बांग्लादेश में हिंदू नरक के समान जीवन व्यतीत कर रहा है

Hindu in Bangladesh is living like hell, समस्त हिंदू समाज गाजियाबाद तथा हिंदू समाज सुरक्षा समिति गाजियाबाद

Dec 8, 2024 - 20:21
Dec 8, 2024 - 20:24
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बांग्लादेश में हिंदू नरक के समान जीवन व्यतीत कर रहा है

 बांग्लादेश में चिन्मय कृष्ण दास की अविलंब रिहाई एवं वहां पर रह रहे हिंदुओं पर लगातार गैर हिंदू व्यक्तियों द्वारा किए गए उत्पीड़न, प्रताड़ना एवं हिंसा की विरुद्ध विराम हेतु ज्ञापन बांग्लादेश में वहां के गैर हिंदू व्यक्तियों द्वारा हिंदुओं पर लगातार हमले किए जा रहे हैं. इन असामाजिक गैर हिंदू व्यक्तियों द्वारा हिंदू परिवारों को चिन्हित कर उनकी संपत्तियों को नष्ट करते हुए महिलाओं के साथ बलात्कार किया जा रहा है जिसे रोकने में वहां की सरकार लगातार नाकाम हो रही है.


 उल्लेखनीय की वहां की सरकार भी इस प्रकार के कट्टरपंथियों के समर्थन में लगातार हिंदू समुदाय के किया जा रहे हैं विनाश को लेकर मुकदर्शक बनी हुई है. बांग्लादेश में हिंदू नरक के समान जीवन व्यतीत कर रहा है तथा पुलिस प्रशासन तथा किसी भी संस्था से उसे किसी प्रकार की कोई मदद नहीं मिल रही है. बांग्लादेश में जो वर्तमान में वातावरण है वह हिंदू समुदाय के लिए इस कदर भयानक हो चुका है की वहां की सभी सरकारी तथा गैर सरकारी संस्थाएं सभी मिलकर हिंदू समाज का शोषण कर रहे हैं. बड़े दुर्भाग्य का विषय है कि इस संबंध में पूरे विश्व समुदाय को जो प्रयास किया जाना चाहिए था, वह अभी तक उस स्तर पर नहीं हो रहा है. बांग्लादेश में हिंदुओं के इस विनाश पर पूरा विश्व समुदाय तथा विश्व की तथा-कथित शांति संगठन भी मौन व्रत लिए हुए हैं. विश्व में शांति स्थापित करने वाले तथा कथित मानव अधिकार संगठन तथा वैश्विक संगठन भी बांग्लादेश में हिंदुओं के विनाश तथा हिंदू महिलाओं के जबरन धर्मांतरण एवं बलात्कार पर आंखें मूंदे हुए हैं. 


समिति बांग्लादेश में वहां के स्थानीय प्रशासन की हिंदुओं को रक्षा प्रदान करने के दायित्व में असफल रहने तथा हिंदू समाज के व्यक्तियों के उत्पीड़न पर वहां की सभी संवैधानिक संस्थाओं के नाकाम हो जाने पर रोष प्रकट करती है. इस्कॉन एवं अन्य हिंदू समाज के संगठनों ने अपने अधिकारों की रक्षा के लिए इस संबंध में लोकतांत्रिक तरीके से वहां पर अपने कष्ट को प्रकट किया था, किंतु कट्टरपंथियों के प्रभाव वाली वहां की सरकार ने दमनकारी नीति अपनाते हुए सभी को जेल में डाल दिया या उनके विरुद्ध झूठे मुकदमे पंजीकृत कर दिए हैं. इस प्रकार के पूर्ण शांतिप्रिय तथा लोकतांत्रिक रूप से अपनी बात रखने वाले समाज के किसी नेतृत्व को जो एक वर्ग का प्रतिनिधित्व भी करते हैं को इस प्रकार से गैर कानूनी तरीके से गिरफ्तार करना उनका प्रताड़ित करना तथा उनके अधिकारों का हनन करना  अलोकतांत्रिक तथा अमानवीय तो है ही साथ ही अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मानवाधिकारों का भी स्पष्ट रूप से उल्लंघन है.

