तालिबान का नया फरमान अब रेडियो पर भी नहीं सुनाई देगी महिलाओ की आवाज

तालिबान ने अफगानिस्तान में महिलाओं के खिलाफ एक और कड़ा कदम उठाते हुए रेडियो पर उनकी आवाज़ पर प्रतिबंध लगा दिया है. यह प्रतिबंध कंधार से शुरू हुआ है और इससे पहले टीवी न्यूज़ से भी महिलाओं को हटाया जा चुका है. इस नए फरमान में रेडियो स्टेशनों को तालिबान नेता को विशेष उपाधि से संबोधित करने और कुछ विज्ञापनों पर रोक लगाने का भी आदेश दिया गया है.

Mar 19, 2025 - 06:42
 0  13
तालिबान का नया फरमान अब रेडियो पर भी नहीं सुनाई देगी महिलाओ की आवाज
तालिबान का नया फरमान अब रेडियो पर भी नहीं सुनाई देगी महिलाओ की आवाज

तालिबान के अफगानिस्तान पर काबिज होने के बाद से ही महिला अधिकारों को लेकर पूरे विश्व भर में चिंता जताई जा रही है. पश्चिमी देशों की तमाम आलोचनाओं के बावजूद तालिबान सरकार एक के बाद फरमान जारी कर रही है. पहले न्यूज एंकरिंग और रिपोर्टिंग से महिलाओं को हटाया जा चुका है, नए फरमान में महिलाओं को रेडियो से भी दूर कर दिया गया है. अब रेडियो पर महिलाओं की आवाज सुनाई नहीं देगी.

अफगानिस्तान जर्नलिस्ट सेंटर (AFJC) ने बताया है कि तालिबान ने कंधार में नए मीडिया प्रतिबंध लगाए हैं. तालिबान के सूचना और संस्कृति निदेशालय की और से जारी निर्देश के मुताबिक रेडियो पर महिलाओं की आवाज को प्रसारित करना बैन कर दिया गया है. इसके अलावा तालिबान ने कई और निर्देश दिए हैं जिनको रेडियो स्टेशनों को मानना होगा.

नए फरमान में रेडियो स्टेशनों करने होंगे ये काम

निर्देश में सभी रेडियो स्टेशनों को तालिबान नेता हिबतुल्लाह अखुंदज़ादा को ‘सम्मानित अमीर अल-मुमिनिन, अल्लाह उनकी रक्षा करे’ के रूप में संदर्भित करने का भी आदेश दिया गया है. इसके अलावा मीडिया आउटलेट्स को तालिबान सरकार को ‘इस्लामिक अमीरात’ बोलना होगा.

इन विज्ञापनों को नहीं चला सकते रेडियो

इसके अलावा नए फरमान में कई तरह के विज्ञापनों पर बैन लगाया गया है. अब दवा, कॉस्मेटिक प्रोडक्ट्स और स्वास्थ्य सेवाओं के विज्ञापनों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है, जब तक कि उन्हें सार्वजनिक स्वास्थ्य निदेशालय द्वारा आधिकारिक रूप से मंजूरी न दी जाए. इसके अलावा रिपोर्टिंग या प्रोग्रामिंग के लिए कंधार जाने वाले रेडियो कर्मचारियों को भी सूचना और संस्कृति निदेशालय से पहले परमिशन लेनी होगी.

फरमान की AFJC ने की निंदा

AFJC ने नए फरमान की निंदा की और कहा कि ये तालिबान की ओर से स्वतंत्र मीडिया का दमन है. संगठन ने कहा, “अब तक, कंधार या किसी अन्य प्रांत में किसी भी मीडिया आउटलेट को आधिकारिक तौर पर और सार्वजनिक रूप से तालिबान नेता को इस तरह के औपचारिक शीर्षकों से संबोधित करने की जरूरत नहीं थी.”

इससे पहले, कंधार में मीडिया आउटलेट महिलाओं से जुड़े प्रोग्राम प्रसारित कर सकते थे, खासकर काबुल में बनाए गए प्रोग्राम. नए निर्देश के साथ, कंधार हेलमंद के बाद दूसरा प्रांत बन गया है, जहां तालिबान ने आधिकारिक तौर पर मीडिया में महिलाओं की आवाज़ पर भी प्रतिबंध लगा दिया है. बता दें TV न्यूज़ से पहले ही महिलाओं बाहर कर दिया था.

What's Your Reaction?

like

dislike

wow

sad

@Dheeraj kashyap युवा पत्रकार- विचार और कार्य से आने वाले समय में अपनी मेहनत के प्रति लगन से समाज को बेहतर बना सकते हैं। जरूरत है कि वे अपनी ऊर्जा, साहस और ईमानदारी से र्काय के प्रति सही दिशा में उपयोग करें , Bachelor of Journalism And Mass Communication - Tilak School of Journalism and Mass Communication CCSU meerut / Master of Journalism and Mass Communication - Uttar Pradesh Rajarshi Tandon Open University पत्रकारिता- प्रेरणा मीडिया संस्थान नोएडा 2018 से केशव संवाद पत्रिका, प्रेरणा मीडिया, प्रेरणा विचार पत्रिका,