पहल आकाश मिसाइल के पराक्रम से भी परिचित होंगे विद्यार्थी, शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने दिए संकेत, शिक्षा मंत्रालय ने सभी भारतीय भाषाओं में स्कूली पाठ्यक्रम में इसे शामिल करने की योजना बनाई ब्रह्मोस मिसाइल की शौर्य गाथा भी पढ़ेंगे स्कूली बच्चे

May 21, 2025 - 15:53
 0
ब्रह्मोस मिसाइल की शौर्य गाथा भी पढ़ेंगे स्कूली बच्चे
ब्रह्मोस मिसाइल की शौर्य गाथा भी पढ़ेंगे स्कूली बच्चे

ब्रह्मोस मिसाइल की शौर्य गाथा भी पढ़ेंगे स्कूली बच्चे

अच्छी पहल आकाश मिसाइल के पराक्रम से भी परिचित होंगे विद्यार्थी, शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने दिए संकेत, शिक्षा मंत्रालय ने सभी भारतीय भाषाओं में स्कूली पाठ्यक्रम में इसे शामिल करने की योजना बनाई

आपरेशन सिंदूर में पाकिस्तान को घुटने के बल लाने वाली ब्रह्मोस और आकाश मिसाइलों की शौर्य गाथा से अब स्कूली बच्चों को भी अवगत कराया जाएगा। शिक्षा मंत्रालय ने इसे सभी भारतीय भाषाओं में स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल करने की योजना बनाई है। यह स्कूलों में अतिरिक्त गतिविधियों के रूप में रोचक तरीके से प्रस्तुत की जाएगी। शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने सोमवार को एक कार्यक्रम में इसके संकेत दिए। उन्होंने कहा कि ब्रह्मोस और आकाश मिसाइल की ताकत हमारी शिक्षा व्यवस्था की मजबूती का प्रमाण है। ऐसे में हमें शोध पर अधिक बल देना चाहिए।

इसके लिए पीएम रिसर्च फंड में भी जरूरी बदलाव किए जा रहे हैं। माना जा रहा है कि इस पहल से बच्चों में भी शोध के प्रति रुझान बढ़ेगा, साथ ही राष्ट्रीय  जुड़ाव बढ़ाने को भी प्रोत्साहन मिलेगा। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति में भी स्कूली स्तर पर ऐसे बीज रोपने की सिफारिश की गई है, ताकि बच्चे भविष्य में शोध और नवाचार के क्षेत्र में देश का नाम रोशन कर सकें। बच्चों को यह विषयवस्तु अतिरिक्त स्कूली गतिविधियां के साथ बगैर बस्ते वाले दिनों (बैगलेस-डे) में पढ़ाई जाएगी। वर्तमान में स्कूलों में साल में कम से कम 15 दिन बगैर बस्ते वाले दिन आयोजित करने के निर्देश हैं।

केंद्रीय विद्यालय और नवोदय विद्यालय इसे हफ्ते में एक दिन आयोजित कर रहे हैं। अधिकारियों के मुताबिक चंद्रयान की सफलता की कहानी को बच्चों के बीच जिस रोचक तरीके से पहुंचाया गया था, उससे वह बच्चे-बच्चे की जुबान पर चढ़ गया था। ठीक उसी तर्ज पर ब्रह्मोस और आकाश मिसाइलों की सफलता की कहानी भी बच्चों की बीच पहुंचाई जाएगी। यह बताया जाएगा कि कैसे इन मिसाइलों ने पाकिस्तान की मिसाइलों को न सिर्फ हवा में ही मार गिराया था बल्कि पाकिस्तान के सारे सुरक्षा तंत्र को भेदते हुए भीतर घुसकर उसके हवाई अड्डों और आतंकी ठिकानों को भी नष्ट किया। इसका प्रहार इतना विकराल था कि पाकिस्तान कुछ ही घंटे में घुटने के बल आ गया और शांति की गुहार लगाने लगा।

ब्रह्मोस 9,878 किमी प्रति घंटा की रफ्तार 400 किलोमीटर है मारक क्षमता 1290 किलोग्राम है इसका वजन 

8.4 मीटर है इसकी लंबाई 3,000 किग्रा है भार वहन क्षमता

आकाश 3,087 किमी प्रति घंटा की रफ्तार 80 किलोमीटर है मारक क्षमता 720 किलोग्राम है इसका वजन 

5.78 मीटर है इसकी लंबाई 60 किग्रा है भार वहन क्षमता

Bharatiya news samachar Bharatiya news samachar हमरे साथ पिछले 2 साल से कार्य कर रहे हैं और आप कई विषयों पर आप लिखते हैं