फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों गणतंत्र दिवस पर मुख्यतिथि के तौर पर शामिल
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों गणतंत्र दिवस पर मुख्यतिथि के तौर पर शामिल होंगे। वह भारत के 2 दिवसीय राजकीय दौरे पर आज राजस्थान की राजधानी जयपुर पहुंचे।
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फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों गणतंत्र दिवस पर मुख्यतिथि के तौर पर शामिल होंगे। वह भारत के 2 दिवसीय राजकीय दौरे पर आज राजस्थान की राजधानी जयपुर पहुंचे। जहां पर उनका भव्य स्वागत किया गया। आज शाम पीएम नरेंद्र मोदी के साथ जयपुर में रोड शो भी किया। राष्ट्रपति मैक्रों के इस दौरे को बहुत अहम माना जा रहा है। भारत का फ्रांस लगभग हर संभावित क्षेत्र में करीबी दोस्त रहा है। इस साल भारत और फ्रांस अपनी रणनीतिक साझेदारी की 25वीं वर्षगांठ भी मना रहे हैं। फ्रांस, पश्चिमी दुनिया में भारत का पहला रणनीतिक साझेदार है। वहीं, भारत एक तरह से फ्रांस का पहला गैर-यूरीपीय साझेदार देश है।
PM मोदी और राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों की दोस्ती
राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों 75वें गणतंत्र दिवस पर भारत के मुख्यतिथि हैं। यह ना सिर्फ दोनों देशों के राजनयिक संबंधों के लिए मील का पत्थर साबित होने वाला है। बल्कि 2018 के बाद से इमैनुअल मैक्रों और मोदी के बीच उद्गम दोस्ती का भी उदाहरण हैं।
इस मित्रता की शुरुआत 2017 में हुई थी। तब इमैनुअल मैक्रों फ्रांस के राष्ट्रपति चुने गए थे। वह फ्रांस के इतिहास के अब-तक के सबसे युवा राष्ट्रपति हैं। इसके अगले साल ही 2018 में इमैनुअल मैक्रों भारत आए थे। इस दौरान PM मोदी और इमैनुअल मैक्रों ने मिलकर इंटरनेशनल सोलर अलायंस (IS) शुरू किया था। इस योजना का उद्देश्य सौर-ऊर्जा को बढ़ावा देना था। ये वो पल था, जहां से दोनों नेताओं की दोस्ती की नींव पड़ गई थी।
भारत के साथ हर बार खड़ा रहा है, फ्रांस
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में हर जरूरी मामलों पर राष्ट्रपति मैक्रों ने भारत के प्रति अपना समर्थन जताया है। इसके कारण दोनों देशों के संबंध लगाातर मजबूत हो पाएं हैं। आतंकवादी गतिविधि से निपटने, समुद्री सुरक्षा और क्लाइमेट चेंज जैसे मामलों पर, फ्रांस ने भारत का हर बार समर्थन किया। फ्रांस ने हर बार भारत के सार्थक हितों की वकालत की। डिफेंस से लेकर निवेश, ट्रेड, टेक्नोलॉजी, साइंस, एजुकेशन और कल्चर जैसे हर क्षेत्र में दोनों देश एक-दूसरे की मदद कर रहे हैं।
पीएम मोदी- राष्ट्रपति मैक्रों की दोस्ती की वजह से ही दोनों देशों के आर्थिक संबंध भी नए मुकाम पर पहुंचे हैं। भारत में फ्रांस की 1000 से अधिक कंपनियां लगातार ऑपरेट कर रही हैं। साल 2022-23 में दोनों देशों के बीच कारोबार 10.2 अरब डॉलर रहा। दोनों देशों की रणनीतिक साझेदारी को आप इस बात से समझ सकते है की, यह 25वीं वर्षगांठ है। ऐसे में मैक्रों का भारत दौरा सिर्फ एक डिप्लोमैटिक कार्यक्रम नहीं है, बल्कि दोनों नेताओं के बीच गहरी हुई दोस्ती का एक तरह से जश्न है।
राजधानी दिल्ली के बजाए जयपुर में रोड शो क्यों?
इसका कारण भी आपको बताते है। दरअसल राजस्थान के जयपुर में सबसे ज्यादा फ्रांस के पर्यटक आते हैं। यहां विदेशी पर्यटकों में फ्रांस के पर्यटकों की लगभग 13.7 फीसदी हिस्सेदारी है। इसके बाद ब्रिटेन का नाम आता है जिनके 2.86 फीसदी पर्यटक जयपुर आते हैं।
1971 के युद्ध के बाद सबसे पहले फ्रांस के पर्यटक ने जयपुर आना शुरू किया था। कहा जाता है कि, राजस्थान के हाल ही का बसा कुलधरा गांव को पहले फ्रांस के टूरिस्टों ने ही खोजा था।
गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि
दिल्ली में राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों कर्तव्य-पथ पर 75वें गणतंत्र दिवस परेड में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होने जा रहे है। फ्रांसीसी सेना की 1 टुकड़ी इस साल के गणतंत्र दिवस परेड में भाग भी ले रही है। फ्रांस की वायु सेना के 2 राफेल लड़ाकू विमान और एक एयरबस A-330 मल्टी-रोल टैंकर परिवहन विमान भी समारोह में शामिल होंगे।
राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में भाग लेने वाले छठे फ्रांसीसी नेता और 5वें राष्ट्रपति हैं। मैक्रों से पहले 2016 में तत्कालीन फ्रांसीसी राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद, 2008 में निकोलस सरकोजी, 1998 में जैक्स शिराक, 1980 में वालेरी गिस्कार्ड डी' एस्टैंग और 1976 में प्रधान मंत्री जैक्स शिराक भारत के गणतंत्र दिवस पर मुख्य अतिथि बन चुके हैं।
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