चीते के जबड़े से बेटे को निकाल लाई मां, कूनो से बाहर आकर किया था हमला; घर के बाहर खेल रहा था मासूम

मध्य प्रदेश के श्योपुर जिले में एक चीते ने 9 साल के बच्चे पर हमला कर दिया. इस दौरान मां ने साहस दिखाते हुए चीते से बच्चे को बचाया. हालांकि, बच्चा गंभीर रूप से घायल हो गया. यह घटना कूनो नेशनल पार्क के पास के गांव में उस समय घटी जब बच्चा अपने घर के बाहर खेल रहा था.

Mar 20, 2025 - 19:05
 0  18
चीते के जबड़े से बेटे को निकाल लाई मां, कूनो से बाहर आकर किया था हमला; घर के बाहर खेल रहा था मासूम
चीते के जबड़े से बेटे को निकाल लाई मां, कूनो से बाहर आकर किया था हमला; घर के बाहर खेल रहा था मासूम

मां अपने बच्चों की रक्षा करने के लिए दुनिया की किसी भी बड़ी ताकत से लड़ सकती है. ऐसे ही कुछ मध्य प्रदेश के श्योपुर जिले से देखने को सामने आया है. श्योपुर जिले के कूनो नेशनल पार्क के जंगल से निकलकर एक चीते गांव में घुसकर 9 साल के बच्चे पर हमला कर दिया. मामले की जानकारी होते ही मां चीते और बच्चे के बीच कूद गई और उसने अपने बेटे की जान चीते से बचा ली. हमले में बच्चा गंभीर रूप से घायल हो गया है, जिसे इलाज के लिए ग्वालियर भेजा गया है.

श्योपुर जिले के विजयपुर क्षेत्र के उमरी गांव में चीते ने एक बच्चे पर हमला किया है. इस गांव से कूनो नेशनल पार्क का जंगल महज 5 से 6 किलोमीटर दूरी पर है. इस वजह से जंगली जानवर आए दिन इस गांव तक पहुंच जाते हैं. रविवार को एक चीते ने घर के बाहर खेल रहे बच्चे पर हमला कर दिया. बच्चे चिल्लाने की आवाज सुनते ही मां मौके पर पहुंच गई और वह बेबाक ढंग से बेटे को बचाने के लिए चीते से भिड़ गई. इसके बाद चीता बच्चे को छोड़कर भाग गया.

‘चीते ने किया हमला’

इस हमले में बच्चा गंभीर रूप से घायल हो गया है, जिसे इलाज के लिए ग्वालियर रेफर किया गया है. अब इस पूरे मामले में वन विभाग के अधिकारी सफाई दे रहे हैं कि यह हमला चीते ने नहीं किया है, लेकिन बच्चे के परिजन और गांववाले चीते के द्वारा हमला करने की बात कह रहे हैं. इस घटना के बाद गांव के लोग काफी आक्रोश है. उनका कहना है कि यह कोई पहली दफा नहीं है जब गांव में कोई जंगली जानवर आया हो. इससे पहले भी लगातार गांव में जंगली जानवर आते रहते हैं.

मौत के मुंह से बेटे को निकाल लाई मां

वन विभाग को गांववालों की सुरक्षा के लिए उचित कदम उठाने चाहिए. जिससे कोई भी अनहोनी की घटना ना हो सके. इस पूरे मामले में एक मां अपने बेटे को मौत के मुंह से निकाल कर लाई है. यदि मां समय रहते बेटे के पास नहीं पहुंचती एक बड़ा हादसा हो सकता था.

What's Your Reaction?

like

dislike

wow

sad

@Dheeraj kashyap युवा पत्रकार- विचार और कार्य से आने वाले समय में अपनी मेहनत के प्रति लगन से समाज को बेहतर बना सकते हैं। जरूरत है कि वे अपनी ऊर्जा, साहस और ईमानदारी से र्काय के प्रति सही दिशा में उपयोग करें , Bachelor of Journalism And Mass Communication - Tilak School of Journalism and Mass Communication CCSU meerut / Master of Journalism and Mass Communication - Uttar Pradesh Rajarshi Tandon Open University पत्रकारिता- प्रेरणा मीडिया संस्थान नोएडा 2018 से केशव संवाद पत्रिका, प्रेरणा मीडिया, प्रेरणा विचार पत्रिका,