सीरिया में 50 साल के बाथ शासन और 24 साल के बशर अल असद शासन का अंत, विद्रोहियों ने किया नए युग की घोषणा

End of 50 years of Baath rule and 24 years of Bashar Assad rule in Syria विद्रोहियों ने जेलों से कैदियों को रिहा करने की भी घोषणा की है।सीरिया में 50 साल के बाथ शासन और 24 साल के बशर अल असद शासन का अंत, विद्रोहियों ने किया नए युग की घोषणा

Dec 8, 2024 - 20:30
Dec 8, 2024 - 20:33
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सीरिया में 50 साल के बाथ शासन और 24 साल के बशर अल असद शासन का अंत, विद्रोहियों ने किया नए युग की घोषणा

सीरिया में 50 साल के बाथ शासन और 24 साल के बशर अल असद शासन का अंत, विद्रोहियों ने किया नए युग की घोषणा

दमिश्क: आज, 8 दिसंबर 2024 को, सीरिया में करीब पांच दशक तक चले बाथ पार्टी के शासन और 24 साल तक सत्ता संभालने वाले बशर अल असद के शासन का अंत हो गया। विद्रोही गठबंधन के सामने असद सरकार केवल 10 दिन ही टिक पाई। राजधानी दमिश्क की सड़कों पर लोग जश्न मना रहे हैं, जबकि असद देश छोड़कर भाग चुके हैं।

सीरियाई सेना ने पुष्टि की कि बशर अल असद पहले ही देश छोड़ चुके हैं। विद्रोही गुटों ने सीरिया के सार्वजनिक संस्थानों पर कब्जा कर इसे आजाद घोषित कर दिया। विद्रोहियों ने जेलों से कैदियों को रिहा करने की भी घोषणा की है।

नए युग की शुरुआत

इस्लामी चरमपंथी गुट हयात तहरीर अल-शाम (एचटीएएस) और विद्रोही गठबंधन ने कहा है कि अब सीरिया में शांति और एकता का नया युग शुरू होगा। उन्होंने यह भी कहा कि देश के सार्वजनिक संस्थानों का संचालन फिलहाल पूर्व प्रधानमंत्री के देखरेख में होगा, जब तक नई सरकार का गठन नहीं हो जाता।

प्रधानमंत्री मोहम्मद गाजी अल जलाली ने भी एक रिकॉर्डेड बयान जारी कर नई सरकार के गठन में विद्रोहियों से सहयोग की बात कही।

बाथ शासन का अंत

बशर अल असद ने 2000 में अपने पिता हफीज अल असद के बाद सत्ता संभाली थी। हफीज ने 1971 में बाथ पार्टी के नेतृत्व में सीरिया की सत्ता संभाली थी। इस प्रकार, असद परिवार ने सीरिया पर कुल 53 वर्षों तक शासन किया। विद्रोहियों ने इसे "50 साल के उत्पीड़न और अत्याचार का अंत" करार दिया।

गृहयुद्ध का अंत

2011 में अरब स्प्रिंग के दौरान शुरू हुए विरोध प्रदर्शन से उपजे गृहयुद्ध में अब तक पांच लाख से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 3,70,000 से अधिक लोग विस्थापित हो गए।

नए शासन की चुनौती

सीरिया में अब नई सरकार के गठन की प्रक्रिया पर सभी की नजरें टिकी हैं। विद्रोही गुटों के बीच सत्ता में हिस्सेदारी और नीतियों को लेकर असहमति की संभावना जताई जा रही है। इनमें शामिल अधिकांश गुट कट्टरपंथी विचारधारा के हैं, जिससे स्थायी शांति और एक स्थिर शासन की उम्मीदें कमजोर हो सकती हैं।

सीरिया में आज के दिन को इतिहास में एक नई शुरुआत के तौर पर देखा जा रहा है, लेकिन यह देखना बाकी है कि देश स्थिरता और विकास की ओर कैसे आगे बढ़ता है।

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@Dheeraj kashyap युवा पत्रकार- विचार और कार्य से आने वाले समय में अपनी मेहनत के प्रति लगन से समाज को बेहतर बना सकते हैं। जरूरत है कि वे अपनी ऊर्जा, साहस और ईमानदारी से र्काय के प्रति सही दिशा में उपयोग करें , Bachelor of Journalism And Mass Communication - Tilak School of Journalism and Mass Communication CCSU meerut / Master of Journalism and Mass Communication - Uttar Pradesh Rajarshi Tandon Open University पत्रकारिता- प्रेरणा मीडिया संस्थान नोएडा 2018 से केशव संवाद पत्रिका, प्रेरणा मीडिया, प्रेरणा विचार पत्रिका,