छत्तीसगढ़ के पत्रकार मुकेश की हत्या के तीन आरोपी गिरफ्तार, एसआईटी करेगी मामले की जांच : बस्तर आईजी

Chhattisgarh's three accused of murder of journalist Mukesh arrested, SIT will investigate the case, Bastar IG बीजापुर, (हि.स.)। पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या के मामले में पुलिस ने तीन आरोपितों की गिरफ्तार कर लिया है। इसकी मामले की पूरी जांच के लिए 11 सदस्यीय एसआईटी का गठन किया गया है। बस्तर आईजी सुंदरराज पी. ने आज पत्रकाराें से बातचीत में बताया कि पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या के तीन आरोपितों की […]

Jan 4, 2025 - 19:53
Jan 4, 2025 - 19:58
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छत्तीसगढ़ के पत्रकार मुकेश की हत्या के तीन आरोपी गिरफ्तार, एसआईटी करेगी मामले की जांच : बस्तर आईजी

बीजापुर, (हि.स.)। पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या के मामले में पुलिस ने तीन आरोपितों की गिरफ्तार कर लिया है। इसकी मामले की पूरी जांच के लिए 11 सदस्यीय एसआईटी का गठन किया गया है।

बस्तर आईजी सुंदरराज पी. ने आज पत्रकाराें से बातचीत में बताया कि पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या के तीन आरोपितों की गिरफ्तारी कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि हत्या की पूरी जांच के लिए 11 सदस्यीय एसआईटी को मामला सौंपा गया है। बस्तर आईजी ने बताया कि पत्रकार स्व. मुकेश चन्द्रकार के हत्या के प्रकरण में जिला बीजापुर के कोतवाली थाना में पंजीबद्ध अपराध क्रमांक 1/2025 की अग्रिम विवेचना के लिए मयंक गुर्जर, अति.पुलिस अधीक्षक, बीजापुर के नेतृत्व में 11 सदस्यीय एसआईटी टीम गठित की गई है। प्रकरण के फरार आरोपित ठेकेदार सुरेश चन्द्रकार की गिरफ्तारी के लिए पृथक से 4 पुलिस टीम उनके संभावित स्थानाें पर घेराबंदी के लिए रवाना किया गया है।

बस्तर आईजी ने बताया कि एक जनवरी की रात लगभग 8.30 बजे से मुकेश चंद्राकर के अपने घर से लापता होने के बावत उनके बड़े भाई युकेश चंद्राकर ने थाना कोतवाली बीजापुर में 2 जनवरी के रात्रि 7.30 बजे सूचना दी। इस पर तत्काल थाना कोतवाली बीजापुर में अज्ञात क्रमांक 01/2025 दर्ज कर जांच में लिया गया। पुलिस अधीक्षक बीजापुर द्वारा पत्रकार मुकेश चंद्राकर पिता स्व. चेन्ना चंद्राकर उम्र 32 वर्ष निवासी बासागुड़ा हाल पुजारीपारा बीजापुर के लापता होने की सूचना मिलने पर तत्काल अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक युलैंडन यार्क के नेतृत्व में थाना प्रभारी कोतवाली बीजापुर निरीक्षक दुर्गेश शर्मा समेत अन्य अधिकारियों की 3 टीम का गठन कर अज्ञात के पतासाजी की गई। सुरेश चंद्राकर के बाड़े में स्थित घटनास्थल में सेप्टिक टैंक से मृतक मुकेश चंद्राकर के शव बरामद हाेने के बाद तीन आरोपितों रितेश चंद्राकर, दिनेश चन्द्रकार एवं महेन्द्र रामटेके को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया गया और उनसे अग्रिम पूछताछ की जा रही है।

बस्तर आईजी सुंदरराज पी. ने बताया कि पत्रकार स्व. मुकेश चंद्राकर की हत्या के प्रकरण में शामिल किसी भी आरोपित को बख्शा नही जायेगा । जांच के लिए गठित एसआईटी की टीम द्वारा वैज्ञानिक एवं तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर विवेचना कर जल्द से जल्द न्यायालय में अभियोजन के लिए चार्ज रिपोर्ट प्रस्तुत की जाएगी। उन्हाेंने पूरे प्रकरण के संबध में विस्तार से बताते हुए कहा कि जांच के दौरान पत्रकार मुकेश चंद्राकर के रिश्तेदार, मीडिया साथियों से मुकेश चंद्राकर के गुम होने के सबंध में पूछताछ की गयी है। साथ ही संदेह में आए व्यक्तियों की सीडीआर एवं लोकेशन लिये गये हैं। मृतक की लास्ट लोकेशन के आधार पर 2 जनवरी की रात में ही चट्टान पारा स्थित ठेकेदार सुरेश चंद्राकर के बाड़ा के सभी कमराें को खुलवाकर जांच की गई। तकनीकी साक्ष्य एवं पूछताछ के माध्यम से प्राप्त जानकारी के अनुसार अलग-अलग जगहों पर खोजबीन की गई ।

