बिजनौर में जानवरों और इंसानों में जंग! झुंड बनाकर तेंदुओं पर हमला कर रहे लोग; वन विभाग ने कहा-ऐसा न करें

बिजनौर में तेंदुओं के लगातार हमलों से मानव-वन्यजीव संघर्ष चरम पर है. तीन वर्षों में 33 लोगों की जान जा चुकी है, जबकि 50 से ज़्यादा तेंदुए भी मारे गए हैं. वन विभाग रेस्क्यू अभियान चला रहा है और जागरूकता फैला रहा है, लेकिन ग्रामीणों का गुस्सा बढ़ता जा रहा है.

Mar 19, 2025 - 20:27
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बिजनौर में जानवरों और इंसानों में जंग! झुंड बनाकर तेंदुओं पर हमला कर रहे लोग; वन विभाग ने कहा-ऐसा न करें
बिजनौर में जानवरों और इंसानों में जंग! झुंड बनाकर तेंदुओं पर हमला कर रहे लोग; वन विभाग ने कहा-ऐसा न करें

उत्तर प्रदेश केबिजनौर में लगातार तेंदुए लोगों पर हमला कर शिकार बना रहे हैं. वहीं इस दौरान लोगों ने कई तेंदुओं को भी ढेर कर दिया. बुधवार सुबह बिजनौर रेंज के चंदपुरी गांव के पास एक गन्ने के खेत में वयस्क तेंदुए का शव मिला है. तेंदुए के सिर और गले पर चोट के निशान है. जानकारी मिलने के बाद वन विभाग के अधिकारियों ने खेत में पहुंचकर तेंदुए के शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.

बिजनौर में इंसानों और तेंदुओ के बीच संघर्ष थम नहीं रहा है. पिछले तीन वर्षों में तेंदुओं ने 33 लोगों की जान ली है. वहीं इंसानों से संघर्ष में पचास से ज्यादा तेंदुए भी जान गंवा चुके हैं. बुधवार सुबह चंदपुरी गांव के गन्ने के खेत में एक तेंदुए का शव मिला है. तेंदुए के सिर-गले पर चोट के निशान है. वन विभाग के अधिकारियों ने खेत में पहुंच तेंदुए के शव को कब्जे में ले लिया.

ग्रामीणों के गुस्से का शिकार हो रहे तेंदुए

वन विभाग के आंकड़ों के अनुसार, जिले के गन्ने के खेतों में पांच सौ से ज्यादा तेंदुए रह रहे है. जो अक्सर खेतों पर काम कर रहें किसानों, मजदूरों पर जानलेवा हमला करते हैं. वहीं अब किसान भी बरछी, भाले और लाठी लेकर तेंदुओं को घेर कर उनका काम तमाम करने में लगे हैं. इसी साल 28 फरवरी को चांदपुर रेंज के चौधेडी गांव में सुमन नाम की महिला को तेंदुए ने अपना शिकार बनाया. जिसके बाद तीन तेंदुओं के शव अलग-अलग खेतों में पडे़ मिले.

हालाकिं वन विभाग ने पिजरें लगा कर सुमन की जान लेने वाले तेंदुए को पकड़ लिया था. लेकिन अब यह संघर्ष निर्णायक मोड़ लेता नजर आ रहा है. जमीनी हकीकत यह है कि आये दिन होने वाले हमलों से परेशान और नाराज ग्रामीण खेतों से तेंदुओं को मारने और खदेड़ने में लगे हैं.

लोगों से की जा रही ये अपील

बिजनौर वन विभाग के डीएफओ ज्ञान सिंह ने कहा कि सौ गांवों को तेंदुए बाहुल्य श्रेणी में शामिल किया गया है. जहां से अब तक एक सौ पंद्रह तेंदुओं को पिंजरे लगा कर रेस्क्यू किया जा चुका है. जिन्हें चिडियाघरों और जंगलों में छोडा जा चुका है. वन विभाग की आठ टीमें मानव वन्य जीव संघर्ष रोकने के लिए गांव-गांव जागरूकता अभियान चला रही है. रात को गश्त के लिए वन जीव मित्रों की टीमें ग्रामीणों की मदद के लिए मुस्तैद रहती हैं. उन्होंने ग्रामीणों से तेंदुओं पर हमले नहीं करने की अपील की है. गर्मी बढ़ने के साथ ही तेंदुए भी पानी की तलाश में गांवों के तलाबों पर आने लगते हैं.

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@Dheeraj kashyap युवा पत्रकार- विचार और कार्य से आने वाले समय में अपनी मेहनत के प्रति लगन से समाज को बेहतर बना सकते हैं। जरूरत है कि वे अपनी ऊर्जा, साहस और ईमानदारी से र्काय के प्रति सही दिशा में उपयोग करें , Bachelor of Journalism And Mass Communication - Tilak School of Journalism and Mass Communication CCSU meerut / Master of Journalism and Mass Communication - Uttar Pradesh Rajarshi Tandon Open University पत्रकारिता- प्रेरणा मीडिया संस्थान नोएडा 2018 से केशव संवाद पत्रिका, प्रेरणा मीडिया, प्रेरणा विचार पत्रिका,