पीरियड्स से जुड़े इन गलतफमियों पर ज्यादातर लड़कियां कर लेती हैं भरोसा

मासिक धर्म यानी पीरियड्स महिलाओं के शरीर का एक नेचुरल प्रोसेस है. लेकिन इसके बावजूद समाज में इसे लेकर कई तरह के मिथक और गलतफहमियां फैली हुई हैं. आज भी बहुत सी लड़कियां और महिलाएं उन बातों पर यकीन कर लेती हैं. लेकिन इन्हें दूर करने की जरूरत है.

Mar 14, 2025 - 19:00
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पीरियड्स से जुड़े इन गलतफमियों पर ज्यादातर लड़कियां कर लेती हैं भरोसा
पीरियड्स से जुड़े इन गलतफमियों पर ज्यादातर लड़कियां कर लेती हैं भरोसा

पीरियड्स यानी मासिक धर्म, महिलाओं के शरीर में होने वाला एक नेचुरल प्रोसेस है, लेकिन इसके बावजूद समाज में इसे लेकर कई तरह की मिसकनसेप्शन और गलतफहमियां फैली हुई हैं. आज भी बहुत सी लड़कियां और महिलाएं उन बातों पर भरोसा कर लेती हैं, जिनका कोई वैज्ञानिक आधार नहीं होता. इन गलतफहमियों की वजह से कई बार उन्हें शारीरिक और मानसिक परेशानी का भी सामना करना पड़ता है.

आज हम आपको पीरियड्स से जुड़ी कुछ आम गलतफहमियों के बारे में बताएंगे, जिन पर लोग बिना सोचे-समझे विश्वास कर लेते हैं. अगर आप भी इन बातों पर भरोसा करती हैं, तो अब समय आ गया है कि आप सच्चाई जानें और इन मिथकों को दूर करें.

पीरियड्स में नहाना नहीं चाहिए

बहुत से लोग मानते हैं कि पीरियड्स के दौरान नहाने से ब्लड फ्लो बढ़ जाता है या सेहत पर बुरा असर पड़ता है, लेकिन सच ये है कि इस समय हल्के गुनगुने पानी से नहाने से शरीर रिलैक्स महसूस करता है और दर्द भी कम होता है.

पीरियड्स के दौरान किचन में नहीं जाना चाहिए

कुछ जगहों पर महिलाओं को पीरियड्स के दौरान किचन में जाने या खाना बनाने से रोका जाता है, लेकिन इसका कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है. पुराने लोगों ने इस परंपरा को कुछ सोच-समझकर शुरु किया था, जो बाद में एक रूढ़ीवादी सोच बन गई, जिसे बदलने की जरूरत है.

इस दौरान एक्सरसाइज करना सही नहीं

कई लड़कियां मानती हैं कि पीरियड्स के दौरान वर्कआउट करने से उनकी सेहत बिगड़ सकती है, लेकिन हल्की-फुल्की एक्सरसाइज और योग करने से शरीर में ब्लड सर्कुलेशन सही बना रहता है और दर्द में भी आराम मिलता है.

पीरियड्स के दौरान सिर धोने से समस्या हो सकती है

बहुत से लोग मानते हैं कि इस समय बाल धोने से सिरदर्द या सेहत पर नेगेटिव असर पड़ सकता है, लेकिन ऐसा कुछ नहीं होता. सफाई बनाए रखना और खुद को फ्रेश महसूस करवाना इस दौरान बेहद जरूरी होता है.

पीरियड्स में दर्द होना नॉर्मल है, इसे सहना चाहिए

ये सही है कि पीरियड्स के दौरान हल्का-फुल्का दर्द होता है, लेकिन अगर दर्द बहुत ज्यादा हो रहा है या आम से ज्यादा दिनों तक बना रहता है, तो इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए. ऐसी सिचुएशन में डॉक्टर से सलाह जरूर लें.

शादी के बाद ही पीरियड्स रेगुलर होते हैं

ये भी एक गलत धारणा है कि शादी के बाद पीरियड्स खुद-ब-खुद रेगुलर हो जाते हैं. पीरियड्स का इररेगुलर होना कई कारणों पर निर्भर करता है, जैसे- हार्मोनल असंतुलन, तनाव, खराब खानपान आदि.

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@Dheeraj kashyap युवा पत्रकार- विचार और कार्य से आने वाले समय में अपनी मेहनत के प्रति लगन से समाज को बेहतर बना सकते हैं। जरूरत है कि वे अपनी ऊर्जा, साहस और ईमानदारी से र्काय के प्रति सही दिशा में उपयोग करें , Bachelor of Journalism And Mass Communication - Tilak School of Journalism and Mass Communication CCSU meerut / Master of Journalism and Mass Communication - Uttar Pradesh Rajarshi Tandon Open University पत्रकारिता- प्रेरणा मीडिया संस्थान नोएडा 2018 से केशव संवाद पत्रिका, प्रेरणा मीडिया, प्रेरणा विचार पत्रिका,