राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पूर्व सरकार्यवाह: एक संक्षिप्त इतिहास

माधव सदाशिव गोलवलकर, जिन्हें "गुरुजी" के नाम से जाना जाता है, RSS के द्वितीय सरसंघचालक बनने से पहले सरकार्यवाह रहे। उनके नेतृत्व में संघ की विचारधारा को देशभर में मजबूती मिली और भारतीय संस्कृति तथा राष्ट्रीयता के प्रति जागरूकता बढ़ी।

Nov 19, 2024 - 20:23
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राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पूर्व सरकार्यवाह: एक संक्षिप्त इतिहास

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पूर्व सरकार्यवाह: एक संक्षिप्त इतिहास

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) भारतीय समाज के विकास में एक महत्वपूर्ण संगठन है। इसमें सरकार्यवाह का पद संगठन का दूसरा सबसे बड़ा और प्रमुख पद होता है। सरकार्यवाह संघ के संचालन, विचारधारा के प्रचार-प्रसार, और कार्यकर्ताओं के मार्गदर्शन की जिम्मेदारी निभाते हैं। इस ब्लॉग में हम उन प्रमुख व्यक्तियों के बारे में जानेंगे जिन्होंने इस पद पर रहते हुए संघ को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया।


1. माधव सदाशिव गोलवलकर (गुरुजी)

माधव सदाशिव गोलवलकर, जिन्हें "गुरुजी" के नाम से जाना जाता है, RSS के द्वितीय सरसंघचालक बनने से पहले सरकार्यवाह रहे। उनके नेतृत्व में संघ की विचारधारा को देशभर में मजबूती मिली और भारतीय संस्कृति तथा राष्ट्रीयता के प्रति जागरूकता बढ़ी।

2. बालासाहेब देवरस

बालासाहेब देवरस ने संघ के सरकार्यवाह के रूप में संगठन को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। वे आपातकाल के दौरान संघ के आंदोलन और संगठनात्मक शक्ति को मजबूत करने में अग्रणी रहे।

3. सुदर्शन

के.एस. सुदर्शन के कार्यकाल में संघ ने तकनीकी और सामाजिक बदलावों को अपनाया। उन्होंने युवाओं को संघ से जोड़ने पर जोर दिया और समाज के व्यापक मुद्दों पर संघ की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित की।

4. मोहन भागवत

मोहन भागवत वर्तमान में RSS के सरसंघचालक हैं। सरकार्यवाह के रूप में उन्होंने संगठन को सुदृढ़ किया और संघ की विचारधारा को नई पीढ़ी तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

5. भैयाजी जोशी

भैयाजी जोशी का कार्यकाल संघ के कार्यकर्ताओं को सामाजिक मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करने और राष्ट्र निर्माण में भागीदारी बढ़ाने के लिए प्रेरित करने में अहम रहा।

6. दत्तात्रेय होसबले

वर्तमान सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबले संघ को आधुनिक समय की चुनौतियों के अनुरूप ढालने में जुटे हुए हैं। उनकी सक्रियता संघ के वैचारिक और सामाजिक कार्यक्रमों को गति देने में दिखती है।


सरकार्यवाह पद का महत्व

RSS में सरकार्यवाह का पद संगठन की रीढ़ है। यह पद संगठन की विचारधारा को लागू करने और संघ कार्य को राष्ट्र निर्माण के लक्ष्यों की ओर बढ़ाने का कार्य करता है। प्रत्येक सरकार्यवाह ने अपने कार्यकाल में संघ के उद्देश्यों को मजबूती से आगे बढ़ाया और भारतीय समाज में संघ की भूमिका को और सशक्त किया।


RSS के सरकार्यवाहों की सूची संघ के इतिहास और विकास को समझने में मदद करती है। यह दिखाती है कि कैसे प्रत्येक सरकार्यवाह ने अपने दृष्टिकोण और नेतृत्व से संगठन को नई दिशा दी। संघ के इतिहास में इन सरकार्यवाहों का योगदान अमूल्य है।

(यह लेख RSS के सरकार्यवाहों के ऐतिहासिक योगदान पर आधारित है।)

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@Dheeraj kashyap युवा पत्रकार- विचार और कार्य से आने वाले समय में अपनी मेहनत के प्रति लगन से समाज को बेहतर बना सकते हैं। जरूरत है कि वे अपनी ऊर्जा, साहस और ईमानदारी से र्काय के प्रति सही दिशा में उपयोग करें , Bachelor of Journalism And Mass Communication - Tilak School of Journalism and Mass Communication CCSU meerut / Master of Journalism and Mass Communication - Uttar Pradesh Rajarshi Tandon Open University पत्रकारिता- प्रेरणा मीडिया संस्थान नोएडा 2018 से केशव संवाद पत्रिका, प्रेरणा मीडिया, प्रेरणा विचार पत्रिका,