 
 भारतवर्ष बांग्लादेश का पड़ोसी देश है तथा वहां पर रह रहे हिंदू समाज के लिए आशा का एक केंद्र बना हुआ है.  वहां के हिंदू समाज ने कभी भी किसी प्रकार का कोई गैरकानूनी अथवा अलोकतांत्रिक प्रकृति का कोई कार्य नहीं किया है इसके बावजूद वहां पर गैर हिंदू व्यक्तियों द्वारा उनको चिन्हित करते हुए उनकी संपत्तियों पर लगातार कब्जा किया जा रहा है ताकि वह लोग वहां न रह सके तथा बांग्लादेश को खाली कर वहाँ से भाग जाएं. वहां पर हिंदुओं की इस दुर्दशा से पूरा हिंदू समाज आक्रोशित तथा उद्वेलित है. भारत के अन्य हिंदू समाज के साथ-साथ गाजियाबाद जनपद का हिंदू समाज भी बांग्लादेश में हिंदुओं की इस दुर्दशा तथा उनके विरुद्ध लगातार किए जा रहे हमले से सदमे की स्थिति में है.  


इसी अनुक्रम में गाजियाबाद का  समस्त हिंदू समाज भी माननीय राष्ट्रपति जी से यह मांग करता है कि वह बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार उनके संपत्तियों के विनाश तथा हिंदू महिलाओं के साथ किया जा रहे बलात्कार एवं उनके जबरन धर्मांतरण को रोकते हुए इस संबंध में कठोर कार्रवाई कर बांग्लादेश के विरुद्ध अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिबंध तथा अन्य उस स्तर की तुरंत कार्यवाही  करें.  

                        
समिति  माननीय राष्ट्रपति जी से यह भी मांग करती है कि भारत सरकार बांग्लादेश में रह रहे हिंदुओं की सुरक्षा तथा झूठे मुकदमों में दर्ज हिंदू समुदाय के व्यक्तियों की बिना शर्त रिहाई के संबंध में भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर वार्ता करते हुए इस स्तर पर ठोस तथा प्रभावी कार्यवाही को अमल में लाए. 


समिति  माननीय राष्ट्रपति जी से अनुरोध करती है कि बांग्लादेश में हिंदुओं के उत्पीड़न तथा प्रताड़ना पर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर वैश्विक संगठनों को इस संबंध में एकजुट करते हुए बांग्लादेश के विरुद्ध ठोस कार्यवाही कर बांग्लादेश को दी जाने वाली अंतरराष्ट्रीय सहायता पर तुरंत रोक लगवाने की पहल करें. 



समस्त हिंदू समाज गाजियाबाद तथा हिंदू समाज सुरक्षा समिति गाजियाबाद


श्री नरेश विकल जी - समाज सेवी बांग्लादेश में जो हो रहा है वह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण और चिन्तपूर्ण है। राष्ट्र का विभाजन षड्यंत्रकारी और अलगाववादी शक्तियों की चाल थी, वैसा ही आज बांग्लादेश में हो रहा है। भारत ने पूर्वी पाकिस्तान को स्वंत्र करवाया, मान्यता प्रदान की और विकास में सहायता की इसका समर्थन होने के विपरीत आज वह भारत का विरोध हो रहा है और हिन्दुओ का नरसंहगर हो रहा है।  अब भी हिन्दू समाज चुप रहा तो अस्तित्व पर ही संकट होगा। 

श्री वीरू भाई वाल्मीकि जी - समाज सेवी भारत के धर्मग्रंथों में हिन्दुओ को एक होने का संकेत प्राचीन काल से है- महर्षि वाल्मीकि ने रामायण की कथा रामावतार से पहले ही लिख दी थी, शबरी के पास बेर खाने को राम जी स्वयं गए थे।  अत्याचारी जाती नहीं पूछते, इसलिए सब एक हो जाये और अत्याचार का विरोध करे। अब एक्शन के रिएक्शन का समय है, सभी को एक होना होगा। 

स्वामी आनंद स्वरुप जी आज हम अपना आक्रोश मात्र प्रकट करने को एकत्रित हुए हैं। पूरी दुनिया पर इस्लामिक कटरपंथ का दुष प्रभाव पड रहा है। सुप्रीम कोर्ट - Once a Temple always a Temple  (एक बार मंदिर सदा के लिए मंदिर)।  आज विपक्ष पथरबाजो के विरोश में नहीं अपितु उनके साथ खड़ा हुआ है।  जिस ISKCON ने १९७४ से आज तक हर समय आपदा में बांग्लादेश की जनता की बिना किसी भेद भाव के सब प्रकार सेवा व् सहायता की आज उस पर प्रतिबन्ध लगाने का प्रयास हो रहा है।  संतो को वह जेल में डाला जा रहा है।

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@Dheeraj kashyap युवा पत्रकार