मुस्लिम कट्टरपंथियों के खौफ से 17 वर्ष की हिन्दू लड़की पैदल ही बॉर्डर पार कर भारत में घुसी,

पड़ोसी देश बांग्लादेश में मुस्लिम कट्टरपंथियों का आतंक लगातार बढ़ता ही जा रहा है। ऐसा कोई दिन खाली नहीं जाता है, जिस दिन मुस्लिम कट्टरपंथी हिन्दुओं को निशाना न बनाते हों। बीएनपी की सहयोगी जमात ए इस्लामी लगातार इस्कॉन भक्तों की खुलेआम हत्या की धमकी दे रहा है। कट्टरपंथियों के इसी खौफ के चलते वहां […]

Dec 12, 2024 - 19:33
Dec 12, 2024 - 19:48
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मुस्लिम कट्टरपंथियों के खौफ से 17 वर्ष की हिन्दू लड़की पैदल ही बॉर्डर पार कर भारत में घुसी,

बांगलादेश: मुस्लिम कट्टरपंथियों के डर से 17 वर्षीय हिंदू लड़की ने पैदल बॉर्डर पार कर भारत में शरण ली, इस्कॉन भक्त

बांगलादेश में हाल ही में एक 17 वर्षीय हिंदू लड़की ने मुस्लिम कट्टरपंथियों के उत्पीड़न और धमकियों से बचने के लिए भारत में शरण ली। इस लड़की ने पैदल ही बांगलादेश के सीमावर्ती इलाके से भारत की सीमा पार की। उसकी पहचान इस्कॉन भक्त के रूप में हुई है, और वह अपनी धार्मिक आस्थाओं के चलते लगातार मुस्लिम कट्टरपंथियों के निशाने पर थी।

लड़की ने भारतीय सीमा सुरक्षा बल (BSF) के पास पहुँचकर भारत में प्रवेश किया और अपना दुःख दर्द साझा किया। उसने बताया कि वह बांगलादेश में अपने परिवार के साथ धार्मिक स्वतंत्रता से जीने की कोशिश कर रही थी, लेकिन मुस्लिम कट्टरपंथियों द्वारा लगातार धमकियों और उत्पीड़न के चलते उसे देश छोड़ने का निर्णय लेना पड़ा।

भारत की सीमा पर पहुंचने के बाद उसे शरण देने की प्रक्रिया शुरू की गई, और अधिकारियों ने उसे शरण देने के साथ-साथ उसकी सुरक्षा को सुनिश्चित किया। यह घटना बांगलादेश में धार्मिक अल्पसंख्यकों के खिलाफ बढ़ती असुरक्षा और उत्पीड़न की ओर इशारा करती है, जहां हिंदू और अन्य धार्मिक अल्पसंख्यकों को अक्सर अपनी आस्थाओं के कारण गंभीर संकट का सामना करना पड़ता है।

लड़की के भारत में आने के बाद, अब यह सवाल उठता है कि कैसे इस तरह की घटनाओं को रोका जा सकता है, ताकि धार्मिक स्वतंत्रता और सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। 

पड़ोसी देश बांग्लादेश में मुस्लिम कट्टरपंथियों का आतंक लगातार बढ़ता ही जा रहा है। ऐसा कोई दिन खाली नहीं जाता है, जिस दिन मुस्लिम कट्टरपंथी हिन्दुओं को निशाना न बनाते हों। बीएनपी की सहयोगी जमात ए इस्लामी लगातार इस्कॉन भक्तों की खुलेआम हत्या की धमकी दे रहा है। कट्टरपंथियों के इसी खौफ के चलते वहां की एक हिन्दू नाबालिग युवती पैदल ही सीमा पार करके भारत आ गई। अपना जान बचाने के लिए वो रात भर भागती रही।

रिपोर्ट के अनुसार, भारत की सीमा में घुसने की कोशिश करते वक्त बीएसएफ ने उसे पकड़ लिया। उसने बीएसएफ को अपनी आप बीती बताई। साथ ही ये भी बताया कि वो इस्कॉन भक्त है। लड़की ने कहा कि उसके कुछ रिश्तेदार भारत में रहते हैं और इसीलिए वो उनके पास जाकर अपनी जान बचाना चाहती है। वहीं बीएसएफ ने आगे की कार्रवाई के लिए उसे पश्चिम बंगाल पुलिस के हवाले कर दिया।

पुलिस को युवती ने बताया कि हिन्दू होने के कारण पिछले कई सप्ताह से उसे और उसके परिवार को धमकियां दी जा रही थीं। इसी क्रम में मुस्लिम कट्टरपंथियों ने जब युवती का अपहरण करने और उसके परिजनों की हत्या करने की धमकी दी तो लड़की अपनी जान बचाकर भाग निकली। रात भर भागकर वो पश्चिम बंगाल के उत्तरी दिनाजपुर सीमा पर पहुंची और वहीं से उसने भारत में घुसने की कोशिश की।

लड़की के बयानों को अब पुलिस वेरिफाई कर रही है। ताकि वो आश्वस्त हो सके। पश्चिम बंगाल पुलिस का कहना है कि युवती के कुछ रिश्तेदार जलपाईगुड़ी जिले में रहते हैं, जबकि वो बांग्लादेश के पंचगढ़ जिले की रहने वाली है। पुलिस को युवती के रिश्तेदारों ने बताया कि लड़की के परिजन उसकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उसे पहले से ही यहां भेजने की योजना बना रहे थे। उसके पिता बांग्लादेश में मेडिकल रिप्रेंजेटेटिव हैं, जो कि बीमार चल रहे हैं।

उल्लेखनीय है कि बीते 25 नवंबर को इस्कॉन भिक्षु चिन्मय कृष्ण प्रभु को कट्टरपंथी सरकार ने गिरफ्तार कर लिया था, जिसके बाद इस्कॉन भक्तों पर लगातार हमले बढ़े हैं।

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