इस्राइल-ईरान तनाव: भारत की दृष्टि
भारतीय विदेश मंत्रालय ने इस्तिफा पत्र जारी करते हुए दोनों देशों को एकत्रित होकर बातचीत के लिए आह्वान दिया। विदेश मंत्रालय ने कहा कि यह घटना खतरे की घंटी है
![इस्राइल-ईरान तनाव: भारत की दृष्टि](https://bharatiya.news/uploads/images/202404/image_870x_661b8b7f61d21.jpg)
इस्राइल-ईरान तनाव: भारत की दृष्टि
ईरान के हमले के बाद, विश्व भर के नेताओं ने अपने विचार व्यक्त किए हैं। इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने देश की तैयारी का जिक्र किया और समर्थन के लिए धन्यवाद दिया। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने भी इस्राइल को समर्थन जताया और अपनी सुरक्षा टीम के साथ विवेचन किया। ईरान के राजनयिक ने इस्राइल पर हमले का बचाव किया और अमेरिका से इस विवाद से दूर रहने की सलाह दी। भारतीय विदेश मंत्रालय ने भी इस्तीफा जारी करके दोनों देशों के बीच शांति और सुरक्षा के लिए बातचीत की अपील की। यूरोपीय नेताओं ने भी ईरान के हमले की निंदा की और शांति की अपील की।
भारतीय विदेश मंत्रालय ने इस्तिफा पत्र जारी करते हुए दोनों देशों को एकत्रित होकर बातचीत के लिए आह्वान दिया। विदेश मंत्रालय ने कहा कि यह घटना खतरे की घंटी है और क्षेत्र में शांति और सुरक्षा को खतरा पैदा कर सकती है। संयुक्त राष्ट्र के संदेशक ने यह बयान दिया कि वे इस मामले की गहरी जांच करेंगे और क्षेत्र में सुरक्षा को बनाए रखने के लिए सक्रिय रहेंगे। वे इस्राइल के हमले की निंदा करते हुए कहा कि इस्राइल को अपने आप को स्वयं संरक्षित रखना चाहिए और भारत इस घटना के विचार में विश्वास दिखाता है।
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने इस्राइल को अपना समर्थन दिया। उन्होंने इस घटना को गंभीरता से लेकर चर्चा की और अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा टीम के साथ विवेचन किया। वे इस्राइल के सुरक्षा के लिए समर्पित हैं और ईरान के हमले के जवाब में इस्राइल को समर्थन प्रदान करने का वादा किया।
यूरोपीय देशों के नेताओं ने ईरान के हमले को निंदा किया है और क्षेत्र में शांति और सुरक्षा के लिए अपील की है। उन्होंने इस घटना को क्षेत्र को अस्थिर करने वाला बताया और सैन्य तनाव के बढ़ने का खतरा दिया। संयुक्त राष्ट्र के महासचिव ने भी इस मामले को गंभीरता से लेकर चर्चा की और पश्चिमी एशिया के क्षेत्र की स्थिति को सुनिश्चित करने की अपील की
ईरान और इस्राइल के बीच हाल ही में हुए हमले ने दुनिया भर में तनाव बढ़ा दिया है। इस्राइल ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की आपात बैठक बुलाई है, जहां उन्होंने ईरान के हमले की कड़ी निंदा की है। विभिन्न देशों ने इस्राइल के समर्थन में अपना विश्वास जताया है, जबकि ईरान ने धमकी दी है कि यदि कोई उकसावे करता है, तो इसके गंभीर परिणाम होंगे। भारत ने इस घटना पर चिंता जताते हुए दोनों देशों से वार्ता करने की अपील की है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने भी इस्राइल के समर्थन का एलान किया है और उन्होंने ईरान के हमले के जवाब में इस्राइल की सुरक्षा के लिए समर्पित होने का वादा किया है। यूरोपीय देशों ने भी ईरान के हमले की निंदा की है और सुरक्षा के लिए अपील की है।
Israel Iran Tension: ईरान के इस्राइल पर हमले को लेकर आया भारत का बयान; UN से लेकर US तक, जानें किसने-क्या कहा ईरान के हमले के बाद संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की आज आपात बैठक बुलाई गई है। इस्राइल ने साथ ही सुरक्षा परिषद से ये भी मांग की है कि परिषद ईरान के हमले की कड़ी निंदा करे और ईरान की सेना रिवोल्यूशनरी गार्ड को एक आतंकी संगठन घोषित करे।
What's Your Reaction?
![like](https://bharatiya.news/assets/img/reactions/like.png)
![dislike](https://bharatiya.news/assets/img/reactions/dislike.png)
![wow](https://bharatiya.news/assets/img/reactions/wow.png)
![sad](https://bharatiya.news/assets/img/reactions/sad.png)