भोग नहीं त्याग की भावना से पूर्ण युवा ही विश्व का कल्याण कर सकते हैं – बी.आर. शंकरानन्द जी

भीमताल, उत्तराखंड। भारतीय शिक्षण मंडल एवं ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी के संयुक्त तत्त्वाधान में यूनिवर्सिटी प्रांगण में दस दिवसीय अनुभूति शिविर का आयोजन किया गया। अनुभूति शिविर के उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि नैनीताल-उधमसिंह नगर के सांसद अजय भट्ट जी ने कहा कि मनुष्य जीवन सर्वोत्तम है। मनुष्य में वह क्षमता एवं दक्षता है, जिससे […] The post भोग नहीं त्याग की भावना से पूर्ण युवा ही विश्व का कल्याण कर सकते हैं – बी.आर. शंकरानन्द जी appeared first on VSK Bharat.

Jul 10, 2025 - 04:45
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भोग नहीं त्याग की भावना से पूर्ण युवा ही विश्व का कल्याण कर सकते हैं – बी.आर. शंकरानन्द जी

भीमताल, उत्तराखंड। भारतीय शिक्षण मंडल एवं ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी के संयुक्त तत्त्वाधान में यूनिवर्सिटी प्रांगण में दस दिवसीय अनुभूति शिविर का आयोजन किया गया।

अनुभूति शिविर के उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि नैनीताल-उधमसिंह नगर के सांसद अजय भट्ट जी ने कहा कि मनुष्य जीवन सर्वोत्तम है। मनुष्य में वह क्षमता एवं दक्षता है, जिससे वह सब कुछ कर सकता है। देश का भविष्य युवा हैं और भारत युवा शक्ति के बल पर विश्वगुरु बन सकता है। युवा अपना अमूल्य समय इस अनुभूति शिविर में दे रहे हैं, यह अत्यंत सराहनीय है। उन्होंने कहा कि हमारी ज्ञान परम्परा विशाल है, हम सभी क्षेत्रों में सर्वोच्च रहे हैं। हमारी संस्कृति त्याग, समर्पण एवं निर्माण सिखाती है।

मुख्य वक्ता भारतीय शिक्षण मंडल के अखिल भारतीय संगठन मंत्री बी.आर. शंकरानन्द जी ने कहा कि यह जीवन का अनमोल कालखंड है। जीवन में चमत्कार नहीं होता है। परिवर्तन सिर्फ कर्म से ही होता है, अतः कर्म ही मनुष्य की पहचान है। उन्होंने कहा कि भोग नहीं त्याग की भावना से पूर्ण युवा ही विश्व का कल्याण कर सकते हैं। उन्होंने अनुभूति शिविर के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए बताया कि प्रत्येक युवा को आंतरिक रूप से दृढ़ होना चाहिए क्योंकि जीवन चुनौतियों से भरा है। सभी चुनौतियों का सामना मुस्कुराते हुए करना चाहिए। शिविर का उद्देश्य एक कार्य संस्कृति का निर्माण करना है जो विश्वास एवं श्रद्धा पर आधारित हो। उपनिषद् को उद्धृत करते हुए कहा कि उपनिषद् निर्भयता की प्रेरणा देते हैं क्योंकि अभयता ही स्वस्थ व्यक्तित्व का निर्माण कर सकती है। स्वस्थ व्यक्तित्व का निर्माण शिक्षा का उद्देश्य है, स्वस्थ व्यक्ति स्वस्थ कुटुम्ब का निर्माण करता है एवं स्वस्थ कुटुम्ब स्वस्थ समाज का सृजन का करता है।

अध्यक्षीय उद्बोधन भारतीय शिक्षण मंडल के दिल्ली प्रांत अध्यक्ष अजय सिंह जी ने दिया। स्वागत उद्बोधन ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी के निदेशक संदीप कुमार बधानी ने दिया। उन्होंने कहा कि देश विकास की नई गति को तभी प्राप्त कर सकता है, जब शिक्षा व्यवस्था सशक्त एवं सुदृढ़ हो। इस दिशा में यह अनुभूति शिविर एक महत्वपूर्ण कदम है।

अखिल भारतीय युवा गतिविधि प्रमुख अमित रावत जी ने आभार व्यक्त किया। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय कार्यकारिणी सदस्य सुहास राव हिरेमठ जी, दिल्ली-पंजाब-हरियाणा के प्रांत संगठन मंत्री गणपति तेति जी, सहित अन्य उपस्थित रहे।

 

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