सौतेली मां की जल्लादी रूप बेटे को 20 साल तक रखा कैद में, हालत देख कांप जाएगी रुह

पुलिस ने एक सौतेली मां को गिरफ़्तार किया, जब एक व्यक्ति ने आरोप लगाया कि उसने उसे 20 साल तक बंधक बनाकर रखा. घर से बाहर निकलने के बाद शख्स ने बताया कि उसे एक स्टोर में रखा गया था और घर के लकड़ी के दोनों दरवाजें बंद कर के रखे जाते था. सालों तक, उसे सिर्फ़ दो सैंडविच दिए जाते रहे, अंडा या टूना सलाद, या पीनट बटर और हर दिन थोड़ी सा पानी दिया जाता था.

Mar 14, 2025 - 05:16
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सौतेली मां की जल्लादी रूप बेटे को 20 साल तक रखा कैद में, हालत देख कांप जाएगी रुह
सौतेली मां की जल्लादी रूप बेटे को 20 साल तक रखा कैद में, हालत देख कांप जाएगी रुह

अमेरिका से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया, जिसने मां के रिश्ते को तार-तार कर दिया है. बच्चों में भेद-भाव या सौतेले बच्चे से मारपीट की खबरें तो आम हैं, लेकिन एक सौतेली में इस कदर बेरहम हो गई है कि उसने अपने बेटे को करीब 20 साल तक घर में कैद रखा और ऐसी कैद जिसको जेल की कैद से भी बद्तर बताया जा रहा है.

मां की क्रूरता का दुनिया को तब पता चला, जब कैद में 20 साल तक रहे बेटे ने एक दिन घर में आग लगा दी और किसी तरह कैद से बाहर आने में कामयाब हुआ. घर में लगी आग में फंसे बेटे ने दमकलकर्मियों के सामने कबूल किया कि उसने जानबूझकर आग लगाई थी, लेकिन बाद में उसने इस कृत्य के पीछे की भयावह वजह बताई, तो सब दंग रह गए. उसने दावा किया कि उसने अपनी आजादी पाने और अपनी सौतेली मां से बचने के लिए ऐसा किया, जिसने कथित तौर पर उसे 11 साल की उम्र से 20 साल तक कैद में रखा था.

पुलिस के मुताबिक आग लगाने वाला शख्स 32 साल का और उसका वजन सिर्फ 30 किलोग्राम है, उस शख्स को ऐसी स्थिति में रखा गया था जो ‘जेल से भी बदतर’ थी. वाटरबरी पुलिस चीफ फ्रेड स्पैग्नोलो ने गुरुवार को मीडिया को बताया, “उनकी नौकरी के 33 सालों में, यह मानवता के साथ सबसे बुरा व्यवहार है जो मैंने कभी देखा है,” उन्होंने आग की घटना पर प्रतिक्रिया देने के बाद से जांचकर्ताओं को मिली सभी जानकारियों को सामने रखते हुए कहा, “इसके बारे में बात करना वाकई मुश्किल है, फिर भी, यह सोचकर डर लगता है कि किसी के साथ परिवार के सदस्य, माता-पिता या अभिभावक द्वारा इस तरह का व्यवहार किया जा सकता है.

मां का आरोपों से इंकार

पुलिस ने कहा कि 56 साल की सौतेली मां सुलिवन को बुधवार को गिरफ्तार किया गया और उन पर हमला, अपहरण और क्रूरता सहित कई आरोप लगाए गए हैं. वहीं मां के वकील ने कहा कि उनके खिलाफ लगाए गए आरोप “बिल्कुल भी सच नहीं हैं.”

कैसे लगाई आग और ली आजादी?

घर से बाहर निकलने के बाद शख्स ने बताया कि उसे एक स्टोर में रखा गया था और घर के लकड़ी के दोनों दरवाजें बंद कर के रखे जाते था. सालों तक, उसे सिर्फ़ दो सैंडविच दिए जाते रहे, अंडा या टूना सलाद, या पीनट बटर और हर दिन थोड़ी सा पानी दिया जाता था.

एक दिन उसने घर में आग लगाने का प्लान बनाया, जिसके लिए उसने हैंड सैनिटाइजर और एक लाइटर की मदद से प्रिंटर पेपर को जला दिया. सिटी पुलिस ने बताया कि आपातकालीन कर्मियों ने 17 फरवरी को वॉटरबरी, कनेक्टीकट में एक जलते हुए घर की रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया दी. जिसके बाद पूरा मामला सामने आया.

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@Dheeraj kashyap युवा पत्रकार- विचार और कार्य से आने वाले समय में अपनी मेहनत के प्रति लगन से समाज को बेहतर बना सकते हैं। जरूरत है कि वे अपनी ऊर्जा, साहस और ईमानदारी से र्काय के प्रति सही दिशा में उपयोग करें , Bachelor of Journalism And Mass Communication - Tilak School of Journalism and Mass Communication CCSU meerut / Master of Journalism and Mass Communication - Uttar Pradesh Rajarshi Tandon Open University पत्रकारिता- प्रेरणा मीडिया संस्थान नोएडा 2018 से केशव संवाद पत्रिका, प्रेरणा मीडिया, प्रेरणा विचार पत्रिका,