उन्हाेंने बताया कि तीन जनवरी को मुकेश चंद्राकर के सकुशल पतासाजी के हरसंभव प्रयास किये गये। अनहोनी की आशंका को भांपते हुए सुरेश चंद्राकर के बाड़ा में बैडमिंटन कोर्ट में नये फ्लोरिंग हुए सेप्टिक टैंक को देखकर हालात से वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराया गया। दोपहर लगभग 2:30 बजे तहसीलदार एवं एफएसएल टीम की मौजूदगी में नये फ्लोरिंग स्थान को जेसीबी की मदद से तोड़कर पुराने संरचना में से टैंक के ढक्कन को खोला गया। सेप्टिक टैंक का ढक्कन खोलने पर टैंक से एक पुरुष का शव दिखा।जिसके एक हाथ में बने टैटू से शव की शिनाख्त गुम इंसान पत्रकार मुकेश चंद्राकर के रूप में हुई। फॉरेंसिक टीम द्वारा शव पंचनामा के दौरान प्रथम दृष्टया से पाया गया मृतक की सिर, पीठ, पेट एवं सीने में कठोर एवं ठोस हथियार से वार कर किया गया था।

उन्हाेंने बताया कि शव पंचनामा के पश्चात 4 जनवरी को पोस्टमार्टम कार्यवाही की गई। प्रकरण में थाना बीजापुर में अपराध क्रमांक 01/2025, बीएनएस की धारा 103, 238, 61, 3(5) के तहत अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया है। इस दौरान 3 जनवरी को घटना में शामिल संदिग्ध को पकड़ने काे गठित एक टीम को रायपुर के लिए भेजा गया। घटना के संदेही रितेश चंद्राकर को रायपुर एयरपोर्ट से पकड़ा गया और अन्य संदेहियाें महेन्द्र रामटेके (सुपरवाइजर) एवं दिनेश चन्द्रकार को बीजापुर से पकड़ा गया है। घटना के आरोपित रितेश चंद्राकर, महेन्द्र रामटेके (सुपरवाइजर) एवं दिनेश चंद्राकर से पूछताछ कर घटना में प्रयुक्त औजारों की बरामदगी की कार्रवाई की जा रही है। घटना के मुख्य आरोपित ठेकेदार सुरेश चंद्राकर को पकड़ने के लिए अलग-अलग टीम बनाकर घेराबंदी की जा रही है। अभी तक की पूछताछ और जांच में यह बातें खुलकर आई हैं कि पत्रकार स्व. मुकेश चन्द्रकार और रितेश चन्द्रकार रिश्ते में भाई लगते थे। पारिवारिक एवं सामाजिक विषयों को लेकर आपस में बातचीत होती रहती थी।

बस्तर आईजी ने बताया कि घटना 1 जनवरी की रात को लगभग 8 बजे मृतक स्व.मुकेश चन्द्रकार और आरोपित रितेश चन्द्रकार के बीच मोबाइल पर बातचीत हुई। तत्पश्चात मृतक स्व. मुकेश चंद्राकर एवं रितेश चंद्राकर बीजापुर की चट्टान पारा स्थित ठेकेदार सुरेश चंद्राकर के बाड़े में पहुंचे तथा रात्रि भोजन करने लगे। इसी दौरान आरोपित रितेश चंद्राकर द्वारा मृतक स्व. मुकेश चंद्राकर से पारिवारिक सबंध होने के बावजूद हमारे काम-धाम में सहयोग की बजाय बाधा डालने की बात को लेकर बहस हुई। इस दौरान आरोपित रितेश चंद्राकर द्वारा सुनियोजित तरीके से बाड़े में उपस्थित उनके सुपरवाइजर महेन्द्र रामटेके के साथ मिलकर मुकेश चंद्राकर के सिर, छाती, पेट एवं पीठ पर लोहे के रॉड से वार किया। दोनों आरोपितों के द्वारा किये गये हमले से मुकेश चंद्राकर की घटनास्थल पर ही मृत्यु हो गई। मृत्यु के पश्चात उसके शव को ठिकाने लगाने के उद्देश्य से शरीर को पास के सेप्टिक टैंक में डाल दिया एवं उसे स्लेब के ढक्कन से बंद कर दिया। तत्पश्चात आरोपित रितेश चंद्राकर द्वारा अपने बड़े भाई दिनेश चंद्राकर जो जगदलपुर में अपने बड़े भाई सुरेश चंद्राकर एवं अन्य परिजनों के साथ मौजुद थे। उनसे संपर्क कर घटना के बारे में जानकारी देकर बोदली की ओर रवाना हुए । इस दौरान दिनेश चंद्राकर द्वारा तुरंत जगदलपुर से निकलकर बोदली पहुंचे । रितेश चंद्राकर, महेन्द्र रामटेके एवं दिनेश चंद्राकर की मुलाकात बोदली में हुई तथा घटना के सबंधित साक्ष्यों को मिटाने के लिए साजिश रची गयी।

आराेपित रितेश चंद्राकर,महेन्द्र रामटेके एवं दिनेश चंद्राकर द्वारा प्रयुक्त हथियार एवं मृतक के मोबाइल को ठिकाने लगाने के लिए अलग-अलग जगह गये। उसके बाद रितेश चंद्राकर द्वारा अपने बड़े भाई दिनेश चंद्राकर को सेप्टिक टैंक को प्लास्टर करने काे बताकर अपने बड़े भाई ठेकेदार सुरेश चंद्राकर के वाहन से रायपुर के लिए रवाना हो गया। तत्पश्चात रितेश चंद्राकर द्वारा 2 जनवरी के शाम को रायपुर से नई दिल्ली के लिए चले गये । दो जनवरी के सुबह दिनेश चंद्राकर द्वारा चट्टान पारा स्थित सुरेश चंद्राकर के बाड़े में स्थित घटनास्थल में सेप्टिक टैंक (जहां पर मुकेश चन्द्रकार के शव को हत्या के पश्चात छिपाया गया) की सीमेंट फ्लोरिंग नये सिरे से की गई।

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