पाकिस्तान ट्रेन ड्राइवर की सैलरी कितनी? भारत के मुकाबले कितनी कम या ज्यादा, अंतर जानकर चौंक जाएंगे

Pakistan Train Driver Salary: पाकिस्तान में ट्रेन हाईजैक का मामला दुनियाभर में सुर्खियों में आ गया है। ऐसे में पाकिस्तान के रेलवे सिस्टम को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं। बात अगर पाकिस्तानी ट्रेन ड्राइवर की सैलरी की करें तो पाकिस्तान में महंगाई के मुकाबले उनकी सैलरी काफी कम है। जानें भारत के मुकाबले कितनी है सैलरी:

Mar 13, 2025 - 09:03
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पाकिस्तान ट्रेन ड्राइवर की सैलरी कितनी? भारत के मुकाबले कितनी कम या ज्यादा, अंतर जानकर चौंक जाएंगे
नई दिल्ली: पाकिस्तान के बलूचिस्तान में जाफर एक्सप्रेस ट्रेन हाईजैक का मामला काफी गरमा गया है। पाकिस्तान का दावा है कि यह ऑपरेशन खत्म हो गया है, वहीं हाईजैक करने वाली (BLA) का दावा है कि उसके कब्जे में अभी पाकिस्तानी फौज के 154 जवान हैं। नवभारत टाइम्स आपके लिए लाया है भारत और पाकिस्तान के रेलवे सिस्टम के जुड़ी खास सीरीज। इसके पहले पार्ट में जानते हैं पाकिस्तान और भारत में ट्रेन ड्राइवरों की सैलरी के बारे में। ड्राइवर (लोको पायलट) की सैलरी की बात करें तो भारत के मुकाबले यह काफी कम है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक 16,710 पाकिस्तानी रुपये (करीब 5202 रुपये) से 43,936 पाकिस्तानी रुपये (करीब 14 हजार रुपये) के बीच होती है। हालांकि इसके अलावा उन्हें भत्ते और दूसरी तरह की सुविधाएं भी मिलती हैं।

समय के साथ सैलरी में बढ़ोतरी

समय के साथ-साथ पाकिस्तान में ट्रेन ड्राइवरों की सैलरी में कुछ बढ़ोतरी होती रहती है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक 5 साल की सर्विस देने के बाद यह 57 हजार पाकिस्तानी रुपये से कुछ ज्यादा पहुंच जाती है।हालांकि ओवरटाइम और भत्ते के कारण सैलरी में समय-समय पर कुछ इजाफा होता रहता है। पाकिस्तानी ट्रेन डाइवरों को ट्रैवल अलाउंस के साथ मेडिकल सुविधाएं और पेंशन भी मिलती है। वहीं दूसरी ओर पाकिस्तानी रेलवे कर्मचारी सैलरी के बढ़ोतरी को लेकर समय-समय पर प्रदर्शन करते रहते हैं। उनका कहना है कि महंगाई के मुकाबले सैलरी काफी कम है।

भारत में कितनी है सैलरी?

भारत में रेलवे कर्मचारी केंद्र सरकार के अंतर्गत आते हैं। ऐसे में केंद्रीय कर्मचारियों को मिलने वाली सारी सुविधाएं रेलवे कर्मचारियों को भी मिलती हैं। भारत में लोको पायलट की सैलरी पाकिस्तानी ट्रेन ड्राइवर के मुकाबले काफी ज्यादा है। भारत में ट्रेन ड्राइवर की शुरुआती सैलरी 50-60 हजार रुपये से शुरू होती है। इन्हें असिस्टेंट लोको पायलट कहा जाता है। असिस्टेंट लोको पायलट को लोको पायलट बनने में करीब 10 साल का समय लगता है। सरकार साल में दो बार महंगाई भत्ता बढ़ाती है। ऐसे में सैलरी में इजाफा होता जाता है। लोको पायलट बनने के बाद उसकी सैलरी करीब एक लाख रुपये महीने तक पहुंच जाती है। ट्रेन ड्राइवर को सैलरी के साथ मेडिकल और दूसरी सुविधाएं भी मिलती हैं।

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@Dheeraj kashyap युवा पत्रकार- विचार और कार्य से आने वाले समय में अपनी मेहनत के प्रति लगन से समाज को बेहतर बना सकते हैं। जरूरत है कि वे अपनी ऊर्जा, साहस और ईमानदारी से र्काय के प्रति सही दिशा में उपयोग करें , Bachelor of Journalism And Mass Communication - Tilak School of Journalism and Mass Communication CCSU meerut / Master of Journalism and Mass Communication - Uttar Pradesh Rajarshi Tandon Open University पत्रकारिता- प्रेरणा मीडिया संस्थान नोएडा 2018 से केशव संवाद पत्रिका, प्रेरणा मीडिया, प्रेरणा विचार पत्रिका,