बिहार: शिक्षा विभाग ने स्वर्ग सिधार चुके शिक्षकों से मांगा जवाब, पूछा- आप स्कूल क्यों नहीं आते?

बिहार के पूर्णिया में शिक्षा विभाग ने 466 शिक्षकों से ई-शिक्षा ऐप पर ऑनलाइन हाजिरी न दर्ज कराने को लेकर स्पष्टीकरण मांगा है. इसमें मृत शिक्षकों के नाम भी शामिल हैं. विभाग ने 48 घंटे में जवाब मांगा है, ऐसा नहीं करने पर एक दिन का वेतन काटने की बात कही है.

Mar 21, 2025 - 13:18
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बिहार: शिक्षा विभाग ने स्वर्ग सिधार चुके शिक्षकों से मांगा जवाब, पूछा- आप स्कूल क्यों नहीं आते?
बिहार: शिक्षा विभाग ने स्वर्ग सिधार चुके शिक्षकों से मांगा जवाब, पूछा- आप स्कूल क्यों नहीं आते?

बिहार का शिक्षा विभाग हमेशा अपने कारनामों की वजह से चर्चा में रहता हैं. चाहे 10 साल बाद इंटर का रिजल्ट देने का मामला हो या वर्तमान में पूर्णिया के शिक्षकों से स्पष्टीकरण पूछने का मामला. पूर्णिया के शिक्षा विभाग ने पूर्व में मर चुके टीचर सहित जिले के 466 टीचर्स से ई शिक्षा ऐप पर ऑनलाइन हाजिरी दर्ज नहीं कराने को लेकर स्पष्टीकरण मांगा है. जिन टीचर्स ने ई शिक्षा ऐप पर ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज नहीं कराई है, उन्हें अपना स्पष्टीकरण विद्यालय प्रधान के मंतव्य के साथ जिला शिक्षा पदाधिकारी के कार्यालय पूर्णिया में जमा करना होगा.

जिला शिक्षा पदाधिकारी पूर्णिया ने 19 मार्च 2025 को जिले के 466 टीचर्स के स्कूल के नाम सहित एक लिस्ट जारी की है, जिसमें विभाग ने संबंधित टीचर्स से पूछा है कि किस परिस्थिति में विभागीय निर्देश का अवहेलना करते हुए आपने ई शिक्षा ऐप पर 18 मार्च 2025 तक अपनी जानकारी दर्ज क्यों नहीं की है. इस बात का जवाब विभाग ने 48 घंटे के अंदर मांगा है. शिक्षा विभाग के अधिकारी ने लिखा है कि ई शिक्षा ऐप पर ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज नहीं करना दुखद है. यह शिक्षकों के स्वेच्छाचारिता और विभाग के निर्देश की अवहेलना करना है.

मृत टीचर्स का भी लिस्ट में नाम

विद्यालय प्रधान की राय के साथ संतोषप्रद स्पष्टीकरण समय सीमा के अंदर नहीं दिए जाने पर एक दिन का वेतन काटने की बात भी कहीं गई है. मगर हैरत की बात यह है कि इस 466 टीचर्स की लिस्ट में कई टीचर्स ऐसे भी है जिनकी मृत्यु हो चुकी है. इनमें रुपौली प्रखंड के एम एस गेदुहा के शिक्षक चितरंजन ठाकुर, बनमनखी के मातुराम उच्च विद्यालय के शिक्षक शशि राज और धमदाहा प्रखंड के बिशनपुर के शिक्षक सुशील कुमार ठाकुर का नाम भी शामिल है.

466 टीचर्स की लिस्ट

इन मृत शिक्षकों से भी स्पष्टीकरण की मांग करते हुए 48 घंटे का समय दिया गया हैं, अगर यह ऐसा नहीं करते हैं तो विभाग ने इनका भी एक दिन का वेतन काट लेगी. इसके अलावा अमौर प्रखंड के 24, बैसा प्रखंड के 26, बायसी में 36, बनमनखी में 73, बी.कोठी में 42, भवानीपुर में 23, डगरुआ में 25, धमदाहा में 50, जलालगढ़ में 17, कसबा में 28, के.नगर में 27, पूर्णिया पूर्व में 48, रुपौली में 23 और श्रीनगर प्रखंड में 11 शिक्षकों से स्पष्टीकरण मांगा गया है.

इन शिक्षकों में कई ऐसे बीपीएससी शिक्षक है, जो होली में अपने घर गए फिर वापस नहीं लौटे हैं, कई शिक्षक अपने घरों से ही ई-शिक्षा कोष के माध्यम से हाजिरी बना रहे हैं. वहीं, कई शिक्षक नेटवर्क न रहने का बहाना बनाकर स्कूलों से फरार रहते है.

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@Dheeraj kashyap युवा पत्रकार- विचार और कार्य से आने वाले समय में अपनी मेहनत के प्रति लगन से समाज को बेहतर बना सकते हैं। जरूरत है कि वे अपनी ऊर्जा, साहस और ईमानदारी से र्काय के प्रति सही दिशा में उपयोग करें , Bachelor of Journalism And Mass Communication - Tilak School of Journalism and Mass Communication CCSU meerut / Master of Journalism and Mass Communication - Uttar Pradesh Rajarshi Tandon Open University पत्रकारिता- प्रेरणा मीडिया संस्थान नोएडा 2018 से केशव संवाद पत्रिका, प्रेरणा मीडिया, प्रेरणा विचार पत्रिका,