रघु राम ने 22 साल बाद बताई ‘रोडीज’ की सच्चाई, रणविजय सिंह नहीं थे पहले सीजन के विनर!

'रोडीज' एमटीवी का काफी पॉपुलर शो है. इसकी शुरुआत साल 2003 में हुई थी. पहले सीजन का खिताब रणविजय सिंह ने जीता था लेकिन अब उन्हें लेकर रघु राम ने बड़ा खुलासा किया है. रघु राम ने बताया है कि रणविजय सिंह रोडीज 1 के आधिकारिक विनर नहीं थे.

Mar 22, 2025 - 12:41
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रघु राम ने 22 साल बाद बताई ‘रोडीज’ की सच्चाई, रणविजय सिंह नहीं थे पहले सीजन के विनर!
रघु राम ने 22 साल बाद बताई ‘रोडीज’ की सच्चाई, रणविजय सिंह नहीं थे पहले सीजन के विनर!

एमटीवी के शो ‘रोडीज’ को काफी लोकप्रियता हासिल हुई है. 22 साल पहले साल 2003 में इस शो की शुरुआत हुई थी. पहले ही सीजन से इस शो को दर्शकों का काफी प्यार मिला जो अब तक जारी है. बॉलीवुड के पॉपुलर एक्टर आयुष्मान खुराना भी इस शो में हिस्सा ले चुके हैं और उन्होंने इसका दूसरा सीजन जीता था जबकि पहले सीजन के विनर रणविजय सिंह थे.

रणविजय सिंह ने रोडीज का पहला ही सीजन अपने नाम कर लिया था लेकिन अब रोडीज के जज रह चुके रघु राम ने रोडीज की एक बड़ी सच्चाई उजागर करते हुए हर किसी को हैरान कर दिया है. उन्होंने बताया की रणविजय आधिकारिक तौर पर पहले सीजन के विनर नहीं थे. आइए देखते हैं रघु राम ने क्या कुछ कहा है?

रणविजय नहीं थे रोडीज 1 के विनर: रघु राम

2003 में रणविजय सिंह ने रोडीज के पहले सीजन का खिताब अपने नाम किया था. उन्हें बदले में पांच लाख रूपये की इनामी राशि दी गई थी. वहीं नताशा गुप्ता रनरअप थीं. लेकिन अब रघु राम ने कहा कि रणविजय आधिकारिक विनर नहीं थे. रघु राम ने बताया, ”लोग समझते हैं कि रोडीज 1 कोइ प्रतियोगिता थी लेकिन ऐसा नहीं है. इसका कोई आधिकारिक विजेता नहीं था. लोगों को लगता है कि रणविजय ने रोडीज 1 जीता है, लेकिन वो विनर नहीं हैं.”

रघु राम ने आगे कहा, ”रोडीज सीजन 1 सिर्फ 7 लोगों की एक जर्नी थी. जिसमें दो से तीन वोट आउट हुए थे. मैंने उन लोगों के लिए इसे थोड़ा मुश्किल बना दिया था. थोड़ा खाने का बजट कम कर दिया. नहाने के लिए उन्हें एक साबुन कम दे दिया और एक बाइक ले ली थी. बस इतना ही था जो कि मेरे लिए एक आकर्षक एक्सपीरियंस था.”

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सिर्फ बाइक जीतने के लिए रोडीज में आए थे रणविजय

कुछ दिनों पहले रणविजय ने एक इंटरव्यू के दौरान बताया था कि वो रोडीज में सिर्फ बाइक जीतने के लिए आए थे. रणविजय के मुताबिक, उन्होंने रोडीज का एक विज्ञापन देखा था जिसमें बताया गया था कि अगर आपको करिज्मा जीतनी है तो आप इस शो पर आइए. उन्होंने कहा, ”मैं असल में एमटीवी रोडीज में सिर्फ करिज्मा (बाइक) जीतने के लिए आया था. जब मैं शो में गया तो मैंने देखा वहां बहुत सारे कलर्स की बाइक थीं. लेकिन मेरी नजर सिर्फ पीली करिज्मा पर थी.”

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@Dheeraj kashyap युवा पत्रकार- विचार और कार्य से आने वाले समय में अपनी मेहनत के प्रति लगन से समाज को बेहतर बना सकते हैं। जरूरत है कि वे अपनी ऊर्जा, साहस और ईमानदारी से र्काय के प्रति सही दिशा में उपयोग करें , Bachelor of Journalism And Mass Communication - Tilak School of Journalism and Mass Communication CCSU meerut / Master of Journalism and Mass Communication - Uttar Pradesh Rajarshi Tandon Open University पत्रकारिता- प्रेरणा मीडिया संस्थान नोएडा 2018 से केशव संवाद पत्रिका, प्रेरणा मीडिया, प्रेरणा विचार पत्रिका,